
- दोनों पार्टियों ने चुनाव आयोग से मांगी बूथवार जानकारी
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में एसआईआर के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी हो गई है। इस लिस्ट में 42.74 लाख वोटरों के नाम कटे हैं। इनमें 19.19 लाख पुरुष और 23.64 लाख महिला मतदाता शामिल हैं। 5,74,06,143 मतदाताओं में से 5,31,31,983 मतदाताओं ने गणना पत्रक प्रस्तुत किए। प्रदेश में 42 लाख 74 हजार 160 वोटर्स के नाम मतदाता सूची से कटे है। शिफ्टेड और अब्सेंट मतदाताओं की संख्या 31.51 लाख यानी 5.49 फीसदी है। वहीं, जिनका निधन हो गया है वो मतदाता 8.46 लाख यानी 1.47 फीसदी हैं। एक से अधिक जगह इनरोल्ड मतदाताओं की संख्या 2.77 लाख यानी 0.48 फीसदी है। एसआईआर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रारूप प्रकाशन के साथ भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मतदाताओं का सत्यापन करने के लिए मैदान में उतरेंगे। इसके लिए दोनों पार्टियों ने चुनाव आयोग से बूथवार मतदाताओं की जानकारी मांगी है।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने कल प्रदेश के राजनीतिक दलों के साथ एसआईआर के प्रोविजनल ड्राफ्ट को लेकर बैठक की। इस बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ एसआईआर का ड्राफ्ट साझा किया। सभी पार्टियों को सीडी में इसकी जानकारी दी गई। भाजपा की ओर से विधायक भगवानदास सबनानी, कांग्रेस की ओर से जेपी धनोपिया, ललित सेन व आप पार्टी से सीपी सिंह चौहान शामिल हुए। कांग्रेस की ओर से धनोपिया ने एसआईआर में अनमैप्ड मतदाताओं को शामिल करने पर आपत्ति जताई और बूथवार इनकी डिटेल उपलब्ध कराने की मांग रखी। आयोग ने बताया कि जिनके फॉर्म में त्रुटिपूर्ण या अधूरी जानकारी है, उन्हें अनमैप्ड कैटेगरी में रखा है, यदि यह पूरी जानकारी दे देंगे, तो उनके नाम नहीं हटाए जाएंगे। वहीं भाजपा की ओर से भगवानदास सबनानी ने एबसेंट, रिपीटेड, अनमैप्ड और डेथ वाले मतदाताओं की बूथवार डिटेल उपलब्ध कराने की मांग रखी।
मतदाताओं की विधानसभावार जानकारी दी जाएगी
आयोग ने भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों को आश्वस्त किया अनमैप्ड मतदाताओं की विधानसभावार जानकारी दी जाएगी। अभी जो ड्राफ्ट जारी हुआ है, उसमें अनमैप्ड मतदाताओं को सामान्य के साथ ही रखा है, इस कारण इन्हें पहचान पाना मुश्किल है। चुनाव आयोग की ओर से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव कुमार झा, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राम प्रताप सिंह जादौन, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार श्रीवास्तव, सुरभि तिवारी, राजेश यादव शामिल हुए। एसआईआर के पहला चरण पूरा होने के बाद प्रदेश में 6916 नए बूथ बनाए गए हैं। 1200 से अधिक वोटर्स होने के कारण 6704 नए बूथ बनाए गए हैं, जबकि 2 किलोमीटर से अधिक दूरी नहीं होने के मापदंड के कारण 230 नए बूथ बनाए गए हैं। वहीं पूर्व से बने 18 बूथ को विलोपित कर दिया गया है। एसआईआर से पहले प्रदेश में कुल 65014 बूथ थे, जो अब बढकऱ 71930 हो गए हैं। राजनीति दलों ने इन बूथों की जानकारी भी मांगी है। भाजपा की ओर से भगवानदास सबनानी ने मांग की कि जिन बूथों को तोडकऱ नए बूथ बनाए गए हैं, उनके बारे में राजनीतिक दलों को अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है। मतदाताओं को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई है। ऐसे में मतदाता किस बूथ पर व किस बीएलओ से संपर्क करें, यह जल्द से जल्द स्पष्ट किया जाए। सीईओ मप्र केंद्रीय निर्वाचन आयोग संजीव कुमार झा का कहना है कि ऐसे सभी मतदाताओं को आयोग की ओर से एक मौका और दिया जाएगा, जिनका नाम सूची से काटने की स्थिति बनी है या किसी कारण से छूट गया है। ऐसे मतदाताओं को नोटिस जारी कर उनका पक्ष सुना जाएगा, दस्तावेज मांगे जाएंगे। जो सही जानकारी उपलब्ध कराएंगे, उनके नाम फिर से जोड़े जा सकेंगे। जो सही जानकारी नहीं देंगे उनके नाम स्थाई रूप से काट दिए जाएंगे।
14 फरवरी तक दर्ज कर सकेंगे दावा-आपत्ति
जिन मतदाताओं के नाम प्रारूप सूची में नहीं हैं, वे आवश्यक दस्तावेजों के साथ दावा-आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। यह प्रक्रिया 23 दिसंबर 2025 से 14 फरवरी 2026 तक चलेगी। दावों और आपत्तियों के निराकरण के बाद 21 फरवरी 2026 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।भोपाल जिले के 85 वार्डों में बनाए गए हेल्प डेस्क पर एईआरओ प्रतिदिन नोटिसों की सुनवाई करेंगे। मतदाताओं को नोटिस मिलने के सात दिन बाद सुनवाई की तारीख दी जाएगी।
