हत्या के बाद सोनम ने इंदौर के बंद फ्लैट में बिताए थे 14 दिन

राजा रघुवंशी हत्याकांड
  • राजा रघुवंशी हत्याकांड में नया खुलासा
  • एक महीने पहले ही उसने इंदौर में यह फ्लैट किराए पर ले लिया था

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। राजा रघुवंशी के हत्यारों की योजना किसी महिला की हत्या कर उसके शव को जलाने की थी, ताकि उसे राजा की पत्नी सोनम का शव बताया जा सके और सोनम सच्चाई सामने आने तक कुछ और दिनों तक छिपी रहे। मेघालय में हुए राजा रघुवंशी हत्याकांड में आखिरकार सोनम ने अपना गुनाह कबूल लिया है। मेालय पुलिस के मुताबिक सोनम नैं प्रेमी राज कुशवाहा के के सामने क्रॉस-एग्जामिनेशन के दौरान माना कि उसने ही अफ्ते चति की हत्या की साजिश रची थी। राजा की हत्या के लिए सोनम ने राज कुशवाहा को 50,000 रुपए दिए थे, ताकि वह खुद और बाकी तीन लोगों- विशाल सिंह, आनंद कुर्मी और आकाश राजपूत के लिए शिलॉन्ग जाने का बंदोबस्त कर सके। सोनम ने इन लोगों से ये भी कहा कि शिलॉन्ग में वे  लोग उसके ऊपर नजर बनाए रखें। पुलिस की पूछताछ में इस … बात का खुलासा हुआ है कि अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम वापस इंदौर आई और 14 दिनों तक किराए के एक फ्लैट में छिपकर रही। सोनम को मालूम था कि राजा की हत्या के बाद उसे लंबे वक्त तक अंडरग्राउंड रहना पड़ेगा। इसीलिए, एक महीने पहले ही उसने इंदौर में यह फ्लैट किराए पर ले लिया था। 14 दिनों तक इंदौर में छिपकर रही सोनम बंद कमरें में टीवी चलाकर लगातार राजा से जुड़ी खबरों पर नजर रखती थी। राज कुशवाहा ने किसी और के नाम से ऑनलाइन ऑर्डर कर, उसके लिए एक महीने का राशन भी फ्लैट पर भेज दिया था। इंदौर में 14 दिनों तक रुकने के बाद सोनम यूपी के रामपुर जाने के लिए निकली। राज कुशवाहा मूल तौर पर रामपुर के ही एक गांव का रहने वाला है। दरअसल, सोनम को भनक लग गई थी कि राजा की हत्या से जुड़े कुछ सबूत पुलिस को मिल गए हैं और इसीलिए उसने इंदौर छोड़ दिया। हालांकि, जब 8 जून को उसे अपने साथियों की गिरफ्तारी का पता चला ती वह गाजीपुर पहुंची और लूट की फर्जी कहानी सुनाकर पुलिस के सामने आई।
‘राज-सोनम के नार्को टेस्ट से सामने आएगा सच’
राजा रघुवंशी के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने राजा हत्याकांड में शामिल सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी राज कुशवाह के नार्को टेस्ट की मांग की है। सचिन रघुवंशी का कहना है कि सोनम और राज दोनों ही पुलिस की पूछताछ में एक-दूसरे को मास्टरमाइंड बताकर पुलिस को गुमराह कर रहे हैं इसलिए दोनों का नार्को टेस्ट होना चाहिए जिससे कि सच का पता चल सके। इसके साथ ही उन्होंने राजा की हत्या की साजिश में और लोगों के शामिल होने की आशंका भी जताई है।
30 हजार रुपये की टैक्सी कर गाजीपुर पहुंची
जैसे ही आकाश पुलिस के हत्थे चढ़ा, सोनम ने रूम छोड़ दिया। राज कुशवाह ने 30 हजार रुपये में किराए की कार (टैक्सी) की व्यवस्था की और सोनम को गाजीपुर रवाना किया। एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया के मुताबिक शिलांग पुलिस ने सोनम के रुकने की पुष्टि कर दी है। पुलिस तस्दीक और जब्ती के लिए सोनम व राज को इंदौर लेकर आएगी।
राजा की हत्या के बाद इंदौर में गांधी बाग, देवास नाका स्थित एक नवनिर्मित इमारत में एक फ्लैट किराए पर लिया गया था। मकान मालिक ने पुष्टि की है कि किराए के बाद औपचारिकताओं के तहत फ्लैट की चाबी उन्हें सौंप दी गई थी। हालांकि, अभी फ्लैट पर ताला लगा हुआ है और चाबी इसके किरायेदार के पास है। जेम्स के अनुसार, यह इमारत नई है और इसमें अभी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं।
फ्लैट पर आकर मिलता था राज
इंदौर में रहने के दौरान राज कुशवाहा लगातार उससे मिलने आता था। सोजग से मुलाकात के बाद वह उसके पिता की प्लाईवुड फैक्ट्री में जाता और इसलिए उसे ऑफिस पहुंचने में देर भी हो जाती थी। उधर, अपनी बहन और जीजा की तलाश में शिलॉन्ग गए सोनम के माई गोविंद को जब यह बात पता चली तो उन्होंने फोन पर राज से देर से आने का कारण भी पूछा था।
26 मई से 8 जून तक इस फ्लैट में छिपी थी सोनम
2 मई को जब राजा रघुवंशी का शव शिलांग में गहरी खाई में मिला था उस वक्त सोनम शिलांग क्या मेघालय में भी नहीं थी। वो इंदौर पहुंच चुकी थी। सोनम गुवाहाटी से पटना, लखनऊ होते हुए इंदौर पहुंची थी वो 26 मई को इंदौर लौट आई थी और 8 जून तक इंदौर में ही रही। इंदौर में देवास नाका इलाके में वो बिल्डिंग है जिसमें सोनम नाम बदलकर करीब 14 दिनों तक छिपी हुई थी। इस फ्लैट का एग्रीमेंट विशाल ने किया था और 17 हजार रूपये महीने के हिसाब से किराए पर लिया था। इस फ्लैट में छिपे रहने के बाद सोनम राज कुशवाह के साथ गाजीपुर भाग गई थी।

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