कॉलेजों में नारी शक्ति की गौरव गाथा पढ़ेंगे छात्र

 नारी शक्ति
  • फाउंडेशन कोर्स करने वाले 5 लाख छात्रों के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र के कॉलेजों में फउंडेशन कोर्स करने वाले करीब 5 लाख छात्रों को नारी शक्ति की गौरव गाथा पढ़ाई जाएगी। नए पाठ्यक्रम में छात्रों को अहिल्याबाई, सावित्रीबाई, मैरिकॉम, सिंधुताई, चिपको आंदोलन की गौरा देवी जैसी शक्तिशाली महिलाओं की नेतृत्व क्षमता का अध्ययन कराया जाएगा। इसका उद्देश्य छात्रों में सामाजिक समरसता, नेतृत्व क्षमता का विकास करना है।
जानकारी के अनुसार फाउंडेशन कोर्स में हिंदी, इंग्लिश के अलावा महिला सशक्तिकरण को भी शामिल किया है। इसमें ऐसी महिलाओं के बारे में पढ़ाया जाएगा, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में समाज की बेहतरी के लिए संघर्ष और काम किया है। प्रदेश के कॉलेजों में नए शिक्षा सत्र से सेकंड ईयर में पहुंचने वाले छात्र भारत के शक्तिशाली महिला नेतृत्व को पढ़ेंगे। इसे करीब 5 लाख छात्र पढ़ेंगे। फाउंडेशन कोर्स में अहिल्याबाई होलकर, रानी दुर्गावती, सावित्रीबाई फुले, महिला बॉक्सर मैरीकॉम, सोशल एक्टिविस्ट सिंधुताई सपकाल, वैज्ञानिक टेसी थॉमस, पेप्सी की पूर्व चेयरपर्सन इंदिरा नूयी, चिपको आंदोलन की गौरा देवी शामिल है।
इतिहास के तीन काल पर आधारित विषय
 फाउंडेशन कोर्स में इतिहास के तीन काल पर आधारित विषय होंगे। इस कोर्स में भारत में महिला सशक्तिकरण का इतिहास और इससे जुड़े संवैधानिक प्रावधान पढ़ाए जाएंगे। खास बात यह है कि सशक्तिकरण में प्राचीन, मध्य और आधुनिक काल तीनों को शामिल किया गया है। इसके सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, शैक्षणिक और राजनीतिक पहलुओं पर भी कोर्स में फोकस किया है। महिला सशक्तिकरण से जुड़ीं हस्तियों की गौरव गाथा से छात्रों को परिचित कराया जाएगा। इसमें महिलाओं द्वारा सामाजिक क्षेत्र, विज्ञान, शिक्षा, कॉर्पोरेट सेक्टर में किए उल्लेखनीय कामों के बारे में जानकारी दी जाएगी। कोर्स में मप्र के विशेष संदर्भ में नीति और योजनाएं छात्रों को पढ़ाई जाएंगी। इसमें केंद्रीय और राज्य को अलग-अलग शामिल किया गया है। इसके अलावा गैर सरकारी संगठन, स्वायत्त समूह, पंचायती राज संस्थाएं भी इसमें शामिल की गई हैं।  इसकी एक घंटे की परीक्षा होगी और पेपर 50 नंबर का होगा। सभी प्रश्न ऑब्जेक्टिव होंगे और प्रत्येक प्रश्न एक नंबर का होगा। इस तरह से 50 प्रश्न पूछे जाएंगे। यह सेकंड ईयर के सभी छात्रों के लिए कंपलसरी पेपर होगा।
आत्मनिर्भर बनाने पर फोकस
फाउंडेशन कोर्स के माध्यम से छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने पर फोकस रहेगा। सेकंड ईयर में छात्रों का आंत्रप्रोन्योरशिप डेवलपमेंट को भी फाउंडेशन कोर्स में शामिल किया गया है। इसमें स्मॉल बिजनेस मैनेजमेंट, इस्टेबलिशमेंट आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसी के साथ किसी नए वेंचर के लिए प्लान और उसका प्रभावी प्रेजेंटेशन भी इसमें शामिल किया गया है। नए बिजनेस आइडिया, चुनौतियां और उसके समाधान, लोन प्रक्रिया, फंडिंग आदि के बारे में भी छात्रों को पढ़ाया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग ने महिला सशक्तिकरण से संबंधित 14 किताबों की लिस्ट भी जारी की है। इन किताबों में मुख्य रूप से भारत में महिला अपराध, भारतीय समाज में नारी, महिलाओं के विरुद्ध हिंसा एवं मद्यपान, भारतीय समाज में नारी दशा व दिशा, महिला सशक्तिकरण चुनौतियां व समाधान, भारतीय महिलाएं एक सामाजिक अध्ययन, भारतीय संस्कृति में स्त्रियों की स्थिति सहित कई अन्य किताबों को शामिल किया है। इसी के साथ अनुशंसित समकक्ष ऑनलाइन पाठ्यक्रम स्वयं प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध रहेंगे।

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