पदोन्नति का होगा रास्ता साफ….

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में इस साल अब हर महीने औसतन रूप से एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर की सेवानिवृत्ति होगी। दरअसल साल के बचे हुए छह माह में सात आईपीएस अफसरों का सेवाकाल पूरा होने जा रहा है। यह वे अफसर हैं, जो पुलिस मुख्यालय में अलग-अलग शाखाओं में बतौर शाखा प्रमुख के रुप में काम देख रहे हैं। इन सेवानिवृत्त होने वाले अफसरों में 2 पुलिस महानिदेशक और 4 एडीजी और एक स्पेशल डीजी स्तर के अफसर शामिल हैं। यह पहला मौका है जब एक साथ इतने वरिष्ठ आईपीएस अफसर सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। इन अफसरों के सेवानिवृत्त होने से उनके नीचे वाली रैंक के अफसरों को इस साल पदोन्नत होने का अवसर मिलेगा। इसी तरह से एक आला अफसर द्वारा बीआरएस भी मांगा गया है। अगर उन्हें बीआरएस मिल जाता है, तो उनकी जगह भी अधीनस्थ रैंक वाले एक अफसर के पदोन्नत होने का रास्ता खुल जाएगा। यह बात अलग है कि इसके बाद भी एक एडीजी ऐसे भी हैं, जिन्हें पदोन्नत नहीं किया जाएगा। इसकी वजह है उनकी पदोन्नति पर रोक लगी होना। पुलिस सूत्रों की माने तो जल्द ही एडीजी विपिन महेश्वरी को स्पेशल डीजी बनाया जा सकता है। जबकि एडमिन शाखा के प्रमुख एडीजी डी श्रीनिवासन राव के पदोन्नत होने पर अभी संशय बना हुआ है। इसकी वजह है राव का रिटायरमेंट दो माह बाद अगस्त में होना है। राव से सीनियर 12 एडीजी स्तर के अफसर हैं। इसकी वजह से कहा जा रहा है कि राव को एडीजी के पद से ही रिटायर होना पड़ेगा। उनके एक माह पहले यानि की अगले माह जुलाई में स्पेशल डीजी ट्रेनिंग मुकेश जैन और होमगार्ड डीजी पवन जैन भी सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इन दोनों ही अफसरों के रिटायरमेंट की वजह से एडीजी एसडब्ल्यू नकवी को पदोन्नति मिलने का रास्ता साफ हो गया है। उन्हें स्पेशल डीजी के पद पर पदोन्नति मिलेगी। सूत्रों की माने तो हाल ही में मंत्रालय में हुई बैठक में नकवी को स्पेशल डीजी बनाने का निर्णय कर लिया गया है। उन्हें अगले माह पद रिक्त होते ही पदोन्नत कर दिया जाएगा। यह बात अलग है कि अगस्त में सेवानिवृत्त होने की वजह से नकवी महज एक माह की अवधि के लिए ही स्पेशल डीजी के पद पर पदस्थ रह पाएंगे।
केन्द्र में जाएंगे अरविंद कुमार
डीजी जेल के पद पर पदस्थ अरविंद कुमार का नाम इस साल में ही केंन्द्र सरकार डेपुटेशन के लिए इन्पैनेल्ड कर चुकी है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए बीएसएफ, एनपीए में डीजी के पद खाली है। माना जा रहा है कि इन दोनों में से किसी एक जगह पर उन्हें पदस्थ किया जाएगा। प्रदेश में सीनियर अफसरों की संख्या वैसे भी बहुत है। ऐसे में राज्य सरकार उन्हें रिलीव कर सकती है। या फिर कुमार खुद भी दिल्ली का रुख कर सकते हैं। जेल डीजी के रिक्त होने वाले पद पर कई आईपीएस अफसरों की निगाहें लगी हुई हैं।
यह पद होंगे रिक्त
इस साल सेवानिवृत्त होने वाले अफसरों में होमगार्ड में पदस्थ डीजी पवन जैन, प्रशिक्षण शाखा में पदस्थ डीजी मुकेश जैन , जेएनपीए सागर में पदस्थ एडीजी सुशोभन बनर्जी, नारकोटिक्स शाखा के प्रमुख एडीजी एसडब्ल्यू नकवी , एडमिन शाखा के प्रमुख एडीजी डी श्रीनिवासन राव, एसटीएफ प्रमुख एडीजी विपिन महेश्वरी और सीआरपीटी में पदस्थ स्पेशल डीजी एसएल थाउसेन के नाम शामिल हैं। इसकी वजह से इन शाखाओं के मुखिया के पद रिक्त हो जाएंगे।