भाजपा की दूसरी लिस्ट से पहले विरोध और बगावत तेज

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शेखावत, शर्मा, रघुवंशी और बुंदेला हुए कांग्रेसी

गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है, भाजपा में भावी प्रत्याशियों का विरोध शुरू हो रहा है। भाजपा की अब प्रत्याशियों की दूसरी सूची आने वाली है। लेकिन दूसरी सूची से पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों के खिलाफ विरोध के स्वर उठने लगे है। इसी कड़ी में पीडब्ल्यूडी  मंत्री सुरेश राठखेड़ा के खिलाफ पुराने भाजपाई खड़े हो गए है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया से मुलाकात कर विरोध जताया है। सैकड़ों की संख्या में शिवपुरी भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने मंत्री राठखेड़ा को टिकट दिए जाने पर सामूहिक इस्तीफे की बात कही है। वहीं नर्मदापुरम से भाजपा विधायक और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा के भाई और पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने भी भाजपा पार्टी छोड़ दी है।
बताया जा रहा है कि मंत्री राठखेड़ा से जनता परेशान है। मंत्री ने पोहरी विधानसभा को भ्रष्टाचार का अड्डा बना रखा है। भाजपा के शिवपुरी जिला उपाध्यक्ष और सतनवाड़ा नरवर ग्रामीण प्रभारी दिलीप मुद्गल टिकट की मांग पर अड़े है। मुद्गल समर्थकों में भाजपा शिवपुरी के बड़ी संख्या में पदाधिकारी शामिल हैं। पोहरी में दिलीप मुद्गल को टिकट नहीं तो पोहरी में भाजपा नहीं, की बात कही जा रही है। 1977 से अभी तक 5 ब्राह्मण चेहरे पोहरी से विधायक बन चुके हैं। दिलीप मुद्गल का दावा है कि सुरेश राठखेड़ा को भाजपा से टिकट मिला तो भाजपा की हार तय है। दिलीप मुद्गल ने कहा कि भाजपा शिवपुरी जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की खुली चेतावनी है कि सुरेश राठखेड़ा को अब पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी। वे पुरानी भाजपाइयों का अपमान करते हैं। इस अपमान को अब पुराने भाजपाई बर्दाश्त नहीं करेंगे। इधर नर्मदापुरम से भाजपा विधायक और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा के भाई और पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने भाजपा  छोड़ दी है। बता दें कि भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने भी भाजपा छोड़ते हुए सिंधिया खेमे से बने मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि सिंधिया और उनके मंत्रियों से त्रस्त होकर पार्टी छोड़ रहा हूं।
पूर्व विधायक ने भाजपा छोड़ी
नर्मदापुरम से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा के भाई और पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने भाजपा पार्टी छोड़ दी है। शर्मा 2003 और 2008 में भाजपा से विधायक रहे हैं। उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह किस पार्टी को ज्वॉइन करेंगे। हालांकि डेढ़ माह पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने के लिए वे भोपाल स्थित उनके आवास पर पहुंचे थे, लेकिन उस समय उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी। उन्होंने कहा कि बीते 10 साल से अधिक समय से पार्टी उनकी उपेक्षा कर रही है। संगठन में नए लोग आ गए है, जो पुराने लोगों को लगातार दरकिनार कर रहे हैं। गौरतलब है कि मप्र में भाजपा ने 17 अगस्त को 39 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। कहा गया कि यह मास्टर स्ट्रोक है। इससे हारी हुई सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों को तैयारी करने के लिए वक्त मिलेगा। इन सीटों पर हार को जीत में तब्दील किया जा सकता है। हालांकि, यह परेशानी का सबब बन गया है। 39 में से 16 सीटों पर विरोध हो रहा है। भोपाल में भाजपा कार्यालय पर हर दिन अलग-अलग क्षेत्रों से कार्यकर्ता आ रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं विधानसभा क्षेत्रों में भी रोजाना विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
कांग्रेस में शामिल हुए कई भाजपाई
भाजपा से नाता तोडक़र आज कई दिग्गज कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इनमें बड़ा नाम भाजपा के दो बार के पूर्व विधायक और अपेक्स बैंक के चेयरमैन रह चुके भंवर सिंह शेखावत का है। एक दिन पहले भाजपा से इस्तीफा दे चुके कोलारस से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस द्वारा शेखावत को बदनावर और वीरेंद्र रघुवंशी को मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के खिलाफ शिवपुरी या फिर कोलारस विधानसभा से मैदान में उतारा जा सकता है। अभी बदनावर से मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव विधायक हैं। इसी तरह दूसरी बार के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी समाज के अध्यक्ष हैं और उनका शिवपुरी और कोलारस में खासा प्रभाव है। कांग्रेस में शामिल होने वाले तीसरे बड़े नेता चंद्रभूषण सिंह बुंदेला हैं, बुंदेला के पिता सुजान सिंह उत्तर प्रदेश की झांसी लोकसभा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। चंद्रभूषण ने पिछला चुनाव उत्तर प्रदेश की ललितपुर विधानसभा से बसपा के टिकट पर लड़ा था, जिसमें वे हार गए थे । ललितपुर और खुरई की सीमाएं लगी हुई है। कांग्रेस उन्हें खुरई से टिकट देने पर विचार कर रही है। इसकी वजह है खुरई में कांग्रेस के पास फिलहाल कोई दमदार प्रत्याशी नही हैं, जो मंत्री भूपेन्द्र सिंह के खिलाफ चुनाव में उतारा  जा सके।  टीकमगढ़ की जतारा विधानसभा से दो बार की जिला पंचायत सदस्य रह चुकीं अनीता खटीक और उनके पति जिला पंचायत सदस्य प्रभु दयाल खटीक कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं। अनीता ने भाजपा विधायक हरिशंकर खटीक के बेटे को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हराया था। प्रभुदयाल पूर्व में सपा से जतारा से चुनाव लड़ चुके हैं। शिवपुरी से तीन बार के जिपं सदस्य दिनेश सिंह परिहार भी कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।

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