
- आज से स्कूलों में ऑनलाइन अटेंडेंस सिस्टम लागू
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में आज से स्कूलों में ऑनलाइन अटेंडेंस सिस्टम लागू किया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग में इस सिस्टम के लागू होने से प्रदेश की सवा लाख शालाओं में ऑनलाइन अटेंडेंस प्रक्रिया शुरू हो रही है। इस सिस्टम के लागू होने से प्रतिनियुक्ति वाले शिक्षकों की परेशानी बढ़ गई है। इन्हें भी ई-उपस्थिति लगाना होगी। अन्यथा इनकी हर माह वेतन सहित हर सुविधाओं में कटौती कर ली जाएगी। गौरतलब है कि स्कूल शिक्षा विभाग ने आज से अपने सभी विद्यालयों में ई-अटेंडेंस शुरू कर दिया है। इसके दायरे में चार लाख शिक्षक आ रहे हैं। सोमवार को दिन भर लोक शिक्षण संचालनालय ने इस कार्य की समीक्षा की। राज्य स्तर से हर जिले में शिक्षा अधिकारियों से फीडबैक लिया गया कि क्या स्थिति है। शिक्षा विभाग में पदस्थ पांच हजार टीचर जनजातीय कार्य विभाग के विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति पर हैं। इन्हें भी ई-उपस्थिति लगाना होगी। अन्यथा इनकी हर माह वेतन सहित हर सुविधाओं में कटौती कर ली जाएगी।
पांच हजार शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर
शिक्षा विभाग ने अपने सभी विद्यालयों में ई-अटेंडेंस शुरू कर दिया है। इधर ट्रायबल डिपार्टमेंट ने यह सिस्टम शुरू करने से दूरियां बनाई हैं जबकि अध्यापन व्यवस्था का काम समान है। अब दिक्कत यह है कि यहां शिक्षा विभाग के पांच हजार टीचर प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं। शिक्षा विभाग का कहना है कि हर टीचर और कर्मचारी के लिए ई-अटेंडेंस अनिवार्य है। ट्रायबल में जितने शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर हैं, उन सभी को भी मोबाइल पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करनी होगी। शिक्षा विभाग के अधीन चार लाख शिक्षक है। जिनके लिए पोर्टल 3.0 पर हमारे शिक्षक ई गवर्नेस प्लेटफार्म के अंतर्गत मोबाइल पर ऑनलाइन हाजिरी लगेगी। अधिकारियों के अनुसार नवीन पोर्टल 3.0 पर शिक्षक विद्यालयों में पहुंचकर एक घंटे के अंतराल में ऑनलाइन अटेंडेंस दर्ज करेंगे। स्कूलों में पहुंचने के अलावा जब छुट्टी दोगी। तब आधा घंटा पूर्व या बाद में ई-उपस्थिति लगेगी। निर्धारित समय सीमा के पश्चात उपस्थिति दर्ज करने पर अर्द्ध दिवस का आकस्मिक अवकाश दर्ज किया जाएगा। जिसका शिक्षकों का देय 13 आकस्मिक अवकाश एवं 3 ऐच्छिक अवकाश से समायोजन किया जाएगा। समायोजन के पश्चात अवकाश अवधि को संगणित किया जाएगा। हमारे शिक्षक प्रणाली के माध्यम से ई-उपस्थिति दर्ज होगी। वहीं शालाओं का निरीक्षण भी वरिष्ठ अधिकारी की अनुमति के उपरांत ही किया जाएगा। सेवा अभिलेख में भी इस तथ्य को विशेष उपस्थिति के रूप में दर्ज किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग के सबसे ज्यादा शिक्षक जनजातीय कार्य विभाग की शालाओं में प्रतिनियुक्ति पर है। अब इन्हें ऑनलाइन उपस्थिति लगाना होगी तभी इनकी वेतन सहित अन्य सुविधाएं तैयार हो पाएंगी। लोक शिक्षण संचालनालय का कहना है कि जो ऑनलाइन उपस्थिति का पालन नहीं करेगा उन पर कार्यवाही की जाएगी। डायरेक्टर लोक शिक्षण संचालनालय केके द्विवेदी का कहना है कि जनजातीय कार्य विभाग में हमारे जितने भी शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर है। उन सभी को नियम अनुसार मोबाइल पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना होगी। उसी के अनुसार इनकी सुविधाएं निर्धारित होगी।