
- माफिया के कब्जे से मुक्त कराई करोड़ों की अवैध जमीन
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जितने संवेदनशील हैं, उतने ही कठोर भी। उनकी संवेदनशीलता गरीबों और जरूरतमंदों के लिए हमेशा दिखती है, वहीं माफिया अब े उनकी कठोरता को भी झेल रहा है। अपनी चौथी पारी में शिवराज ने माफिया पर जमकर नकेल कसी है। प्रदेश को माफियामुक्त बनाने के लिए न केवल उन्होंने प्रशासन को फ्रीहैंड दिया है, बल्कि माफिया के कब्जे से अवैध जमीनों को मुक्त भी कराया है। पुलिस ने पिछले 10 महीनों के अंदर अपराधियों की कमर तोड़ दी है। प्रदेश के 52 जिलों में अपराधियों के 7 हजार ठिकानों पर बुलडोजर चला है। माफिया और अपराधियों के कब्जे से 18 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति मुक्त कराई जा चुकी है। प्रदेश के बाकी जिलों के अपेक्षा भोपाल संभाग में सबसे ज्यादा कार्रवाई हुई है।
मप्र सरकार ने इसी साल जून में घोषणा की थी कि प्रदेश में माफिया और गुंडों से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के आशियाने बनेंगे। अब इस योजना का ड्राफ्ट तैयार हो गया है। सरकार इस जमीन पर गरीबों के लिए स्वराज योजना ला रही है। इसमें फ्लैट, डुप्लेक्स, प्लॉट भी मिलेंगे। कवर्ड कैंपस भी बनाए जाएंगे, लेकिन बड़ी बात ये कि ये मकान फ्री नहीं मिलेंगे, इसके लिए खरीदार को आंशिक कीमत देनी होगी। प्रदेश में पिछले दो साल में सरकार ने माफिया से 21502 एकड़ जमीन मुक्त कराई है। इसका बाजार मूल्य 18146 करोड़ रुपए है। नई योजना में हितग्राहियों से लेकर एजेंसी और डेवलपर्स के चयन आदि को लेकर गाइडलाइन बनाई गई है। इसमें हितग्राहियों का चयन करने का अधिकार कलेक्टर के पास रहेगा। अभी योजना का ड्राफ्ट मंजूरी के लिए सीनियर सेक्रेटरी की कमेटी के पास जाएगा। ये कमेटी पात्र हितग्राही की स्क्रूटनी भी करेगी।
अपराधियों पर चला प्रशासन का डंड़ा
प्रदेश में जिन बड़े अपराधियों पर डंडा चला है उसमें गुना जिले के धरनावदा में दिल्ली में हुई सनसनीखेज डकैती के फरार आरोपी राजा पारदी, राजू पारदी के अवैध कब्जे से 3 बीघा की सरकारी जमीन, 6 लाख रुपए जिस पर मकान, ईट भट्टा को ध्वस्त कर मुक्त कराया। निवाड़ी के सेंदरी थाना क्षेत्र के थौना गांव में आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त आरोपीगण धनेन्द्र कुशवाहा, बृजकिशोर कुशवाहा, फूलचंद्र कुशवाहा सहित अन्य आरोपियों के सरकारी जमीन पर बने पक्के मकान और कब्जे, कृषि भूमि 2.75 एकड़ कुल कीमत 3 करोड़ से अधिक की मुक्त कराई गई। इसके साथ ही आरोपी धनेन्द्र कुशवाह के खिलाफ जिला बदर की कार्यवाही की गई। धार जिले के पीथमपुर क्षेत्र में इरफान, इस्लाम व चांद खां थाना पीथमपुर के सूचिबद्ध अपराधी है, पीथमपुर में एमपीआईडीसी की जमीन से अपराधियों के अवैध अतिक्रमण को हटाकर लगभग 2.5 एकड़ भूमि संभावित मूल्य 10 करोड़ की मुक्त कराई गयी। रतलाम औद्योगिक क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर दिलीप जिसके खिलाफ 22 से ज्यादा अपराध दर्ज थे, दिलीप के द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण को मुक्त कराया और हानिफ उर्फ मोटा जिसके खिलाफ 15 अपराध थे, जो जुआ/सट्टे का आदतन आरोपी था उसका अवैध अतिक्रमण हटाया गया। मंदसौर जिले में 06 गौवंश तस्करों के 1 करोड़ 25 लाख के अवैध निर्माण एवं अतिक्रमणों को ध्वस्त किया गया तथा थाना दलौदा के लूट के आरोपी को पकडकर संरक्षण देने वाले अन्य आरोपियों को ग्राम सजीत व ग्राम बरखेड़ा गंगासा के करोड़ रुपए के अतिक्रमण को संयुक्त कार्यवाही में ध्वस्त किया गया। दिल्ली में चार करोड़ की डकैती को अंजाम देने वाले आरोपियों के ठिकानों पर गुना जिले के खेजरा चक्क गांव में बुल्डोजर चला जिसमें घर जमीन और ईंट भट्टों को पूरी तरह से नष्ट किया गया।
खरगोन दंगे के बाद सबसेबड़ी कार्रवाई
माफिया को बख्शा नहीं जाएगी, इस चुनौती को पुलिस ने जिलों में लागू कर दिखाया है। खास बात है कि खरगोन दंगे के बाद पुलिस ने प्रदेश भर से सबसे बड़ी कार्रवाई की थीं। 24 घंटे के अंदर 45 मकानों को तोड़ दिया था। एससीआरबी के आकड़ों की मानें तो पिछले 10 महीने के अंदर 345 माफियाओं पर रासुका लगाई गई है। इसके अलावा 590 को जिला बदर किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जिन माफिया या अपराधियों के ठिकानों पर बुलडोजर चलाया गया है। पुलिस ने उनके पुराने आपराधिक रिकार्ड को देखने के बाद कार्रवाई की है। अधिकांश कार्रवाई महिला या बच्चियों से दुराचार के मामलों की गई है। करीब 64 प्रतिशत महिला अपराधों में बदमाशों के अवैध मकानों पर कार्रवाई की गई है।
भू-माफियाओं से मुक्त कराई गई जमीन
जबलपुर आधारताल में भू माफिया आसिफ के अवैध कब्जे से 14 करोड़ रुपए से 10 हजार वर्गफीट सरकारी जमीन पर बने अवैध निर्माण को मुक्त कराया गया। धार पीथमपुर- भू-माफिया इरफान, अनरान, चांद खां के अवैध कब्जे से 10 करोड़ रुपए की कीमती 2.5 एकड़ सरकारी जमीन मुक्त कराई गयी। जबलपुर ओमती- भू-माफिया मोहम्मद रियाज जिस पर 4 अपराधिक प्रकरण दर्ज है, के अवैध कब्जे से अवैध तीन मंजिला मकान कीमती 1 करोड़ रुपए को ध्वस्त कर मुक्त कराई गयी। गुना कैन्ट- भू माफिया शिवलाल जिस पर 13 अपराधिक प्रकरण दर्ज है, के अवैध कब्जे से 25 बीघा शासकीय भूमि को मुक्त करवाया गया व मकान को ध्वस्त किया गया। निवाड़ी ओरछा- हाईवे रोड़ किनारे स्थित 28 करोड़ रुपए की कीमती 35 एकड़ जमीन पर झांसी निवासी आरोपी अरविंद यादव ने अपने साथियों के साथ सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया था। इस मामले में आरोपी पर मामला दर्ज कर राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा अतिक्रमण हटाकर सरकारी जमीन मुक्त कराई।
दो संभाग में सबसे ज्यादा कब्जा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भोपाल और रीवा संभाग में सबसे ज्यादा सरकारी जमीनों पर कब्जा था। जिसे पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हटाया है। प्रदेश के मुकाबले 46 फीसदी सिर्फ दो ही संभाग में सरकारी जमीनों पर भूमाफियाओं ने कब्जा किया था। इसके अलावा इंदौर और ग्वालियर में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मकानों पर बुलडोजर चलाया गया है।