
- हरदा हादसे में हुई थी 13 की मौत, 500 से अधिक प्रभावित
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
हरदा पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट को तीन महीने बाद 6 फरवरी को दो साल पूरे हो जाएंगे। अब भी 13 मृतकों के परिजनों और 500 से अधिक प्रभावितों को पूरे नुकसान की भरपाई का इंतजार है। उधर, नुकसान की भरपाई में पैसों की कमी तो आड़े नहीं आ रही है, लेकिन अब तक यह तय नहीं हो सका कि किसका कितना नुकसान हुआ। प्राथमिक तौर पर सरकार और एनजीटी ने जो राशि तय की थी, वह दी जा चुकी है लेकिन अंतिम रूप से नुकसान का आकलन बाकी है। अब मृतकों के परिजन व प्रभावितों को एनजीटी से उमीदें हैं। बता दें, 6 फरवरी 2024 की सुबह हरदा शहर के अंदर पटाखा फैक्ट्री में बड़ा ब्लास्ट हुआ था, इसकी आवाजें 50 किमी तक सुनाई दी, तो 10 किमी तक कंपन महसूस किए गए। ब्लास्ट में कुल 13 लोगों की जान गई थी। 300 से अधिक घायल हुए थे और 34 मकानों को नुकसान पहुंचा था। वहीं 200 से अधिक मकानों के लोगों को भागना पड़ा था।
3 जिलों में है 18 करोड़ की संपत्ति
पटाखा फैक्ट्री के मालिकों की 18 करोड़ की जो संपत्ति जिला प्रशासन ने जब्त की है, वह हरदा के अलावा खंडवा और देवास में भी है। सूत्रों के मुताबिक कुर्की आदेश के अनुसार उक्त संपत्ति की कीमत 15 करोड़ रुपए से अधिक है। अब तक मृतकों के परिजनों को एनजीटी के आदेश पर 3.40 करोड़ व मुयमंत्री के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन ने 1.94 करोड़ रुपए दिए हैं।
अब तक किसको कितनी भरपाई
– विवरण सरकार के निर्देश एनजीटी के पर सहायता आदेश पर सहायता
– 13 मृतकों के परिजनों को 84 लाख 1.95 करोड़
– 300 से अधिक घायलों को 8.23 लाख 8.42 लाख
– 34 क्षतिग्रस्त मकान मालिकों को 1.01 करोड़ 1.20 करोड़
200 से अधिक विस्थापितों को 00 16 लाख
8 जिमेदार जेल में, एक पेरोल- पर पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट में 8 लोग जेल में हैं। इनमें सोमेश, राजेश और प्रदीप अग्रवाल भी शामिल हैं। बाकी के मैनेजर व अन्य है। राजेश पेरोल इलाज के लिए पैरोल पर है।
एनजीटी ने बनाई थी 3 श्रेणी
एनजीटी ने नुकसान की भरपाई के लिए तीन श्रेणी बनाई। मृतकों के परिजनों को 15 लाख, घायलों को 10 हजार और मकान क्षतिग्रस्त पर 5 लाख देने का आदेश दिया था। हालांकि तब तक मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन ने लाखों रुपए की भरपाई कर दी थी।
