भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। शादियों के सीजन और त्योहारी मौसम के बाद भी रेलवे प्रशासन द्वारा मनमाने तरीके से लगातार अचानक बड़ी संख्या में रद्द की जाने वाली ट्रेनों का खामियाजा यात्रियों को भुगतना ही पड़ रहा है साथ ही रेलवे को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। हालत यह है कि अकेले टिकट कैंसिल के रुप में रेलवे को हर दिन करीब औसतन सवा लाख रुपए का रिफंड करना पड़ रहा है। फिलहाल बुदनी-बरखेड़ा, मथुरा और झांसी-दतिया के बीच चल रहे तीसरी लाइन के नान इंटरलाकिंग कार्यों के चलते 30 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं। इन ट्रेनों में पहले से आरक्षण करा चुके यात्रियों को अब लाइन में लगकर टिकट कैंसिल कराना पड़ रहे है। पिछले सात दिनों से ट्रेनों की चाल बिगड़ी है और टिकट काउंटरों पर भीड़ नजर आ रही है। इस अवधि में रेलवे हर दिन लगभग सवा लाख रुपये यात्रियों को रिफंड कर रहा है। पिछले सात दिनों में रेलवे ने यात्रियों को लगभग नौ लाख रुपये का रिफंड लौटाया गया है। उधर ट्रेनों के कैंसिल होने पर स्टेशन पर यात्रियों की काफी भीड़ नजर आ रही है। यह भीड़ ट्रेनों के जनरल कोच के अलावा स्लीपर कोचों पर भी कब्जा जमा रही है। सबसे ज्यादा परेशानी स्लीपर कोच के यात्रियों को झेलनी पड़ रही है, क्योंकि जनरल कोच के यात्री ट्रेन में चढऩे के बाद गेटों को बंद कर देते हैं। ट्रेन जब प्लेटफार्म पर रुकती है, तो आरक्षण कराकर सफर करने पहुंचे यात्रियों के साथ विवाद हो गया। खजुराहो इंटरसिटी की गफलत उदयपुर से चलकर खजुराहो तक जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस को लेकर गफलत की स्थिति बन गई। कुछ यात्री डिप्टी एसएस कार्यालय पहुंचे और बताया कि उन्हें ट्रेन के निरस्त होने के मैसेज मिले हैं। बाद में ट्रेन आने का मैसेज मिला है। इससे समझ ही नहीं आ रहा है कि ट्रेन आएगी या नहीं।
15/12/2023
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