शाह ने कई बार की शिव की प्रशंसा तो वीडी को मिली…शाबाशी

अमित शाह
  • चौहान ने आतंकी संगठन सिमी को जड़ से उखाड़ फेंका: शाह

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के एक दिनी दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सरकार के कामकाज को लेकर जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पीठ थपथपाई तो वहीं ,प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भी संगठन के कामकाज को लेकर शाबाशी दी है। इस वजह से एक बार फिर से केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शिव सरकार के कामकाज पर अपनी मुहर लगा दी है। अपने लगभग 21.30 घंटे के प्रवास के दौरान शाह पांच प्रमुख कार्यक्रमों में शामिल हुए। खास बात यह है की इस दौरान मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में चारों राज्यों के लिए आतंरिक सुरक्षा, वामपंथ, नक्सलवाद और अपराध पर नियंत्रण को लेकर मंथन कर कई कदम उठाने को भी कहा गया। इस परिषद में मध्यप्रदेश के अलावा उप्र , छत्तीसगढ़ और हरियाणा शामिल है।
 शाह ने बैठक में परिषद के एजेडें के कामकाज को लकर चर्चा करते हुए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा सिमी के नेटवर्क को जड़ से उखाड़ने , माफिया को ध्वस्त करने, शिक्षा नीति का बेहतर क्रियान्वयन , चिकित्सा और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में कराने और कृषि दर दो डिजिट पर बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए उनके द्वारा किए जा रहे परिश्रम की पराकाष्ठा पर उनकी पीठ थपथपाई। शाह ने शिक्षा और सहकारिता में नई नीति के जरिए क्रांति का आगाज होना बताया। शाह ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश हर दिशा में विकास कर रहा है। उनके द्वारा प्रशासनिक तौर पर वामपंथ नक्सलवाद अपराध को रोकने का मंसूबा भी जताया। इस दौरान वे पार्टी के नेताओं को जाते समय सियासी टिप्स भी दे गए। उनका कहना था की सभी राज्य अच्छा काम कर रहे । शाह ने कहा, वर्ष 1957 से 2013 की तुलना में 2014 से अब तक क्षेत्रीय परिषद की बैठकें तीन गुना बढ़ी हैं। 17 जनवरी 2022 को मध्य क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति की 14वीं बैठक में 54 में से 36 मुद्दों को हल किया गया। मप्र, उप्र, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति देश के विकास व जीडीपी में महत्वपूर्ण है। बैठक में शाह ने कहा की वामपंथी उग्रवाद को सौ फीसदी खत्म करेंगे , नक्सली समस्या को देश में बढ़ने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि हर राज्य में फॉरेंसिक साइंस के कॉलेज खोले जाएं ,पुलिस के बच्चों की उच्च शिक्षा सरकार कराएगी और सहकारिता विवि खोलेंगे, सहकार से खेती भी होगी।
 केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उल्लेख करते हुए कहा की यह नीति शिक्षा के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ विचारों को जमीन पर लाने का कार्य कर रही है। स्वभाषा और मातृभाषा के सम्मान और मन की शक्ति को बढ़ाते हुए भारतीय कलाओं और संस्कृति को प्राथमिकता देने वाली व्यवहारिक नीति है। एक समय आएगा, जब दुनिया के देशों के लोग भारतीय शिक्षण संस्थानों में अध्ययन के लिए बड़ी संख्या में आएंगे। भारतीय शिक्षण संस्थाएं विश्व के श्रेष्ठ शिक्षण संस्थाओं में शामिल होंगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति नागरिक आकांक्षाओं का प्रतिबिम्ब है। यह नीति भविष्य के भारत की नींव भी है। इस नीति का शिक्षा क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों को गंभीरता से अध्ययन करना चाहिए। इससे नीति के क्रियान्वयन को भी बल मिलेगा। सामर्थ्य, पहुंच, गुणवत्ता, निष्पक्षता और जवाबदेही इस नीति के प्रमुख पांच स्तंभ हैं। शाह ने लगभग एक घंटे के वैचारिक प्रबोधन में नवीन शिक्षा नीति की विशेषताओं का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने मध्यप्रदेश में इस नीति के बेहतर क्रियान्वयन की सराहना भी की। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान चिकित्सा और अन्य तकनीकी पाठ्यक्रमों को हिन्दी में उपलब्ध करवाने के निर्णय के लिए बधाई के पात्र हैं। स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद मातृ भाषा और क्षेत्रीय भाषाओं को महत्व मिला है। निश्चित ही हम क्षमतावान नागरिक पैदा करेंगे। वर्ष 2030 तक अनुसंधान और विकास पर जोर देते हुए हम प्रगति के मार्ग पर बढ़ेंगे और वर्ष 2040 तक काफी राष्ट्रों से आगे निकल जाएंगे।
शाह ने कहा कि तकनीक और अनुसंधान को बढ़ावा देते हुए शिक्षा के क्षेत्र में शाला त्यागने में उल्लेखनीय कमी आएगी। वर्तमान में भी नामांकन का प्रतिशत बढ़ कर 92 प्रतिशत हो गया है। यदि विद्यार्थी स्कूल जाना छोड़ते हैं तो उनमें से अधिकांश इस बात से अंजान होते हैं कि वे किस तरह का जीवन बिताएंगे। यह दायित्व सरकारों का है कि विद्यार्थियों की शालाओं में रूचि कायम रखी जाए। उन्होंने शिक्षा के प्रत्येक आयाम को स्पर्श करने वाली इस नई शिक्षा नीति में समस्त शिक्षकों और प्राध्यापकों द्वारा पूरा सहयोग दिए जाने का आह्वान किया। केन्द्रीय मंत्री शाह ने शिक्षा नीति में प्राथमिक स्तर, माध्यमिक और पर किए गए विभिन्न प्रावधानों का उल्लेख किया।
छग के सीएम को दी नसीहत
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने वर्चुअल जुड़कर कहा कि छग में गरीबी ज्यादा है, इसलिए शौचालय बनाने की राशि में बढ़ोत्तरी करनी चाहिए। शाह ने कहा, क्या छग में विशेष गरीब हैं। पूरे देश में गरीब एक जैसे हैं। इसलिए छग के लिए कैसे राशि बढ़ा दें। बघेल ने अपने राज्य को मध्य परिषद से हटाकर पूर्व परिषद में रखने का प्रस्ताव रखा। शाह ने इनकार कर दिया।
मिलेगी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सौगात
मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में शाह ने भोपाल, इंदौर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट विस्तार के लिए सहमति देते हुए भोपाल को दुबई- शारजहा एयरपोर्ट से जोड़ने की घोषणा करते हुए छत्तीसगढ़ के रायपुर में एयर कार्गो के लिए भी हरी झंडी देने की भी जानकारी दी। पॉक्सो एक्ट पर मप्र ने चर्चा की तो शाह ने सभी राज्यों में इसके क्रियान्वयन को लेकर नाराजगी जताई। कहा, सभी राज्यों में पॉक्सो एक्ट महिला अपराध में निराकरण की दर कम है। राज्यों को इस पर काम करना चाहिए।
मतभेद भूलकर विकास का रास्ता निकालना होगा: शिव
सीएम एवं परिषद के उपाध्यक्ष शिवराज सिंह ने कहा कि हमें विचारधारा के मतभेद भूलकर भारत के विकास का रास्ता  निकालना है। परिषद पीएम मोदी के संकल्पों की सिद्धि के लिए काम कर रही है। शिवराज ने कहा कि अब हितग्राही मूलक फलैगशिप योजनाओं में शत-प्रतिशत सेचुरेशन के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितंबर से विशेष अभियान आरंभ किया जाएगा।

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