
- 6 मादा चीता ने जन्मे 29 शावक…
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश का कूनो नेशनल पार्क चर्चा में है। वजह है पहली भारतीय चीता मुखी का कुनबा बढऩा और चीता सर्वाइवल रेट। प्रोजेक्ट चीता को 38 महीने से ज्यादा हो चुके है। तमाम उतार-चढ़ाव के बीच प्रोजेक्ट सफलता के सोपान की ओर है। यह इसलिए, क्योंकि चीता सर्वाइवल रेट का वैश्विक मानक 45 से 50 फीसदी के आसपास है। कूनो में यह लगभग 72 फीसदी है। दरअसल, कूनो में अभी तक 29 शावकों का जन्म हुआ। इनमें से आठ की ही मौत हुई। वर्तमान में 21 शावक स्वस्थ हैं। जाहिर है कि कूनो की आबोहवा और प्रबंधन प्रोजेक्ट में मुफीद साबित हो रहा है।
छह ने बढ़ाया कुनबा
प्रोजेक्ट चीता में अभी तक छह मादा चीता ने भारतीय चीतों का कुनबा बढ़ाया है। सबसे पहले ज्वाला में 29 मार्च 2023 को चार शावकों को जन्म दिया। । इसके बाद आशा, गामिनी, वीरा, निर्वा व मुखी ने कुनबा बढ़ाया।
विदेश से 20 लाए, 11 11 जीवित
नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीते लाए गए थे। इनमें से बीते तीन वर्ष में नों की मौत हो गई। 11 चीते (आठ कूनो में और तीन मंदसौर के गांधीसागर में) जीवित हैं। नामीबिया से लाए गए आठ चीतों में से चार की मौत हुई। दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों में में से पांच की मौत हुई। इस लिहाज से विदेशी चीतों का सर्वाइवल रेट लगभग 55% रहा।
अब बोत्सवाना से लाने की तैयारी
प्रोजेक्ट चीता में अब अगली खेप अफ्रीकी देश बोत्सवाना से आएगी। वहां 8 चीते क्वारंटीन में हैं। दिसंबर या जनवरी में लाया जाना प्रस्तावित है।
10 और शावक वयस्क होने की दहलीज पर
भारतीय चीतों के रूप में शावक सफलता की कहानी गढ़ रहे हैं। शावकों के बेहतर सर्वाइवल रेट के चलते मुखी के बाद अब 10 और शावक वयस्क होने की दहलीज पर हैं। विशेषज्ञों के अनुसार चीतों में 24 से 30 माह की उम्र के शावक को वयस्क चीतों की श्रेणी में माना जाता है। कूनो में 10 चीतों की उम्र 20 से 23 महीने है। इनमें आशा के तीन शावक 23 महीने के, ज्वाला के तीन शावक 22 महीने के और गामिनी के चार शावक 20 महीने के हो गए हैं। वीरा के दो शावक 10 महीने और निर्वा के तीन शावक नौ महीने के ही हैं।
