- उप्र आने वाले पर्यटकों को मप्र लाने की योजना

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में अब मप्र पर्यटन के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में है। इसके लिए कार्ययोजना तैयार करने का काम पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जा रहा है। इसके तहत पर्यटन कॉरीडोर विकसित कर उप्र आने वाले पर्यटकों को मप्र लाया जाएगा। इसका फायदा महाकौशल और विंध्य अंचल को मिलेगा, जिससे इन दोनों अंचलों में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी। यह कॉरिडोर दो पवित्र नदियों गंगा और नर्मदा के बीच बनाया जाएगा। जो प्रयागराज से रीवा होते हुए जबलपुर तक विकसित होगा। इसके बनने से प्रयागराज आकर गंगा स्नान करने वाले पर्यटक नर्मदा स्नान के लिए जबलपुर आसानी से आ जा सकेंगे। इसके लिए कॉरिडोर में पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। साथ ही उत्तर प्रदेश में पर्यटन के गोल्डन ट्रायंगल प्रयागराज, अयोध्या और बनारस से भी प्रदेश को जोड़ा जाएगा। इससे मध्य प्रदेश में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर पर्यटन विभाग द्वारा इस पर काम शुरु कर दिया गया है। दरअसल, प्रयागराज और जबलपुर के बीच सडक़ मार्ग से दूरी लगभग 366 किलोमीटर है। इसे तय करने में लगभग छह घंटे लगते हैं। दोनों शहर राष्ट्रीय राजमार्ग 30 से जुड़े हैं।
कॉरिडोर बनाने के लिए पर्यटन विभाग मप्र और उप्र के निवेशकों को आमंत्रित करेगा। सुविधाएं व इंसेंटिव देकर कॉरिडोर में पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। होटल, रिसोर्ट, रेस्टोरेंट बनाए जाएंगे। धार्मिक महत्त्व की ब्रांडिंग की जाएगी। टूर ऑपरेटर्स के जरिए पैकेज शुरू कराए जाएंगे। सुगम आवागमन के लिए कैब, बस और ट्रैवलर की व्यवस्था भी होगी। प्रयागराज आने वाले पर्यटकों को रीवा, अमरकंटक, जबलपुर और जबलपुर आने वाले पर्यटकों को प्रयागराज डायवर्ट किया जाएगा। इससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
इन पर्यटन स्थलों पर रहेगा फोकस
प्रयागराज से जबलपुर की यात्रा के दौरान पर्यटक मप्र के कई पर्यटन स्थलों का भी आनंद ले सकेंगे। जैसे रीवा में केवटी वाटरफॉल, व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर, मैहर में शारदा माता मंदिर आदि। जबलपुर में धुआंधार जलप्रपात, भेड़ाघाट भी इस मार्ग पर पड़ेंगे। इसके अतिरिक्त बांधवगढ़, पन्ना, कान्हा नेशनल पार्क, अमरकंटक में भी पर्यटकों को लाने पर जोर रहेगा।
गोल्डन ट्रायंगल से भी जुड़ेगा मप्र
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज, अयोध्या और बनारस को पर्यटन के गोल्डन ट्रायंगल कहा जाता है। इससे भी मप्र को जोड़ा जाएगा। अधिकारियों के अनुसार राम पथ गमन मार्ग से चित्रकूट को अयोध्या से जोड़ा जाएगा। प्रयास किया जा रहा है कि बनारस में बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए आने वाले पर्यटक मप्र में ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करें।
जबलपुर में भी बनेगा कॉरिडोर
जबलपुर के गौरी घाट में भी कॉरिडोर बनाने की योजना है। यहां पर सरयू के तर्ज पर विकसित कर कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके तहत जबलपुर के तिलवारा घाट, लम्हेटा घाट, घुंघराघाट, भेड़ाघाट सहित अन्य घाटों को कॉरिडोर बनाकर जोड़ने की भी योजना है। इसको लेकर कुछ दिन पहले अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी किया जा चुका है। अब इसकी डीपीआर तैयार की जानी है।
