
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश का बुरहानपुर प्रदेश का पहला जिला बन गया है, जहां जल जीवन मिशन से ग्रामीण आबादी के हर घर में नल से जल पहुंच रहा है। यह जिला भाजपा की दिग्गज नेता अर्चना चिटनिस का गृह जिला है। यही वजह है कि इसे अर्चना चिटनिस का बुरहानपुर पैटर्न कहा जा रहा है। प्रदेश में शुरू किए गए जल जीवन मिशन के कामों के अब अच्छे परिणाम मिलना शुरू हो गए हैं। बीते रोज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुरहानपुर को शत-प्रतिशत नल- जल युक्त जिला घोषित किया। इस दौरान उनके द्वारा घोषणा की गई की आने वाले दिनों में प्रदेश के हर जिले में 75-75 नए तालाब बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि धरती में पानी रहेगा तो नल-जल योजना भी चलेगी। इस मामले में भी बुरहानपुर 75 तालाब खोदकर रेकॉर्ड बनाएगा। सीएम ने कहा कि जलाभिषेक योजना से चेक डैम, स्टॉप डैम, बोरी बंधान जो भी पानी बचाने की योजना बने, वह कर डालो। कार्यक्रम में शिवराज ने पानी बचाने का संकल्प भी दिलाया। इस दौरान जल जीवन मिशन की 474 करोड़ रुपए की 945 योजनाओं का ई-लोकार्पण भी किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधाते हुए कहा कि बीच में कांग्रेस आई थी, तब भी जल जीवन मिशन था, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने, कमलनाथ दादा ने जल जीवन मिशन के लिए पैसा नहीं दिया। आधा पैसा देना था राज्य को, आधा केंद्र को, लेकिन कमलनाथ ने कहा कि हमें पानी-वानी नहीं चाहिए। उन्होंने यह पाप किया। उनकी वजह से योजना में डेढ़ साल की देरी कर दी। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि इस सौगात को सहेजने के लिए पानी की बचत करने के साथ जल संवर्धन भी जरूरी है। इससे योजना के जल-स्रोत जीवित बने रहेंगे तभी पेयजल की योजनाएं निरंतर चल पाएंगी। उन्होंने कहा कि एक लम्बे समय से कुओं और हैंडपंप के माध्यम से भू-जल का दोहन किया जाता रहा है। आज समय आ गया है कि हम सब को मिलकर भू-जल स्तर को बढ़ाने का काम करना है। जब जल-स्रोत बने रहेंगे, तब ही खेती और हमारी प्यास बुझ पाएगी। उन्होंने प्रदेशवासियों का आहवान किया कि वे जल संरक्षण और जल-संवर्धन के कार्य को जन-आंदोलन बनाकर पानी की हर बूंद को बचाये।
प्रदेश में गरीबों की सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गरीबों की सरकार है। उनके लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। गरीब को रोटी, मकान, दवाई, पढ़ाई और रोजगार देने का काम तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में प्रधानमंत्री अन्न योजना और मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना में नि:शुल्क राशन दिया जा रहा है। आयुष्मान योजना में 5 लाख रुपए तक का नि:शुल्क उपचार, युवाओं के लिए रोजगार मेलों का आयोजन और हर गरीब को नि:शुल्क आवास दिये जा रहे हैं। पूर्व की सरकार ने जो योजनाएं बंद कर दी थीं, उन्हें पुन: शुरू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना और तीर्थ-दर्शन योजना अप्रैल माह से शुरू की जा रही हैं। अब कन्या विवाह योजना में प्रत्येक बेटी के विवाह के लिये 55 हजार रुपए राज्य सरकार द्वारा दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि आपकी निगाह में मैं अच्छा और सच्चा हूं तो पानी बचाने, पेड़ लगाने, गांव का गौरव दिवस मनाने, आँगनवाड़ी और स्कूलों के संचालन, स्वच्छता बनाये रखने और महिलाओं का सम्मान करने में मेरा साथ देते रहना।
चलाया जाएगा विशेष अभियान
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अप्रैल माह से जल-संवर्धन के लिए प्रदेश में जलाभिषेक अभियान चलाया जाएगा। इसमें मनरेगा के साथ जन-भागीदारी को शामिल कर अधिकाधिक तालाब, चेक डेम, स्टाप डेम जैसी जल-संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इससे आने वाली पीढ़ी के लिए हम जल की उपलब्धता सुनिश्चित कर सकेंगे और उन्हें जल संवर्धन के प्रति जागरूक भी बनायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आहवान पर हर जिले में 75 तालाब बनाने का संकल्प लिया गया है। जल महोत्सव में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस क्षेत्र की महिलाएं आज इतनी प्रसन्न है कि उन्होंने घर में पानी आने की खुशी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 11 हजार शुभकामना-पत्र लिखे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्हें देखकर आज मेरी प्रसन्नता की सीमा नहीं है, मन आनंद से भरा है। मुझे यह जानकर हर्ष हो रहा है कि गांव की जल-प्रदाय योजनाओं के संचालन और संधारण का कार्य भी महिला स्व-सहायता समूहों ने अपने हाथ में लिया है। मुख्यमंत्री ने निकाली गई कलश यात्रा में महिलाओं ने अपने पूर्व अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि उनका अधिकतम समय पेयजल व्यवस्था में ही लग जाता था। अब घर में नल से जल आने से सारी परेशानियाँ दूर हो गई हैं।
129 करोड़ खर्च कर पहुंचा 504 बसाहटों में पानी
अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव ने जल जीवन मिशन के कामें की जानकारी देते हुए बताया कि बुरहानपुर जिले में जल जीवन मिशन में हर घर में नल से जल पहुंचाने के लक्ष्य को निर्धारित समय से पहले ही पूरा कर लिया गया है। बुरहानपुर जिले में 129 करोड़ रुपए खर्च कर 167 ग्राम पंचायतों के 254 ग्रामों की 504 बसाहटों में निवास करने वाले ग्रामीणजन को शुद्ध पेयजल पहुँचाने की व्यवस्था की गई है। जिले में ग्रामीण क्षेत्रों के एक लाख से अधिक परिवारों के 5 लाख से अधिक ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मिलेगा। जल जीवन मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत 72 सीसी टंकी निर्मित कराई गई। ग्रामीण क्षेत्र की 641 शालाओं और 549 आंगनबाड़ियों के अलावा 56 छात्रावासों में भी जल पहुँचाने की व्यवस्था की गई है।