
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। नरसिंहपुर कलेक्टर रिजु बाफना को लेकर भाजपा व कांग्रेस के नेता आमने- सामने सामने आ गए हैं। भाजपा के मौजूदा विधायक जहां कलेक्टर का तबादला नहीं किए जाने के पक्ष में खुलकर खड़े हैं, तो वहीं कांग्रेस उनके तबादले की मांग को लेकर अड़ गई है। दोनों ही दलों ने इस मामले को अब अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। इस मामले में केंद्रीय मंत्री व भाजपा के विधायक पद के प्रत्याशी प्रह्लाद पटेल के मौजूदा विधायक भाई जालम सिंह पटेल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर नरसिंहपुर कलेक्टर रिजु बाफना को राजनैतिक कारणों से नहीं हटाने तथा उन्हें यथावत रखने का आग्रह किया है। पत्र में उनके द्वारा कलेक्टर बाफना की कार्यप्रणाली की तारीफ करते हुए बताया गया है कि उनसे नरसिंहपुर जिले की जनता खुश है। उन्हें किसी की शिकायत पर हटाना अस्वीकार होगा और जनविरोधी भी है। अहम बात यह है कि उनके द्वारा पत्र में लिखा गया है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सागर आए हुए थे तो, लाड़ली बहना योजना की हितग्राहियों को सागर पहुंचाने में कलेक्टर की प्रमुख भूमिका रही। गाडरवाड़ा में भी मुख्यमंत्री का सफल कार्यक्रम रहा था। उन्होंने लिखा है कि ईमानदार अधिकारी को पुरस्कृत किया जाना चाहिए न कि हटाया जाना चाहिए। विधानसभा चुनाव में बाफना को नरसिंहपुर में रखा जाए, ताकि निष्पक्ष ढंग से चुनाव हो सके। यह पत्र बीते दिन से सोशल मीडिया पर जमकर वायरल भी हो रहा है। उधर, प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू होने की वजह से अब तबादलों का मामला भी चुनाव आयोग के पास है। ऐसे में इस पत्र को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसे में सरकार की जगह आयोग ही फैसले करता है। मुख्य सचिव भी किसी कलेक्टर की नियुक्ति आयोग की मंजूरी के बाद ही करते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री किसी कलेक्टर को आयोग की मंशा के खिलाफ न तो हटा सकते हैं और न ही पदस्थ बनाए रख सकते हैं।
पत्र वायरल होने के बाद कांग्रेस ने नरसिंहपुर कलेक्टर को हटाने के साथ ही विधायक जालम सिंह के खिलाफ आचार संहिता का उल्लंघन का मामला दर्ज करने की मांग की है। इसके लिए कांग्रेस की तरफ से पत्र आयोग को दिया गया है। इसमें तीन अफसरों को तत्काल हटाने की मांग की। इसके अलावा कांग्रेस ने एक अन्य पत्र में आजीविका मिशन के सीईओ ललित बेलवाल को भी हटाने की मांग की है। इसके लिए कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष व चुनाव आयोग कार्य प्रभारी जेपी धनोपिया ने कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल के साथ एडिशनल सीईओ राजेश कौल से मुलाकात की है। प्रतिनिधिमंडल ने कौल को तीन पत्र सौंपे हैं। इन तीनों में दिए तथ्यों के आधार पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। पहले पत्र में उन्होंने कहा कि भाजपा नेता विधायक पटेल चुनाव कार्यों में हस्तक्षेप कर आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। कलेक्टर बाफना भाजपा समर्थित अधिकारी प्रतित हो रहे हैं। उन्हें तत्काल स्थानांतरित किया जाए। इसके साथ ही भाजपा विधायक के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया जाए। धनोपिया ने कहा कि निष्पक्ष रूप से स्वतंत्र चुनाव संपन्न कराने के लिए यह कार्रवाई जरूरी है। दूसरे पत्र में धनोपिया ने कहा कि रिटायर्ड आईएफएस अफसर बेलवाल के खिलाफ लोकायुक्त में भी भ्रष्टाचार की शिकायत लंबित है। वे आजीविका मिशन की महिलाओं के बीच में प्रचार प्रसार कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें तत्काल हटाया जाए।