जल्द बदलेंगे कई जिलों के पुलिस कप्तान

पुलिस कप्तान

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में अब चंद माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, लिहाजा सरकार को उन अफसरों की नए सिरे से पदस्थापना करनी पड़ रही है, जो एक ही जगह पर बीते तीन सालों से पदस्थ हैं। यही वजह है कि बीते दो -तीन दिनों में कई विभागों के अफसरों की सैकड़ों नामों वाली तबादला सूचियां जारी हो चुकी हैं।
आईएएस अफसरों की बीते रोज एक बड़ी सूची जारी होने के बाद अब आईपीएस अफसरों की बारी है। इसके लिए गृह विभाग द्वारा तैयारियों की जा रही हैं। फिलहाल इस सूची में बुरहानपुर पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा, पन्ना पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना, डीसीपी भोपाल साईं कृष्ण थोटा, इंदौर डीआईजी मनीष कपूरिया के नाम तो तय हैं। इसकी वजह है इनकी पदस्थापना का समय चुनाव तक तीन साल पूरा हो जाना है। दरअसल चुनाव आयोग ने सरकार को इस माह के अंत तक तीन साल या उससे अधिक समय से एक ही स्थान पर पदस्थ अफसरों के तबादले करने के निर्देश दे रखे हैं। माना जा रहा है कि आईपीएस अफसरों की सूची अगले हफ्ते तक जारी हो जाएगी।  इनके अलावा प्रदेश में अभी डीएसपी स्तर के अधिकारियों के भी तबादले होने हैं। इनके तबादलों को लेकर भी पुलिस मुख्यालय और गृह विभाग के बीच मंथन का दौर जारी है। अगर समय रहते सरकार ने नए सिरे से पदस्थापना नहीं की तो फिर चुनाव आयोग इनके तबादले कर देगा।
डेढ़ सौ रापुसे के अफसरों के होंगे तबादले
तीन साल के फार्मूला की वजह से प्रदेश में मैदानी स्तर पर पदस्थ राज्य पुलिस सेवा के अफसरों के भी तबादले किए जाने हैं। इनमें डीएसपी और एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं। प्रदेश में ऐसे अफसरों की संख्या करीब 150 के आस-पास है। इनकी सूची बनाने का काम भी वृहद स्तर पर जारी है। माना जा रहा है कि इन अफसरों की सूची इस माह के अंत तक या फिर अगले माह के पहले हफ्ते में जारी कर दी जाएगी। नई तबादला सूची में उन अफसरों को मैदानी पदस्थापना नहीं दी जाएगी, जो पूर्व में आरोपों से घिरे रह चुके हैं। इनमें मैदानी पदस्थापना के दौरान जिन अफसरों पर  भ्रष्टाचार या कार्य में लापरवाही के आरोप लगे हैं या फिर उन्हें चुनाव आयोग द्वार  पूर्व में हटाया जा चुका है, ऐसे अधिकारियों को फील्ड की पोस्टिंग नहीं दी जाएगी। हालांकि, यह निर्णय संबंधित अधिकारी पर लगे आरोप की गंभीरता पर निर्भर करेगा।

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