घोटालेबाज पूर्व सरपंच और कर्मचारी जाएंगे जेल, आदेश

पूर्व सरपंच और कर्मचारी
  • पंचायत सचिव और ग्राम रोजगार सहायकों ने मिलकर दिया था अंजाम

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में घोटालेबाज पूर्व सरपंचों के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य कराने की जगह उन मदों में आई राशि का घोटाला हुआ है। यह घोटाला सरपंच, सचिव और ग्राम रोजगार सहायकों ने मिलकर किया। जिले की 4 ग्राम पंचायतों में 27 लाख 95 हजार 163 रुपए का घोटाला सामने आया है। जिसमें से कुछ राशि जमा भी हुई, लेकिन शेष राशि जमा न होने पर जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार ने इन पूर्व सरपंचों को जेल भेजने के आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें से सभी को घोटाला राशि भुगतान न होने पर एक-एक महीने तक जेल में सजा काटनी होगी।  डबरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत बारोल के पूर्व सरपंच मुन्नालाल आदिवासी को 30 दिन की जेल भुगताने के लिए डबरा उपजेल अधीक्षक को आदेश दिया गया है। ग्राम पंचायत में 4 लाख 76 हजार रुपए 14 वें वित्त आयोग से विकास कार्यों के लिए आई थी। जिसमें से नियमों के विपरीत जाकर सोलर लाइट की खरीदी कर ली गई , जिसे शासकीय धनराशि का उपयोग माना गया है। नोटिस देने के बाद मुन्नालाल ने कुछ राशि जमा की, लेकिन 1 लाख 28 हजार रुपए अब तक जमा नहीं कराए हैं। भितरवार ब्लॉक की करहिया ग्राम पंचायत की पूर्व सरपंच गुड्डी बाई बाथम ने प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना के अंतर्गत 4 अपात्र लोगों को आवास का लाभ दिया। जिसमें 4 लाख रुपए का दुरुपयोग हुआ है। इसके लिए गुड्डी बाथम , सचिव और ग्राम रोजगार सहायक को नोटिस दिए गए। गुड्डी ने 1 लाख 30 हजार रुपए जमा नहीं कराए, अब गुड्डी को 30 दिन की जेल भुगताने के आदेश दिए गए हैं।  ग्राम पंचायत ईटमा की पूर्व सरपंच रामश्री को भ्रष्टाचार की राशि सरकारी खजाने में जमा नहीं कराने पर 30 दिन की जेल भुगताने के आदेश दिए हैं। ग्राम पंचायत में निर्मल भारत अभियान के तहत व्यक्तिगत शौचालय की राशि 1,01, 200 रुपए, परफारमेंस ग्रांट फंड में 2,85,000 रुपए, पंच परमेश्वर योजना में 17,72,700 रुपए कुल 21,58,900 रुपए का आहरण किया गया। जिसका गबन किया गया और नोटिस के बाद भी रामश्री ने गबन की राशि में से 56 हजार 284 रुपए जमा नहीं कराए।
मृत लोगों के नाम पर  निकाल ली राशि
भितरवार ब्लॉक की ग्राम पंचायत हरसी की तत्कालीन सरपंच गुड्डी  बाथम ने मनरेगा योजना के तहत मृत, शासकीय सेवारत व एक ही व्यक्ति के कई जॉब कार्ड बनाकर फर्जी भुगतान कराया। जांच में गुड्डी बाई, सचिव व रोजगार ग्राम सहायक द्वारा 8,43,300 रुपए का गबन सामने आया। जिसके भुगतान को लेकर नोटिस जारी होने पर भी राशि जमा नहीं हुई। अब गुड्डी बाई को जेल भुगताने का आदेश दिया गया है।

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