विंध्य और महाकौशल पर शाह का फोकस

कल जबलपुर तो परसों रीवा में कार्यकर्ताओं को देंगे जीत का मंत्र

 अमित शाह

भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में 21 अक्टूबर से नामांकन शुरू होगा। इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मप्र फतह करने के लिए मैदानी मोर्चा संभालेंगे। फिलहाल उनका फोकस विंध्य में रिकॉर्ड और बेहतर करने तथा महाकौशल में स्थिति सुधारने पर है। अपने मिशन को पूरा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 21 अक्टूबर को जबलपुर और 22 अक्टूबर को रीवा आ रहे हैं। शाह दोनों जगह कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे।  विंध्य और महाकौशल में भाजपा को अलग-अलग चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पहले जबलपुर में जनसभा कर चुके हैं लेकिन केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की यह यात्रा पूरी तरह संगठन को कसने के लिए हो रही है। वे 22 अक्टूबर को रीवा में भी पार्टी पदाधिकारियों की बैठक लेंगे। जबलपुर और रीवा में आठ-आठ विधानसभा सीटें हैं। इनमें जबलपुर में चार सीटें भाजपा के पास तो चार विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। वहीं रीवा की आठों विधानसभा सीटों पर भाजपा काबिज है।
शाह की मौजूदगी में सेट होगा एजेंडा
22 अक्टूबर को रीवा में भाजपा की होने वाल बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इसे संबोधित करेंगे। बैठक में मुख्य रूप से विंध्य क्षेत्र को लेकर चर्चा होगी, लेकिन साथ ही पूरे प्रदेश में चुनाव का एजेंडा भी सेट होगा। इस चुनाव में सत्ता मैं वापसी के लिए भाजपा के लिए विंध्य क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन जरूरी है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी के भाजपा में शामिल होने के बाद क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण भी बदले हैं। जानकारी के अनुसार इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र सिंह समेत अन्य नेता शामिल होंगे।
विंध्य भाजपा का मजबूत गढ़
विंध्य क्षेत्र की कई विधानसभा सीटों को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है। बीते चार चुनाव के आंकड़े भी इसकी गवाही देते हैं। यहां की 30 सीटों में से 24 पर भाजपा का कब्जा है। यहां जातिगत राजनीति प्रभावी रहती है। इस इलाके में ब्राह्मण, जनजाति वर्ग का का खासा वर्चस्व है। कई क्षेत्रों में ओबीसी वर्ग भी सियासत की बाजी पलटने का माद्दा रखता है। परिवर्तन के दौर में हालांकि इस बार भाजपा के सामने गढ़ बचाने की चुनौतियां हैं। जबकि कांग्रेस के भीतर अपना पुराना जनाधार वापस पाने की छटपटाहट भी साफ नजर आ रही है। बहुजन समाज पार्टी के उद्भव व पराभव का गवाह विंध्य क्षेत्र राजनीति में नई सियासी करवटों के लिए भी जाना जाता है। विंध्य क्षेत्र मप्र की राजनीति की प्रयोग भूमि भी है। यहां नई पार्टियां आते ही अपना प्रभाव जमा लेती हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होता है। भाजपा के लिए विंध्य क्षेत्र की जीत कितनी अहम है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी ने विंध्य की विधानसभा सीटों के चुनावी मैदान में प्रदेश के तीन मंत्रियों राजेंद्र शुक्ल, मीना सिंह व बिसाहूलाल सिंह को टिकट देकर जहां चुनावी जंग में उतारा है, वहीं दो सांसद सतना से गणेश सिंह एवं सीधी से रीति पाठक को उम्मीदवार बना कर विधायकी जीतने की बिसात बिछा दी है। पार्टी ने इस कदम से यह मिथक भी तोडने की कोशिश की है कि चाहे वह मंत्री हो या सांसद, पार्टी की नजर में कार्यकर्ता ही है और उसे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देशों का पालन करना ही होगा। विंध्य क्षेत्र में भाजपा की इस नीति के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
नामांकन जमा कराएंगे पार्टी के दिग्गज नेता
विधानसभा चुनाव लड़ रहे केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सांसद राकेश सिंह, रीति पाठक और राव उदयप्रताप सिंह का नामांकन जमा कराने के लिए पार्टी के दिग्गज नेता पहुंचेंगे।
94 सीटों पर घोषणा
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा के लिए बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आज दिल्ली में होगी। इसमें प्रधानमंत्री मोदी भी मौजूद रहेंगे। बैठक के बाद भाजपा के बचे प्रत्याशियों के नाम में से पांचवी सूची घोषित होने की संभावना है। पार्टी ने अभी तक 136 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं। बाकी 94 सीटों पर घोषणा शेष है।आज  शाम 6 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बीजेपी सीईसी की बैठक होगी। जिसमें मध्यप्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा की जाएगी। बताया जा रहा है कि इस बैठक के बाद भारतीय जनता पार्टी कैंडिडेट की पांचवी सूची जारी कर सकती हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 3 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे। जहां वे बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में शामिल होंगे। आपको बता दें कि इसके पहले मंगलवार को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निवास पर कोर ग्रुप की बैठक हुई थी।

Related Articles