तो 2500 होमगार्ड जवानों को मिलने लगेगा ढाई गुना अधिक वेतन

होमगार्ड जवानों

भोपाल/राजीव चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के ढाई हजार होमगार्ड जवानों के लिए अच्छी खबर है। उनके लिए  बतौर वेतन ढाई गुना अधिक राशि मिलने का रास्ता खोलने की तैयारी कर ली गई है। इसके लिए शासन स्तर से उन्हें स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स एसडीईआरएफ में पदस्थ करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस प्रस्ताव को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में रखा जाएगा। प्रस्ताव मंजूर होने पर उनकी तैनाती एसडीईआरएफ में कर दी जाएगी। दरअसल होमगार्ड जवानों को एसडीईआरएफ में तैनाती मिलने पर डेढ़ गुना अधिक वेतन का भुगतान किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने एसडीईआरएफ के लिए लगभग तीन हजार पद स्वीकृत करने के लिए सैद्धांतिक सहमति दी थी, इन पदों पर होमगार्ड सैनिकों से भरा जाना है। जब प्रदेश में एसडीईआरएफ का गठन किया गया था, उस समय इसके लिए सरकार ने 550 पद स्वीकृत किए थे। इसके बाद इस संस्था के लिए अतिरिक्त पदों की स्वीकृति दी गई है। इसके लिए मुख्यालय द्वारा एक प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। यह प्रस्ताव करीब एक साल से एसीएस के पास लंबित था, जिसमें 2425 पद स्वीकृती का आग्रह किया गया था। हाल ही में गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने पुलिस विभाग के आला अफसरों की बैठक बुलाई थी, जिसमें गृह मंत्री को इस संबंध में जानकारी देकर बताया गया था कि होमगार्ड सैनिकों को एसडीईआरएफ में भेजने से शासन पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आएगा।
इस दौरान यह भी तर्क दिया गया कि संकट के समय तीन से साढ़े पांच हजार तक होमगार्ड सैनिकों का उपयोग किया जाता है। सभी सैनिकों का काम एक जैसा होता है। चूंकि एसडीईआरएफ में 550 पद स्वीकृत है लिहाजा उन पदों पर सैनिकों की तैनाती कर दी गई थी उस हिसाब से उन्हें डेढ़ गुना ज्यादा वेतन मिलता है ऐसा इसलिए कि एसडीईआरएफ का वेतन होमगार्ड की तुलना में अधिक है। राहत एवं बचाव कार्य करने वाले अन्य सैनिकों को होमगार्ड का वेतन मिलता है। इसकी वजह से उसका सीधा असर सैनिकों के मनोबल पर विपरीत पड़ता है। अफसरों की इन दलीलों से सहमत होते हुए गृह मंत्री ने इस पर सहमति दे दी थी। इसकी वजह है इसका प्रस्ताव का पहले से ही एसीएस के पास लंबित होना। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही इस संबंध में सहमति जता चुके हैं। ऐसे में 2425 होमगार्ड सैनिकों का एसडीईआरएफ में जाना लगभग तय है। अब इस संबंध में प्रस्ताव कैबिनेट बैठक में पेश किया जाएगा। होमगार्ड से एसडीईआरएफ में उन्हीं सैनिकों को भेजा जाएगा जिनकी उम्र 35 साल से अधिक नहीं होगी। इसकी वजह है एसडीईआरएफ का काम जोखिम भरा होना।

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