
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में जैसे- जैसे चुनावी समय पास आ रहा है वैसे- वैसे दलबदल करने वाले नेताओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इस तरह का माहौल भाजपा व कांग्रेस में सर्वाधिक है। इसकी वजह है, यही वे दो दल हैं जिनके बीच प्रदेश में अब तक मुकाबला होता रहा है, लेकिन अब कई अन्य क्षेत्रीय दल भी इस बार प्रदेश में अपनी किस्मत पूरी ताकत के साथ आजमाने मैदान में उतरने जा रहे हैं। उनका फोकस कांग्रेस व भाजपा के असंतुष्ट नेताओं पर बना हुआ है। इस बीच कांग्रेस व भाजपा के बीच जारी आया राम गया राम के तहत भाजपा के तीन नेता जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं। अब प्रदेश में चुनाव को महज तीन माह का ही समय रह गया है, ऐसे में नेताओं का दल बदल तेज होता ही जा रहा है। इस मामले में भाजपा को अधिक नुकसान होता दिख रहा है। इसकी वजह है प्रदेश में लगातार सत्ता में रहने के बाद भी नेताओं व कार्यकर्ताओं की उपेक्षा रहना है। इसकी वजह से ही भाजपा नेताओं में बीते कुछ समय से असंतुष्ट नेताओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यही वजह है कि बीते कुछ समय में अनेक भाजपा नेता कांग्रेस में चले गए हैं , तो कुछ अब भी जाने की तैयारी में लगे हुए हैं। भाजपा छोडक़र कांग्रेस में जाने वाले नेताओं में अब तीन नए नाम जुडऩे वाले हैं। इनमें भाजपा के बड़े नेता और पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत, निवाड़ी की भाजपा जिला उपाध्यक्ष व पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव की पुत्रवधु रोशनी यादव और सुरखी के पूर्व जनपद अध्यक्ष नीरज शर्मा के नाम शामिल हैं। भाजपा के असंतुष्ट नेता भंवर सिंह शेखावत के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा तो लंबे समय से हो रही है, लेकिन इस मामले में शेखावत की चुप्पी लोगों को असमंजस में डाले हुए है। बताया जा रहा है कि धार जिले की बदनावर सीट से कांग्रेस से टिकट की शर्त पर ही वे पार्टी छोडक़र कांग्रेसी बनना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें अब तक कांग्रेस से इस मामले में पूरी तरह से आश्वासन नहीं मिला है। दरअसल वे पहले भी बदनावर से एक बार विधायक रह चुके हैं। बताया जा रहा है कि वे पार्टी में अपनी उपेक्षा से आहत हैं और पूर्व में उनके द्वारा मुखर होकर पार्टी की रीति नीति की आलोचना भी की जा चुकी है। उस समय उनके द्वारा श्रीमंत पर तीखा हमला बोला गया था। सूत्रों की मानें तो भंवर सिंह शेखावत को कांग्रेस में शामिल कराने के लिए बड़े नेताओं का इंतजार किया जा रहा है। हालांकि इस मामले में उनका कहना है कि उन्हें अब तक कांग्रेस से कोई आधिकारिक प्रस्ताव नहीं मिला है। मैं तो भाजपा में अपनी बात कहता रहता हूं और अगर भाजपा को मेरी जरूरत नहीं है, तो जिसे मेरी जरूरत हो वो मुझसे बात करेंगे। मैं अपने हिसाब से बात करूंगा।
जिला पंचायत सदस्य रोशनी का इस्तीफा
निवाड़ी जिले की भाजपा उपाध्यक्ष व पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव की पुत्र वधु रोशनी यादव ने बीते रोज पार्टी के पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सदस्य होते हुए रोजाना जनता से उठ रहे बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई के सवालों का उत्तर नहीं दे पा रही हूं। जनता का न प्रदेश सरकार में विश्वास है और न केंद्र सरकार पर। जिस दल से जनता खुश नहीं है उस दल में रहकर सेवा नहीं की जा सकती है। वे एक दो दिन में कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं। उनकी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से भी मुलाकात हो चुकी हैं। इधर, सुरखी विधानसभा के राहतगढ़ से दो बार जनपद अध्यक्ष रह चुके नीरज शर्मा भी जल्द कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। इसके संकेत उन्होंने दिए हैं। शर्मा की गिनती भाजपा के धाकड़ नेताओं में होती है। एक बार शर्मा की पत्नी भी जनपद अध्यक्ष रह चुकी हैं।