
- इस वर्ष 1996 बैच के कुछ अफसरों को भी आईपीएस अवार्ड होंगे
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के पुलिस मुख्यालय में कामकाज की सुस्त चाल और अफसरों के ढुलमुल रवैये की वजह से राज्य प्रशासनिक सेवा के ग्यारह पुलिस अधिकारियों की पदोन्नति रुक गई है। दरअसल यह अफसर आईपीएस बनने का इंतजार कर रहे हैं। इन सभी को पिछले साल 31 दिसंबर तक खाली हुए पदों के विपरीत आईपीएस अवार्ड होना था। वहीं इस मामले में कॉडर रिव्यू के लिए अब तक प्रस्ताव दिल्ली तक नहीं पहुंच सका है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यालय में पदस्थ कुछ अफसरों को यह उम्मीद थी कि जुलाई तक आईपीएस अफसरों का कॉडर रिव्यू हो जाएगा और राज्य पुलिस सेवा के कई अफसरों को आईपीएस अवार्ड हो जाएगा लेकिन सुस्त कामकाज की वजह से राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को इस साल अब तक भी आईपीएस अवार्ड नहीं हो सका है।
मुख्यालय ने कवायद की तेज
बहरहाल सूत्रों से जानकारी मिली है अब राज्य पुलिस सेवा की इन 11 अफसरों को आईपीएस बनाए जाने की कवायद पुलिस मुख्यालय ने तेज कर दी है। जुलाई में यह कवायद तेज हुई है तो इसके बाद माना जा रहा है कि आगामी डेढ़ से दो महीने यानी अगस्त या सितंबर में यह अफसर आईपीएस हो जाएंगे।
चार साल लग गए पूरा बैच होने में
राज्य पुलिस सेवा का 1995 बैच इतना बड़ा था कि इस बैच के अफसरों को पिछले चार साल आईपीएस अवार्ड हो रहा है। हालांकि इस साल आईपीएस अवॉर्ड होने के साथ ही वर्ष 1995 बैच के राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को का यह बैच पूरा हो जाएगा। साथ ही इस वर्ष 1996 बैच के कुछ अफसरों को भी आईपीएस अवार्ड होंगे। वर्ष 96 बैच के 12 अफसर है, इनमें से कुछ इस साल पदोन्नत होकर आईपीएस बन जाएंगे, जबकि यदि कॉडर रिव्यू हुआ तो बाकी के अफसर भी इस साल पदोन्नत ही हो सकते हैं।
97 बैच के अफसरों की जानकारी भी भेजी जाएगी यूपीएससी तक
उल्लेखनीय है कि पुलिस मुख्यालय से प्रस्ताव तैयार कर गृह विभाग को भेजा जाएगा। इस प्रस्ताव में कुल 33 अफसरों की जानकारी दी जाएगी। वहीं यूपीएससी को भी प्रस्ताव भेजा जाएगा। यदि सब कुछ ठीक रहा और कोई आपत्ति नहीं आई तो 11 अफसरों को आईपीएस अवार्ड के लिए डीपीसी होगी। प्रस्ताव फाइनल होने के बाद डीपीसी की तारीख दी जाएगी। बता दें कि जो जानकारी दी जाएगी उसमें वर्ष 1997 के कुछ अफसरों का भी रिकॉर्ड यूपीएससी तक जाएगा।