शिवराज की अब पूरी चिंता वैक्सीनेशन पर, नहीं चाहते तीसरी लहर से तबाही

शिवराज

भोपाल/ प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता के बाद मुख्यमंत्री शिवराज  सिंह चौहान जा अब पूरा फोकस वैक्सीनेशन पर है। दरअसल मुख्यमंत्री नहीं चाहते कि कोरोना की तीसरी लहर की तबाही हमें देखना पड़े। यही वजह है कि वह प्रदेश के शहरों के साथ गांव-गांव में भी वैक्सीनेशन को लेकर जोर दे रहे हैं। यही नहीं वैक्सीनेशन को लेकर जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके तहत लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसी के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी इंतजाम भी किए जा रहे हैं। चूंकि कोरोना काल में औद्योगिक उत्पादन का भारी नुकसान पहले ही हो चुका है। इसको देखते है उद्योग क्षेत्र पर असर न पड़े इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए सरकार ने जो तैयारी की है उसके तहत औद्योगिक प्रतिष्ठानों में श्रमिकों की सुरक्षा के लिए इंतजाम किए जा रहे है। दरअसल इसके पीछे उद्देश्य यह है कि फैक्ट्रियों में साथ-साथ या समूह में काम करने वाले श्रमिकों में संक्रमण का संचार न हो। यदि औद्योगिक क्षेत्र की किसी यूनिट में कोरोना संक्रमण पाया जाता है तो संबंधित क्षेत्र में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा सकते हैं ताकि संक्रमण अन्य क्षेत्रों और कालोनियों में ना फैले। जिला प्रशासन के साथ श्रमिकों के पात्रता अनुसार आयुष्मान कार्ड बनवाने एवं खाद्य सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाएं करा सकती है। औद्योगिक इकाइयां 18 प्लस के कर्मचारियों का वैक्सीनेशन करवा कर आ सकती है। यही नहीं औद्योगिक इकाइयों के पास उपलब्ध भवनों को कोविड केयर सेंटर एवं आइसोलेशन रूम के रूप में परिवर्तित कर उपयोग करेंगे। साथ ही जिला प्रशासन के सहयोग से औद्योगिक इकाइयां अपने कर्मचारियों एवं अधिकारियों के स्वास्थ्य की जांच एवं उनके अस्वस्थ होने पर इलाज की व्यवस्था करा सकती है। लगातार ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
एसोसिएशन ने शुरू कराया वैक्सीनेशन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर चलाए जा रहे वैक्सीनेशन अभियान को आगे बढ़ाने के लिए पीथमपुर औद्योगिक संगठन के अध्यक्ष गौतम कोठारी और एसोसिएशन आफ ऑल इंडिया इंडस्ट्रीज मंडीदीप के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल आगे आए हैं। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी के तहत इन दोनों ही औद्योगिक क्षेत्रों में वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। प्रयास किए जा रहे हैं कि शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराया जाए। इसमें श्रमिकों कर्मचारियों के साथ उनके परिजन भी शामिल है। ठेके पर काम करने वाले श्रमिकों के लिए अभी वैक्सीनेशन की व्यवस्था की जा रही है। खास बात है कि औद्योगिक संगठनों ने भी अपने स्तर पर अस्पतालों से चर्चा की है और यदि जरूरत पड़ी तो कर्मचारियों को सस्ता इलाज भी इन अस्पतालों में कराया जाएगा। वहीं सरकार की ओर से मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र में 50 बिस्तर का कोविड केयर सेंटर भी तैयार किया गया है। साथ ही यहां कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन भी उद्योगों में कराया जा रहा है।
अब और जोखिम उठाने तैयार नहीं उद्योग
उल्लेखनीय है कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान फैले संक्रमण की वजह से लगाए गए लॉकडाउन में औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन का भारी नुकसान हुआ है।  मांग व आपूर्ति गड़बड़ाने के साथ ही उद्योग बंद होने से घाटा उठाना पड़ा। दूसरी ओर सरकारी मदद नहीं मिलने से स्थिति और भी खराब हुई। यही वजह है कि अब उद्योग और घाटा उठाने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में इस सेक्टर ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। कोरोना की पहली लहर के दौरान बड़ी संख्या में श्रमिकों ने पलायन किया था। हालांकि दूसरी लहर में यह स्थिति कम देखने में आई। वहीं अब तीसरी लहर में कोई पलायन ना हो इसके लिए औद्योगिक संगठन लगातार प्रयासरत है। औद्योगिक क्षेत्रों में जागरूकता लाने प्रयास किए जा रहे हैं और वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। साथ ही श्रमिकों के लिए चिकित्सा की व्यवस्थाएं भी बढ़ाई जा रही हैं।

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