अधिकारी-कर्मचारियों की अब वाहनों की नंबर प्लेट से उपस्थिति लगाने की तैयारी

नंबर प्लेट
  • जीएडी ने कर्मचारियों को समय पर मंत्रालय पहुंचाने बनाया नया सिस्टम

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। डेढ़ साल में मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारियों की उपस्थिति लगाने के सभी सिस्टम फेल हो चुके हैं। यही कारण है कि मंत्रालय के कई अधिकारी-कर्मचारी समय पर अपने कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। अब जीएडी मंत्रालय में अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति लगाने के लिए एक और नया सिस्टम ला रहा है, जिसमें अधिकारी और कर्मचारियों के वाहन से उनकी उपस्थिति दर्ज कराई जाएगी। वर्तमान में मंत्रालय में करीब डेढ़ हजार अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं। सामान्य प्रशासन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रालय में कर्मचारियों की उपस्थिति फेस स्कैन के जरिए लगाने की तैयारी की जा रही है। साथ ही उच्च अधिकारियों की गाडिय़ों की नंबर प्लेट स्कैन कर उपस्थिति लगाई जाएगी। इसके लिए मंत्रालय के मुख्य द्वार पर फेस रिकग्निशन मशीनें लगाई जाएंगी। कर्मचारी उक्त मशीनों के सामने खड़े होकर फेस स्कैन करने के बाद ही मंत्रालय में दाखिल हो पाएंगे। वहीं कार्यालयीन समय समाप्त होने के बाद मंत्रालय से बाहर जाते समय कर्मचारियों को मशीन के सामने फेस स्कैन करना अनिवार्य होगा। इससे उनके मंत्रालय आने-जाने का सही समय सॉफ्टवेयर में दर्ज हो जाएगा। इसी तरह अधिकारी और कर्मचारियों को सरकारी वाहन आवंटित हैं। उनके मंत्रालय आते और बाहर जाते समय गाडिय़ों की नंबर प्लेट स्कैन की जाएगी, जिससे उनकी उपस्थिति लग जाएगी। इससे सभी अधिकारी और कर्मचारी समय पर मंत्रालय पहुंचेंगे और कार्यालयों में अनुशासन बढ़ेगा। जीएडी ने नई व्यवस्था लागू करने प्रारंभिक तकनीकी तैयारी पूरी कर ली है।
हर व्यवस्था हो रही फेल
मंत्रालय में अधिकारी और कर्मचारियों की लेटलतीफी से सभी परेशान हैं। इसलिए जीएडी ने गत वर्ष जून में सख्ती करते हुए अटेंडेंस को लेकर नई व्यवस्था बनाई थी। इसमें उन्हें मंत्रालय पहुंचकर सबसे पहले अटेंडेंस रजिस्टर में हस्ताक्षर करना होते थे। सभी विभागों के सचिव स्तर के अधिकारियों को हर दिन दोपहर डेढ़ बजे जीएडी को रिपोर्ट भेजते थे कि कर्मचारी समय पर अपने कार्यालय पहुंचा है या नहीं। लेटलतीफी करने वाले कर्मचारियों की सीएल लगा दी जाती थी। इस सख्ती का नतीजा यह हुआ कि कर्मचारी समय पर कार्यालय पहुंचने लगे, लेकिन कुछ महीने बाद जैसे ही विभागों ने उपस्थिति की रिपोर्ट भेजने में ढील बरतना शुरू किया वहीं कर्मचारियों ने अपना पुराना ढर्रा शुरू कर दिया और विलंब से मंत्रालय पहुंचने लगे। इसके बाद जीएडी ने मंत्रालय में गत फरवरी में आधार बेस्ड फेस अटेंडेंस व्यवस्था शुरू कर दी। इससे मंत्रालय परिसर के चारों ओर एक तय दूरी से मोबाइल से कर्मचारियों को अपनी उपस्थिति लगाने की सुविधा दी गई। जीएडी की यह व्यवस्था भी कर्मचारियों को समय पर मंत्रालय पहुंचाने में सफल नहीं हो सकी। इसके चलते जीएडी को उपस्थिति लगाने के लिए नई व्यवस्था बनाना पड़ी है।

Related Articles