- गौरव चौहान

प्रदेश में इन दिनों नए प्रशासनिक मुखिया पद के दावेदारों को लेकर चर्चाएं जोरों पर है, इस बीच आधा दर्जन ऐसे अफसर हैं, जो वरिष्ठता के हिसाब से सीएस पद के दावेदार माने जा रहे हेैं। लेकिन शायद ही उन्हें मुख्य सचिव पद पर काम करने का मौका मिले। इसकी वजह है उनका अगले साल सेवानिवृत्त हो जाना। इनमें से कई अफसरों को तो सरकार का करीबी भी माना जाता है। यह सभी अफसर फिलहाल एसीएस के पद पर पदस्थ है। इनके सेवानिवृत्त होने से छह अफसरों को एसीएस के पद पर पदोन्नत होने का मौका मिल सकेगा।
फिलहाल अगले साल जो वरिष्ठ आईएएस अफसर सेवानिवृत्त होंगे, उनमें एसएन मिश्रा जनवरी में, अजीत केशरी फरवरी में, विनोद कुमार मई में, मो. सुलेमान जुलाई में और अनुराग जैन व जेएन कंसोटिया अगस्त में सेवानिवृत्त होंगे। इनके सेवानिवृत्त होने से संजय शुक्ला, रश्मि शमी, मनीष रस्तोगी, दीपाली रस्तोगी, शिवशेखर शुक्ला, डीपी आहूजा और हरि रंजन राव को एसीएस पद पर पदोन्नत होने का मौका मिल सकेगा। यानि की यह अफसर अगले साल वर्ष 2025 में एसीएस बन जाएंगे।
जो अफसर अगले साल रिटायर होने वाले हैं, उनमें से कई मुख्य सचिव पद के दावेदार भी हैं, जिनकी इसी माह रिटायर होने वाली वीरा राणा के स्थान पर मुख्य सचिव पद की दावेदारी है। मुख्य सचिव वीरा राणा का कार्यकाल इसी माह खत्म हो रहा है। उनको एक्सटेंशन नहीं मिलने पर प्रमुख सचिव नगरीय विकास विभाग नीरज मंडलोई अपर मुख्य सचिव पद पर पदोन्नत होंगे। इसके बाद नवंबर में पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव के रिटायरमेंट के बाद प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन इस पद पर प्रमोट हो जाएंगे। अनुपम राजन की इस साल एसीएस पद पर पदोन्नति उसी स्थिति में हो पाएगी, जब अनुराग जैन की केंद्र से वापसी न हो। अगर जैन को मुख्य सचिव बनाया गया तो राजन को अगले साल फरवरी से ही एसीएस का पद मिल सकेगा। इसके अलावा, इसी साल दो अन्य अधिकारी आशीष उपाध्याय और पंकज राग भी रिटायर हो रहे हैं, लेकिन उनकी पोस्टिंग दिल्ली में होने के कारण रिटायरमेंट पर एमपी के किसी अधिकारी को पदोन्नत होने का मौका नहीं मिलेगा।
केन्द्र में पदस्थ अफसर
वर्तमान में प्रदेश कैडर के दस अफसर केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ है , इनमें अलका उपाध्याय, मनोज गोविल, पंकज अग्रवाल, वीएल कांताराव, नीलम शमी राव, दीप्ति गौड़ मुखर्जी, विवेक अग्रवाल, पल्लवी जैन गोविल, अनिरुद्ध मुखर्जी, हरिरंजन राव के नाम शामिल हैं।
इन्हें मिलेगा मुख्य सचिव का वेतनमान
अगले साल होने वाली छह अफसरों की सेवानिवृत्ति से रिक्त पदों पर प्रदेश के कुछ प्रमुख सचिवों को इसलिए मुख्य सचिव वेतनमान मिल सकता है, क्योंकि एक साल के अंतराल में इस पद की दावेदारी में आने वाली कुछ आईएएस अधिकारी दिल्ली और अन्य राज्यों में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हो गए हैं। इनमें दीप्ति गौड़ मुखर्जी, अनिरुद्ध मुखर्जी शामिल हैं। इसके अलावा विवेक अग्रवाल, हरिरंजन राव पहले से ही दिल्ली में हैं। कुछ अन्य आईएएस अधिकारी भी पहले से ही प्रतिनियुक्ति पर हैं, जो एमपी लौटने पर एसीएस पद पर पदस्थ होंगे, लेकिन प्रतिनियुक्ति पर रहने के कारण उनसे नीचे के पदक्रम वाले अफसरों को प्रमोट होने का मौका मिलेगा।