
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। ग्वालियर- चंबल ऐसा अंचल है , जहां से भाजपा के कई दिग्गज नेता आते हैं। अब यह नेता अपने चौथे पढ़ाव में हैं। इसकी वजह से इन नेताओं के पुत्र सक्रिय सियासत में आने के लिए उतावले बने हुए हैं, लेकिन उनकी एंट्री मुश्किल बनी हुई है। इसकी मुख्य वजह पार्टी द्वारा परिवारवाद को नहीं बढ़ने देना। इसके बाद भी चुनावी साल में ग्वालियर अंचल में पार्टी के दो प्रमुख नेताओं के पुत्रों के बीच जन्म दिवस मनाए जाने को लेकर पोस्टर वार जारी है।
यह नेता पुत्र है देवेन्द्र सिंह तोमर (रामू) और तुष्मुल झा। इन दोनों का ही जन्मदिन आज है। इसके बहाने इन दोनों के समर्थकों ने शहरभर को होर्डिंग, गेंट्री पोस्टर्स से पाट दिया है। इस पोस्टर वार को विधानसभा चुनाव 2023 के लिए शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के पुत्र देवेन्द्र सिंह तोमर (रामू भैया) और पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा के पुत्र तुष्मुल झा अपने समर्थकों साथ जन्मदिन के बहाने ताकत दिखा रहे हैं। यह बात अलग है कि इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी साफ कर चुके हैं कि नेता पुत्र को राजनीति में टिकट नहीं दी जाएगी। अगर नेता अपने पुत्र को राजनीति में लाना चाहते हैं तो खुद को चुनावी मैदान छोड़ना होगा। यह उन कद्दावर नेताओं के लिए आसान नहीं है। हालांकि प्रभात झा अब सक्रिय राजनीति से खुद को दूर कर चुके हैं, जबकि नरेन्द्र सिंह तोमर अभी केन्द्रीय मंत्री हैं। वहीं दूसरी ओर लोगों के बीच अपने चेहरे को प्रमोट करने नेता पुत्रों के पोस्टर चर्चाओं में हैं। 2023 का यह साल राजनीतिक मायनो में बहुत महत्वपूर्ण है। यही वजह है कि ग्वालियर शहर भर में अलग-अलग जगहों पर नेता पुत्रों के जन्मदिन की बधाई वाले पोस्टर सियासी चर्चाओं में है।
बड़े नेताओं के बेटे सियासी पारी खेलने को तैयार
ग्वालियर-चंबल अंचल से कई भाजपा के बड़े नेताओं के बेटे राजनीति में आने की तैयारी कर रहे हैं। ग्वालियर में श्रीमंत के बेटे 27 साल के महान आर्यमन सिंधिया सियासत में आने को तैयार हैं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे 38 साल के देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर , सांसद विवेक शेजवलकर के बेटे 42 साल के प्रांशु शेजवलकर राजनीति में आने को तैयार है। वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा के बेटे 40 साल के तुषमुल झा , ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बेटे 22 साल के रिपुदमन सिंह भी पिता की सियासत में हाथ बंटा रहे। नरोत्तम मिश्रा के बेटे सुकर्ण मिश्रा भी सियासी पारी में खुल कर उतरने को तैयार है। पूर्व मंत्री माया सिंह के बेटे पीताम्बर सिंह भी सियासत में एक्टिव हं, उन्हें श्रीमंत का भी साथ मिला हुआ है।