
- भाजपा ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से घर-घर बढ़ाई पैठ
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। वर्तमान समय में इंटरनेट मीडिया राजनैतिक सक्रियता का पैमाना बना हुआ है। आज भाजपा ने मप्र सहित देशभर के घरों में सोशल मीडिया के माध्यम से पैठ बढ़ाई है। मप्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जितना सरकारी कामकाज में सक्रिय रहते हैं, उतना ही सोशल मीडिया पर भी। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रहते हैं। ये सोशल मीडिया सनसनी बने हुए हैं, क्योंकि इनके फालोअर्स की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है।
गौरतलब है कि आमजन से अधिक से अधिक जुड़ाव के लिए देश में इंटरनेट मीडिया का सियासत में सबसे पहले और ज्यादा उपयोग भाजपा ने ही किया। नरेन्द्र मोदी की बतौर प्रधानमंत्री ताजपोशी से लेकर अधिकतर राज्यों में भाजपा की सरकार के रूप में इसके सुखद परिणाम भी पार्टी के सामने हैं। पार्टी इंटरनेट मीडिया पर जहां बेहद मजबूती के साथ मौजूद है, वहीं पिछले दिनों विश्व के सबसे लोकप्रिय नेताओं में मोदी शिखर पर पहुंच गए। इंटरनेट मीडिया की ताकत को पहचानते हुए भाजपा ने तय किया है कि इन प्लेटफार्म पर सक्रियता के आधार पर ही पार्टी चुनाव में टिकट देगी। हालांकि जमीनी हकीकत अलग है।
सोशल मीडिया से तय होगी ‘राजनीतिक किस्मत’
प्रदेश में भाजपा अब मैदानी सक्रियता के साथ ही सोशल मीडिया पर सक्रियता के आधार पर नेताओं का राजनीतिक भविष्य तय करेगी। हाल ही में चार सीटों पर हुए उपचुनाव में पार्टी ने यह प्रयोग कर लिया है। परंपरागत तौर पर सहानुभूति जैसे फैक्टर को किनारे कर भविष्य के नेताओं को टिकट देकर पार्टी ने जीत हासिल की है। अगले विधानसभा चुनावों में टिकट को लेकर भी मापदंड तय कर दिए गए हैं। जनता के बीच सक्रियता के साथ टिकट की दावेदारी के लिए प्रमुख पैमाना इंटरनेट मीडिया पर सक्रियता भी होगी। मौजूदा जनप्रतिनिधियों की इंटरनेट मीडिया में सक्रियता पर पार्टी संगठन की नजर है। इस आधार पर तैयार रिपोर्ट से ही प्रत्याशियों के चयन होगा। भाजपा प्रदेश प्रभारी पी. मुरलीधर राव कहते हैं कि परफारमेंस के कई मोर्चा पर हम विधायकों से बात कर रहे हैं। उसके आधार पर ही उनके भविष्य के फैसले होंगे।
कई मंत्री और नेता की मौजूदगी बेहद कमजोर
जहां एक तरफ मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के फालोअर्स लगातार बढ़ रहे हैं और इनकी सक्रियता पार्टी को मजबूत कर रही है, वहीं कई मंत्री और संगठन के पदाधिकारियों की मौजूदगी बेहद कमजोर है। शिवराज कैबिनेट के कई मंत्रियों के वेरीफाइड अकाउंट नहीं हैं और फालोअर भी कुछ हजार तक सीमित हैं। मंत्री इंदरसिंह परमार के 61,014 फालोअर्स हैं। वहीं जगदीश देवड़ा के 17,592, हरदीप सिंह डंग के 11,008, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के 10,780, रामखेलावन पटेल के 6,252, प्रेम सिंह पटेल के 4,417, भारत सिंह कुशवाह के 3,791, ओपीएस भदौरिया के 3,505, बृजेंद्र सिंह यादव के 3,110 और रामकिशोर कांवरे के 1,286 फालोअर्स हैं।
शिवराज के 78 लाख से अधिक फालोअर्स
मप्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोशल मीडिया पर सबसे अधिक सक्रिय नेता हैं। ट्विटर पर शिवराज सिंह चौहान के 78,18,406 फॉलोअर्स हैं। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया के 43,37,989, कैलाश विजयवर्गीय के 15,81,667, उमा भारती के 4,02,447, नरोत्तम मिश्रा के 3,15,639, विष्णु दत्त शर्मा के 2,47,242, राकेश सिंह के 2,19,607, भूपेंद्र सिंह के 1,34,131, गोपाल भार्गव के 1,26,293 और तुलसी सिलावट 1,07,877 फॉलोअर्स हैं। ये वे लोग हैं जो सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रहते हैं।