
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में जिन चार सीटों पर जल्द ही उपचुनाव संभावित है, उनमें एक लोकसभा व तीन विधानसभा की सीटें हैं। इनमें से खंडवा लोकसभा सीट से स्व. नंद कुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्ष चौहान भी बड़े दावेदारों में शुमार हैं। यह बात अलग है कि अब तक उनके नाम पर पार्टी के बड़े नेताओं में एक राय नहीं बन पा रही है।
इस बीच इस सीट के दौरे पर पहुंचे पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा है कि पार्टी में परिवारवाद नहीं चलता है। उनके इस बयान के मायने तलाशे जाने लगे हैं। इस बयान को लोग अब हर्ष को टिकट न मिलने से भी जोड़कर देख रहे हैं। यह बयान भी खंडवा लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले बुरहानपुर में उस समय दिया गया है जब शर्मा चुनावी तैयारियों के साथ ही दावेदारों की मैदानी स्थिति पता करने गए हुए हैं। उन्होंने इस दौरान यहां तक कहा कि पार्टी में किसी नेता या सांसद व विधायक का पुत्र होने से टिकट नहीं मिलता है। यह बात अलग है कि उनके द्वारा इस दौरान पूर्व सांसद स्व नंद कुमार सिंह की तारीफ में कसीदे भी खूब पड़े गए। उन्होंने यहां तक कहा कि उनकी सक्रियता के चलते पार्टी को कभी भी निमाड़ में चिंता नहीं रही। उनके जाने के बाद भी पार्टी को मजबूत करना है।
उप चुनाव में जो क्षमतावान होगा, उसे टिकट मिलेगा। हालांकि इस दौरान उनके द्वारा पार्टी प्रत्याशी चयन का मामला पार्टी के केन्द्रीय संगठन द्वारा लेने का बहाना जरुर बना दिया गया। दरअसल अब तक पार्टी में परंपरा रही है कि जब भी किसी बड़े नेता की मृत्यु हुई है तब उसके परिवार के किसी सदस्य को ही प्रत्याशी बनाया गया है। यही नहीं कई अन्य ऐसे उदाहरण भी सामने हैं, जिनमें नेता के परिवार के सदस्यों को टिकट देकर उपकृत करने का काम किया गया है। इसका उदाहरण बीता आम विधानसभा का चुनाव है। इस चुनाव में पार्टी की ओर से मुदित शेजवार, आकाश विजयवर्गीय और सुधीर यादव के इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं। इनमें से सिर्फ आकाश ही जीत हासिल कर सके । यह बात अलग है कि उस समय पार्टी की कमान शर्मा के हाथों में नहीं थी। खंडवा लोकसभा सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है। यही वजह है कि भाजपा का पूरा प्रयास है कि यह सीट उसके पास ही रहे। इस सीट पर फिलहाल भाजपा की ओर से अर्चना चिटनीस, नंदकुमार के बेटे हर्ष और कृष्ण मुरारी मोघे प्रमुख दावेदार बने हुए हैं। इनमें से हर्ष चौहान को सीएम शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की पसंद माना जाता है। यह दोनों नेता उनके नाम को आगे बढ़ा रहे हैं, जबकि संगठन उनकी जगह किसी नए चेहरे को मौका देने के पक्ष में हैं।
भाजपा का अब पूरी तरह से उपचुनाव पर फोकस
मप्र में अब भाजपा पूरी तरह से उपचुनाव को लेकर मिशन मोड में दिखने लगी है। उपचुनाव वाली चारों सीटों को प्राथमिकता पर रखकर रणनीति तैयार करने का काम किया जा रहा है। इसे अंतिम रुप देने के लिए जल्द ही प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव भी आ रहे हैं। भाजपा संगठन ने इन क्षेत्रों में एक दर्जन से ज्यादा मंत्रियों को भी जिम्मेदारी देकर काम पर लगा दिया है। उनसे भी इन सीटों की रिपोर्ट बुलाई है। इसके साथ ही कल एक बैठक भी बुलाई गई है, जिसमें प्रभारियों से लेकर स्थानीय बड़े सभी नेताओं से पूरा फीडबैक लिया जाएगा। इसके आधार पर ही आगे की तैयारी की जाएगी। संगठन द्वारा इन इलाकों में जातिगत समीकरणों का अध्ययन करवाकर उसके हिसाब से भी काम शुरू कर दिया गया है। खास बात यह है कि इन सीटों पर खासतौर पर अजजा और ओबीसी वर्ग को फोकस किया जा रहा है। इसके लिए बूथ स्तर तक के समीकरणों को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है।
मंत्रियों को भी दी जिम्मेदारी
खंडवा लोकसभा और जोबट, पृथ्वीपुर व रैगांव सीट पर मंत्रियों की फौज को जुटा दिया गया है। खंडवा लोकसभा सीट के क्षेत्र में हर विधानसभा क्षेत्र के लिए भी अलग-अलग मंत्री की तैनाती की गई है। इसके अलावा चुनाव वाली हर सीट पर मंत्री तैनात किए हैं। इन सभी मंत्रियों के साथ एक-एक संगठन पदाधिकारी को भी जिम्मेदारी देकर तैनाती कर दी गई है।
सरकार की भी प्राथमिकता
सरकार ने भी अपने स्तर पर इन सीटों को लेकर चुनावी मोड में काम करना शुरू कर दिया है। इसके तहत अब विभागों को भी कह दिया गया है कि वे उपचुनाव वाले इलाकों की स्थिति को विभागीय स्तर पर भी देखें और इन सीटों के इलाकों के तहत रुके कामों को जल्द पूरा करें और लंबित योजनाओं पर भी अमल तेजी से करें। खासतौर पर इन इलाकों के विकास के प्रोजेक्टों पर पूरा फोकस करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इनमें भी सड़क, बिजली, पानी, आवास सहित अन्य मुद्दों पर प्रमुखता से फोकस किया जा रहा है।
श्रीमंत की आशीर्वाद यात्रा का भी सहारा
श्रीमंत की जन आशीर्वाद यात्रा के बहाने भाजपा ने खरगोन- खंडवा लोकसभा उपचुनाव के लिए शंखनाद कर दिया है। बीते रोज बड़वाह विस क्षेत्र में यह यात्रा निकाली गई। इस इलाके में अच्छा खासा मराठा वोट बैंक है। उसे पाने के लिए ही श्रीमंत की यात्रा का कार्यक्रम इस इलाके में बनाया गया था। सिंधिया ने अपनी यात्रा रावेरखेड़ी से शुरू की, जो सनावद और बड़वाह के साथ ही 12 से ज्यादा गांवों से गुजरी। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश सरकार के तीन मंत्री व कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। दरअसल यह इलाका श्रीमंत के पूर्वजों के शासन के अधीन रहा है। यहां पर अब भी उनका प्रभाव माना जाता है।
कांग्रेस की भी तैयारी जारी
उधर कांग्रेस भी उपचुनाव की तैयारी में लगी हुई है। कांग्रेस दमोह विधानसभा सीट पर मिली शानदार जीत से पूरी तरह से उत्साहित है। यही वजह है कि कांग्रेस भी इन सीटों पर कोई कोर कसर नहीं छोड़ा चाहती है। कांग्रेस प्रत्याशी चयन से पहले पूरी जमीनी हकीकत पता करने में लगी हुई है। इसके लिए प्रदेश के अलावा केन्द्रीय नेता भी सक्रिय हो चुके हैं। मैदानी जानकारी जुटाने के लिए आज पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और प्रदेश सह प्रभारी संजय कपूर पृथ्वीपुर और रैगांव जाकर पूरा फीडबैक लेंगे। वे इस दौरान मंडलम , सेक्टर , ब्लॉक और जिला पदाधिकारियों की भी बैठक लेने वाले हैं।