
- एक पेड़ हजारों जीव- जन्तुओं को भोजन देता हैं.., हर आमजन को वर्ष में एक बार पौधारोपण का संकल्प लेना चाहिए
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। स्मार्ट सिटी पार्क भोपाल, स्वस्थ्य पर्यावरण के लिये हर रोज पौधारोपण करने के संकल्प को प्रदेश, देश और विश्व में कहीं भी हो साकार रूप दे रहे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को स्वर्गीय रामचंद्र धनोतिया की चतुर्थ पुण्य तिथि पर पुत्र वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र धनोतिया एवं पोते अजय धनोतिया के साथ अर्जुन का पौधा रोपा।
शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर पर्यावरण को सुरक्षित और समृद्ध करने के महासंकल्प के साथ संदेश दिया कि एक व्यस्क पौधा हजारों पक्षियों और जीव- जन्तुओं को भोजन देता है। इसलिये अपने जन्मदिन, शादी की सालगिरहा, माता – पिता की स्मृति – पुण्यतिथि पर एक पेड़ अवश्य लगाये। शिवराज जी ने मेरे (राजेन्द्र धनोतिया) पिता की पुण्यतिथि पर यह दूसरा पेड़ लगाया है। उन्होंने 1 मई को मेरी माता श्रीमती लीला धनोतिया की स्मृति में भी जामुन का पौधा इसी जगह मेरे परिजनों के साथ रोपा था। मेरी माताजी का निधन 28 मार्च को हो गया था। उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने के साथ ही उन्होंने उनके साथ 2 मई 2025 को मेरे पिता की पहली पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री रहते हुए मां के साथ (उस समय मां जीवित थी) लगाये गये नीम के पेड़ की यादों को भी चर्चा के दौरान हमारे साथ साझा किया। बीते दिवस ही जब मैंने उन्हें पिता जी की पुण्यतिथी पर पौधरोपण की याद दिलाई और बताया कि पिता की 2 मई को चतुर्थ पुण्यतिथि है, तो उन्होंने तत्काल आज पौधरोपण करने की बात कही और आज दिल्ली जाने के पूर्व पौधरोपण किया।
स्मार्ट सिटी पार्क में पिता की पुण्यतिथि पर पौधारोपण के दौरान जब मैंने उन्हें पूर्व में किये गये पौधारोपण को दोहराया – कहा आप पिता की स्मृति में यह दूसरा पौधारोपण कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा- हमेशा लगायेंगे उनकी स्मृति में। जब इन पेड़ों से आक्सीजन मिलेगी तो पिताजी की आत्मा को शांति मिलेगी। पक्षी चहचहायेंगे। उन्होंने कहा एक व्यस्क पेड़ हजारों जीव- जन्तुओं को भोजन प्रदान करता है, कई लोगों को आक्सीजन देता है। उन्होंने आव्हान किया कि आमजन अपने आस- पास पौधरोपण करें, ताकि पर्यावरणीय समृद्धता में वृद्धि हो सके।
शिवराजी आपका आभार
शिवराज,जी आपने ने मेरे संक्षिप्त अनुरोध पर मेरे माता और पिता की स्मृति को चिरस्थायीत्व देने का काम किया है। साथ ही हर वर्ष उनकी स्मृति में पौधरोपण का भरोसा भी दिलाया है। आपका आभार और साधुवाद। आपका पर्यावरण को सुरक्षित एवं समृद्ध करने का महासंकल्प साकार रूप लें, यही कामना करता हूं।