
- सिलचर होकर शिलांग पहुंचती और अपहरण की कहानी गढ़ती सोनम
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। राजा रघुवंशी हत्याकांड के आरोपित बेहद शातिर निकले। सोनम और राज रोज नए खुलासे कर रहे हैं। हत्याकांड के बाद दोनों आरोपित इंदौर में पांच दिन साथ रहे थे। बाद में सोनम को किराए के मकान में शिफ्ट कर दिया। इसी जगह से सोनम शिलांग पुलिस की हर गतिविधि पर नजर गढ़ाए रही। कुशवाह नगर (बाणगंगा) निवासी सोनम सहित आरोपित राज कुशवाह, आनंद कुर्मी, आकाश और विशाल उर्फ विक्की से शिलांग पुलिस पूछताछ कर रही है। शुक्रवार को सोनम के सेफ हाउस का पता चलने पर क्राइम ब्रांच सकते में आ गई। अफसरों ने शिलांग पुलिस से संपर्क कर जानकारी ली। मेघालय में शिलांग के पुलिस अधीक्षक विवेक सियोम ने खुलासा किया कि हत्या की साजिश में शामिल आरोपियों में राज का चचेरा भाई भी है। उन्होंने कहा कि यह कोई कॉन्ट्रैक्ट किलिंग नहीं है। आरोपियों ने अपने दोस्त राज के लिए अहसान के तौर पर हत्या की। ये सभी आरोपी फरवरी से ही राजा के बंधन से सोनम को मुक्त कराने की साजिश रच रहे थे। शादी टलवाने में नाकाम रहने पर आरोपियों ने सोनम को राजा के साथ असम स्थित कामाख्या देवी मंदिर जाने के लिए मनाया। राजा हत्याकांड के पांचों आरोपियों से शुक्रवार तीसरे दिन भी अलग-अलग पूछताछ की गई।
राजा के भाई ने सोनम व राज का नार्को टेस्ट कराने की मांग की
राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने कहा कि हम चाहते हैं कि मेघालय पुलिस सोनम और राज का नार्को टेस्ट कराए ताकि मेरे भाई की हत्या के पीछे का सच सामने आ सके। सोनम व राज एक-दूसरे पर मास्टरमाइंड होने का आरोप लगाकर जांचकर्ताओं को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा, सोनम व राज जांच को गलत दिशा में ले जाने के लिए मिलीभगत कर रहे हैं।
लक्ष्मणपुरा में रुकी रही सोनम
एसआईटी ने बताया सोनम 30 मई से आठ जून तक हीराबाग कॉलोनी स्थित एक फ्लैट में रुकी थी। फ्लैट राज ने दोस्त विशाल उर्फ विक्की के नाम से किराए पर लिया था। इसके पूर्व सोनम राज कुशवाह के घर (लक्ष्मणपुरा) में रुकी रही। इस दौरान राज की मां चुन्नीबाई, बहन सुहानी और प्रिया 26 अप्रैल को गांव रामपुर (उप्र) गई थीं। राज रात में सोनम को घर ले गया और दोनों साथ में रहे। 31 मई को मां और बहनें इंदौर आने वाली थीं। इसलिए राज ने 30 मई को रात करीब 12 बजे सोनम को घर से निकाला और हीराबाग स्थित फ्लैट पर ले गया। जांच में शामिल अफसरों ने यह भी बताया कि सोनम और राज राजा हत्याकांड से जुड़ी खबरें देख रहे थे। सचिन और विपिन (राजा के भाई) ने सोनम को बांग्लादेश में बेचने का आरोप लगाया था। सोनम ने इसी बयान को बचाव का रास्ता चुन लिया। तय किया कि सिलचर (असम) होकर शिलांग जाएगी। पुलिस को अपहरण की घटना बता देगी। इसके पूर्व पुलिस ने एक आरोपित आकाश को ललितपुर से पकड़ लिया और सोनम को इंदौर से भागना पड़ा।
इंदौर में 14 दिन रुकी रही सोनम
राजा की हत्या के बाद सोनम इंदौर के देवासनाका इलाके के एक फ्लैट में छुपी थी। यह फ्लैट विशाल सिंह चौहान ने बुक किया था। फ्लैट के मालिक शिलोम जेम्स ने बताया कि 29 या 30 मई की रात थी। विशाल सिंह चौहान यहां पर फ्लैट देखने के लिए आया था। उसने मुझे कहा कि मेरा मकान मालिक से विवाद हो गया है, मुझे तुरंत एक फ्लैट चाहिए। मकान मालिक ने बताया कि हमने एग्रीमेंट और वेरिफिकेशन के बाद उसे फ्लैट दे दिया। हमने तीन महीने का किराया लिया, आधार कार्ड और फोटो लिए। गौरतलब है कि सोनम 25 मई से 8 जून तक इंदौर में रुकी थी। इस दौरान वह एक होटल में और इस फ्लैट में ठहरी थी।
अब तक क्या हुआ
शादी के बाद हनीमून के नाम पर घर से निकले राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी का मामला देशभर में सुर्खियों में है। 23 मई को दोनों के लापता होने की जानकारी सामने आई। 2 जून को खाई में राजा रघुवंशी का शव मिला, पर सोनम का कोई पता नहीं चला। कई कयासों और अनुमानों के बीच 9 जून को सोनम गाजीपुर में मिली। इसके बाद चौंकाने वाले खुलासे हुए। पति की हत्या में पत्नी सोनम का हाथ होने की बात पुलिस ने कही। मामले में चार अन्य आरोपी भी गिरफ्तार कर लिए गए। सभी को मेघालय ले जाया गया और वहां सभी से पूछताछ की जा रही है। अब तक की जांच में सामने आया है कि हत्या साजिश रचकर की गई थी। सभी आरोपियों के बयान जब तक मेच नहीं होते, तब तक उनसे पूछताछ जारी रहेगी।