मांडू में तैयार हुआ अगले 3 साल का ब्लू प्रिंट

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  • कांग्रेस ने सत्ता में वापसी का लिया संकल्प

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मांडू में कांग्रेस के दो दिवसीय नव संकल्प शिविर में पार्टी ने 2028 के विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर अहम निर्णय लिए। कांग्रेस ने मप्र में बदलाव का नारा देते हुए हर विधानसभा सीट के सामाजिक, जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों पर मंथन किया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, विधायकों और संगठन पदाधिकारियों ने समूह बनाकर बेरोजगारी, महंगाई, किसान, ओबीसी आरक्षण, महिला सुरक्षा, जनजातीय मुद्दों, संगठन सृजन और जनगणना जैसे विषयों पर अपनी-अपनी रिपोर्ट दी। कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि पार्टी ने अब सत्ता में वापसी का संकल्प ले लिया है। विधायक दल की रिपोर्ट संगठन को सौंपी गई है। 10 विधायकों की कमेटियों का गठन किया गया है जो लगातार रणनीतिक काम करती रहेंगी। कांग्रेस संगठन सड़कों पर और विधायक सदन में भाजपा को घेरेंगे।
दरअसल, मप्र में कांग्रेस विधायकों के प्रशिक्षण शिविर में अगले तीन साल का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है। प्रदेश में कांग्रेस पार्टी एग्रेशन के साथ सियासत करेगी। राज्य में जनता से जुड़े मुद्दे कैसे उठाए जाएं, इसे लेकर रोड मैप बनाया गया है। विधायक दल ने मंथन के बाद संगठन को रिपोर्ट सौंपी है। कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी, ओबीसी आरक्षण, महिला अपराध, किसान, युवाओं, आदिवासियों को केंद्र में रखकर काम करेगी। संगठन सड़कों पर तो विधायक सदन में भाजपा  को घेरेंगे। कांग्रेस विधायकों के बाद प्रदेश के पदाधिकारी और संगठन सृजन में चुनकर आने वाले जिला अध्यक्षों को भी बड़े पैमाने पर ट्रेनिंग दी जाएगी। चिंतन शिविर में राहुल गांधी के जातिगत जनगणना के पक्ष को सही ठहराते हुए कांग्रेस ने इसे जन अधिकारों की बहाली का माध्यम बताया और कहा तेलंगाना मॉडल को मध्यप्रदेश में लाने का संकल्प लिया गया है। साथ ही वन अधिकार कानून और पेसा एक्ट को जमीनी स्तर पर लागू करने की प्रतिबद्धता जताई गई।
 आंदोलन की रणनीति बनाई
मांडू में कांग्रेस ने विचारधारा और संगठनात्मक दृष्टि से व्यापक रणनीति तैयार की। पार्टी ने शिविर को केवल संगठनात्मक मंथन का मंच नहीं, बल्कि भविष्य की ठोस योजना के रूप में पेश किया। कांग्रेस के 60 से अधिक विधायकों को 10-10 के छह समूहों में बांटकर जातिगत जनगणना, 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण, वन अधिकार कानून, पेसा एक्ट, जनजातीय अधिकार, संगठन सूजन अभियान जैसे प्रमुख मुद्दों पर गहन चर्चा करवाई गई। प्रत्येक समूह ने अपने अनुभवों और सुहयवों को साझा करते हुए प्रदेश के जमीनी हालात पर चिंतन किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि नव संकल्प शिविर की सफलता से भाजपा घबराई हुई है। मांडू में हमने जनसंकल्प लिया है, पचमढ़ी में भाजपा की तरह हनीमून नहीं मनाया। भाजपा को डर है कि आगामी विधानसभा सत्र में कांग्रेस उनके भ्रष्टाचार, विफल योजनाओं और जनविरोधी निर्णयों को उजागर करेगी और हम यह जरूर करेंगे।
सोशल मीडिया-डिजिटल इंटेलिजेंस का पाठ
कांग्रेस के इस नव संकल्प शिविर में विधायकों को सोशल मीडिया, डिजिटल इंटेलिजेंस का पाठ भी पढ़ाया गया। फेसबुक, शार्ट वीडियो, इंस्टा, यूट्यूब, एक्स की बारीकी सिखाई गई। आईटी सोशल मीडिया हेड सुप्रिया श्रीनेत ने विधायकों को ट्रेनिंग दी। उन्होंने कहा कि आज की राजनीति में डिजिटल उपस्थिति जरूरी है और हर विधायक जनता से जुड़े मुद्दों को सोशल प्लेटफॉर्म पर उठाएगा। कांग्रेस ने तय किया है कि पार्टी का डिजिटल सेल हर विधानसभा पर नजर रखेगा और जन मुद्दों से जुड़े कंटेंट को आगे बढ़ाएगा। साथ ही सोशल मीडिया पर भाजपा सरकार की विफलताओं को उजागर किया जाएगा।

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