
- कर्मचारी ने टोका तो उसे धमकाया
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। इंदौर तीन विधानसभा सीट से भाजपा विधायक गोलू शुक्ला और उनका बेटा रुद्राक्ष एक बार फिर विवाद में फंस गए हैं। आरोप है कि विधायक शुक्ला रविवार रात को अपने बेटे के साथ कांवड़ यात्रा लेकर विश्व प्रसिद्ध उज्जैन श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। भस्म आरती के दौरान रुद्राक्ष ने गर्भगृह में प्रवेश करने का प्रयास किया। रोकने पर कर्मचारी से दुर्व्यवहार किया और जबरन गर्भगृह में प्रवेश कर गए। इस दौरान भस्म आरती का लाइव प्रसारण भी बंद करा दिया गया। भाजपा विधायक के बेटे की इस हरकत पर प्रशासनिक अधिकारी चुप हैं। इधर सोमवार को अधिकारी बाबा महाकाल की सवारी में होने के हवाला देकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। बता दें कि महाकाल मंदिर में लाइव दर्शन की व्यवस्था है, जिससे श्रद्धालु कभी भी ऑनलाइन दर्शन कर सकते हैं। ये भी कहा जा रहा है कि सावन के दूसरे सोमवार को भस्म आरती से ठीक पहले यूट्यूब पर चल रहा लाइव अचानक ब्लैक आउट हो गया। करीब एक मिनट तक सिर्फ अंधेरा यानी ब्लैक सक्रीन दिखाई दी। आरोप है कि इस दौरान ही विधायक शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष ने बाबा महाकाल के गर्भगृह में प्रवेश किया था।
चार साल पहले किए थे दर्शन
भाजपा विधायक के बेटे रुद्राक्ष पर ऐसा आरोप पहली बार नहीं लगा है। चार साल पहले भी वे ऐसा कर चुके हैं। इस दौरान भी उन्होंने बाबा महाकाल मंदिर के गर्भगृह में जाकर दर्शन किए। तब रुद्राक्ष अपने दोस्तों के साथ यहां पहुंचे थे। अब एक बार फिर उन पर यही आरोप लगे हैं।
आधी रात खुलवाया था माता टेकरी मंदिर, पुजारी को पीटा
भाजपा विधायक शुक्ला के छोटे बेटे रुद्राक्ष की इस तरह की गुंडागर्दी करीब तीन महीने पहले देवास में भी सामने आई थी। रुद्राक्ष अपने दोस्तों और कारों के काफिले के साथ आधी रात को जिले के माता टेकरी मंदिर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मंदिर बंद होने के बाद भी जबरन पट खुलवाए थे। जिसे लेकर उनकी पुजारी से कहासुनी हुई थी। अगले दिन पुजारी ने उन पर मारपीट और धमकाने के आरोप लगाए थे। हालांकि, रुद्राक्ष के माफी मांगने के बाद मामला खत्म हो गया था।
कर्मचारी आशीष दुबे को धमकाया
आरोप है कि सावन महीने के दूसरे सोमवार को इंदौर-3 के भाजपा विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष ने गर्भगृह में जबरन प्रवेश किया। इस दौरान मंदिर कर्मचारी आशीष दुबे ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन रुद्राक्ष नहीं माने, उन्होंने कर्मचारी को धमकाया। इस दौरान विधायक गोलू शुक्ला भी वहां मौजूद थे।
विधायक शुक्ला ने किया इनकार
विवाद के बाद दोनों ने करीब पांच मिनट तक पूजा-अर्चना की। हालांकि, विवाद को लेकर विधायक शुक्ला ने इनकार किया है। उन्होंने मामले को लेकर कहा है कि कांवड़ यात्रा लेकर हम उज्जैन गए थे। दर्शन भी विधिवत रूप से किए। किसी भी तरह से नियमों का उल्लंघन नहीं किया गया है।