किस्से कलमगिरी का लोकार्पण पत्रकारिता के अनमोल दस्तावेज का विमोचन

लोकार्पण पत्रकारिता

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा द्वारा लिखित पुस्तक किस्से कलमगिरी का लोकार्पण समारोह शुक्रवार, 8 अगस्त, 2025 को दोपहर 3 बजे जाल ऑडिटोरियम, साउथ तुकोगंज, इंदौर में आयोजित किया जाएगा। यह पुस्तक राणा के चार दशकों से अधिक के पत्रकारिता जीवन का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसमें उन्होंने अपने अनुभवों और यात्राओं का सार प्रस्तुत किया गया है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर कई सम्मानित हस्तियाँ अपनी उपस्थिति से समारोह की शोभा बढ़ाएंगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों में वरेण्य कवि पं. सत्यनारायण सत्तन, जीवन प्रबंधन गुरु पं. विजयशंकर मेहता, वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश हिंदुस्तानी, और माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी शामिल होंगे। लोकार्पण समारोह के साथ-साथ, पत्रकारिता और समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली तीन विशिष्ट विभूतियों का सम्मान भी किया जाएगा। सम्मानित होने वालों में वरिष्ठ पत्रकार विजयदत्त श्रीधर (भोपाल), उमेश रेखे, और वरिष्ठ चिकित्सक-शिक्षाविद डॉ. आर. एस. माखीजा शामिल हैं। कीर्ति राणा हिंदी पत्रकारिता का एक जाना-पहचाना नाम हैं, जो पिछले चार दशक से भी अधिक समय से सक्रिय हैं। वे सकारात्मक पत्रकारिता के पक्षधर रहे हैं और उनका मानना है कि खबरपालिका को खुद को न्यायपालिका समझने का भ्रम नहीं पालना चाहिए। जीवन के विविध मूल्यों पर आधारित अपने कॉलम पचमेल के लेखक होने के साथ-साथ वे एक कवि भी हैं। वर्तमान में, वे दैनिक प्रजातंत्र के सिटी एडिटर हैं। इससे पहले, उन्होंने दैनिक भास्कर समूह के विभिन्न संस्करणों (उज्जैन, उदयपुर, श्रीगंगानगर, शिमला) और दबंग दुनिया समूह (इंदौर, भोपाल, रायपुर, उज्जैन) के विभिन्न संस्करणों में संपादक के तौर पर महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं। पत्रकारिता के अपने लंबे अनुभवों को उन्होंने अपनी पहली किताब किस्से कलमगिरी में भी समेटा है। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें इंदौर प्रेस क्लब और स्टेट प्रेस क्लब का लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रमुख है। इसके अलावा, 1996 में एक कैदी को दी गई फांसी के लाइव कवरेज के लिए भी उन्हें अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया था। उन्हें मध्य प्रदेश सरकार के राज्यस्तरीय राहुल बारपुते स्मृति सम्मान (2015) से भी सम्मानित किया जा चुका है। कोरोना काल के दौरान, उन्होंने पत्रकारों और उनके परिवारों की मदद के लिए इंदौर मीडिया यूनाइटेड नामक एक गैर-राजनीतिक संगठन की शुरुआत की। उनकी इस पहल ने अन्य राज्यों के पत्रकार संगठनों को भी प्रेरित किया। वे इंदौर प्रेस क्लब के महासचिव सहित कई पदों पर रहे हैं और श्रमजीवी पत्रकारों के संगठन से भी जुड़े रहे हैं।

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