प्रदेश में ग्रीन कवर बढ़ाने का प्लान

  • नगरीय निकायों में लगाए जाएंगे एक करोड़ पौधे

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में सरकार का फोकस हरियाली बढ़ाने पर है। इसके लिए सरकार विभिन्न कार्यक्रम चला रही है। इसी कड़ी में  नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने प्रदेश में ग्रीन कवर बढ़ाने का प्लान बनाया है। इसके तहत प्रदेश के नगरीय निकायों में तीन साल में एक करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। नगरीय विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय शुक्ल का कहना है कि बढ़ती आबादी के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए हरियाली बढ़ानी होगी। उन्होंने कहा कि नगरों के कुल क्षेत्रफल का लगभग 20 से 25 प्रतिशत हिस्सा हरित क्षेत्र होना चाहिए। जानकारी के अनुसार दुनिया भर में क्लाइमेट चेंज के बढ़ते दुष्प्रभाव के बीच नगरीय विकास एवं आवास विभाग मप्र में ग्रीन कवर बढ़ाने का प्लान बना चुका है। इसके तहत भोपाल-इंदौर सहित हर नगर निगम क्षेत्र में 12 से 15 लाख पौधे लगाए जहां सो औद्योगिक क्षेत्रों में भी हरियाली सुनिश्चित की जाएगी, सबसे पहले पीथमपुर में 11 लाख पौधे रोपने के लिए पीथमपुर नगरपालिका ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इस संदर्भ में नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा अमृत हरित महाभियान पर केंद्रित कार्यशाला आयोजित की गई। जहां विभाग ने अपने प्लान के बारे में अधिकारियों को जानकारी दी। शुक्ला ने कहा है कि बढ़ती आबादी के दबाव के कारण शहरों का पर्यावरण प्रभावित हो रहा है। जरूरत इस बात की है कि जन भागीदारी से हम शहरों में हरित क्षेत्र को बढ़ाएंं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पौधरोपण के साथ-साथ हम पौधों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सुनिश्चित करें। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि आगामी बारिश के मौसम के दौरान जिन चिन्हित स्थानों पर पौधरोपण होना है, वहां व्यापक स्तर पर तैयारी की जाए।
शहरों में 20 से 25 प्रतिशत क्षेत्र में होगा ग्रीन कवर
शुक्ला ने कहा कि शासकीय भवन परिसर, कॉलेज एवं स्कूल परिसर के आस-पास पौधरोपण किया जाए। नगरों के कुल क्षेत्रफल का लगभग 20 से 25 प्रतिशत भाग समृद्ध हरित क्षेत्र होना चाहिए। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि हमारे देश में प्राचीन काल से जिन पेड़ों को आस्था के साथ लगाया जाता रहा है, हम उनको स्थानीय परिस्थिति के अनुसार ज्यादा संख्या में लगा सकते हैं। इनमें आम, जामुन, पीपल, नीम इत्यादि हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छे काम करने वाले नगरीय निकायों को पुरस्कृत किये जाने की भी पहल की जाना चाहिए। कार्यक्रम में आईआईएफएम द्वारा शहरी अधोसंरचना में नीली-हरी अवसंरचना का प्रबंधन, एप्को ने क्लाइमेट चेंज और एसपीए की तरफ से शहरी स्थल पर हरित प्रणाली परं प्रेजेंटेशन हुए। एप्को के प्रेजेंटेशन में बताया गया कि क्लाइमेट चेंज से साल 2050 तक तापमान मप्र में 2.6 डिग्री तक बढ़ जाएगा। वहीं साल 2080 तक 5 डिग्री बढ़ सकता है। काम दिनों तक बारिश हो रही है। शहरों में नवकरणीय ऊर्जा के अधिक उपयोग, रिसाइक्लिंग को बढ़ाने, एनर्जी एफिशिएंट बिल्डिंग के निर्माण, बारिश के जल को सहेजने जैसे सुझाव दिए। पब्लिक ट्रांसपोर्ट और काम प्रदुषण वाले ईवी जैसे वाहनों के प्रयोग की वकालत भी हुई।
हर नगर निगम में लगेंगे 12 से 15 लाख पौधे
आयुक्त नगरीय विकास एवं आवास आयुक्त संकेत भोंडवे ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में तीन साल में एक करोड़ पौधे लगाने की योजना है। हर नगर निगम में 12 से 15 लाख, नगरपालिका में 5 लाख तो नगरपरिषद में 1 लाख पौधे लगाने की योजना बनेगी। इस मानसून में पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में 11 लाख पौधे लगाने का प्लान बन चुका है। मंडीदीप सहित बाकी औद्योगिक क्षेत्रों में भी हरियाली बढ़ाने पर काम होगा। अमृत मित्र बनाकर सहयोग लिया जाएगा।

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