संघ का मप्र में नवाचार का नया रोडमैप…

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प्रोफेशनल्स को संघ से जोड़ने मुहिम शुरू की, केरल-कर्नाटक की तर्ज पर लगेंगी साप्ताहिक-पाक्षिक-मासिक शाखाएं
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। दुनिया के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने कर्नाटक, केरल और आंध्रप्रदेश की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी शाखाओं के विस्तार के लिए नवाचार का नया रोडमैप बनाया है। संघ इसके लिए शाखाओं के ट्रेंड में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। अभी तक संघ सिर्फ रोजाना सुबह-शाम ही शाखाएं लगाता था। लेकिन अब वह अलग-अलग क्षेत्र के प्रोफेशनल्स के लिए साप्ताहिक, पाक्षिक और मासिक शाखाएं शुरू करने जा रहा है। जिसमें डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, वकील, किसान और आईटी प्रोफेशनल्स के लिए साप्ताहिक और पाक्षिक शाखाएं लगाई जाएंगी।
संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने हाल ही में भोपाल में क्षेत्रीय पदाधिकारियों से संघ के नए रोडमैप (कार्ययोजना) को लेकर मंथन किया था। इस दौरान उन्होंने बताया कि संघ ने अगले दो साल में मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में प्रत्येक ब्लाक स्तर तक शाखाएं शुरू करने का लक्ष्य रखा है। इसी के तहत संघ ने मध्यप्रदेश में शाखाओं के जरिए बहुसंख्यक समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक अपनी सीधी पकड़ बनाने हेतु साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक शाखाएं और मिलन समारोह शुरू करने की योजना पर काम शुरू किया है। संघ के सूत्रों के अनुसार इसकी जरूरत संघ को इसलिए भी पड़ी, क्योंकि अब शाखाओं में नए लोगों के आने का आंकड़ा लगातार कम होता जा रहा है। इसलिए संघ ने अलग-अलग क्षेत्रों के प्रोफेशनल्स और युवाओं को संघ से जोड़ऩे के उद्देश्य से छुट्टी वाले दिन अथवा उनके समयानुकूल एक घंटे संपर्क-संवाद करने की मुहिम शुरू की है। ताकि लोगों को संघ विचारधारा से जोड़ने के साथ उन्हें शाखाओं में आने के लिए प्रेरित किया जा सके।
ब्लाक-पंचायत स्तर तक विस्तार की योजना
संघ सूत्रों के अनुसार अभी मध्यप्रदेश में जिला एवं तहसील स्तर पर पांच हजार से ज्यादा शाखाएं सुबह-शाम नियमित रूप से लगती हैं। जबकि देश में इनकी संख्या लगभग 60 हजार है। अब संघ इस नवाचार के जरिए प्रदेश के प्रत्येक जिला, तहसील, ब्लाक एवं पंचायत स्तर तक शाखाओं का विस्तार करना चाहता है। इसीलिए संघ ने नवाचार की नई मुहिम शुरू की है।
केरल-कर्नाटक में प्रयोग सफल रहा
संघ के सूत्रों का कहना है कि दक्षिण के राज्यों में कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश में आईटी प्रोफेशनल्स और कामकाजी लोगों के लिए इस नवाचार का प्रयोग शुरू हो चुका है। इन राज्यों में इस नवाचार की वजह से लोग तेजी से संघ विचारधारा को पंसद कर रहे हैं। तथा शाखाओं में उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। केरल, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में जिला एवं तहसील स्तर पर साप्ताहिक, पाक्षिक और मासिक संपर्क-संवाद एवं मिलन समारोह के साथ शाखाएं शुरू की गई हैं।
50 से ज्यादा देशों में लग रही संघ की शाखाएं
संघ के एक पदाधिकारी के अनुसार इस समय दुनिया के पचास से ज्यादा देशों में संघ की धमक पहुंच चुकी है। इन देशों में नियमित संघ की शाखाएं लग रही हैं। जहां संघ के विश्व विभाग द्वारा शाखाओं के जरिए बौद्धिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के जरिए हिंदुत्व, भारतीय धर्म और संस्कृति का प्रचार किया जा रहा हैैं। ये शाखाएं हिंदू स्वयंसेवक संघ, हिंदू सेवा संघ एवं सनातन धर्म स्वयंसेवक संघ द्वारा लगाई जा रही हैं।

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