अब मध्यप्रदेश में ओपन कैप में नहीं होगा अनाज का भंडारण

 अनाज भंडारण

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में साल-दर-साल अनाज का उत्पादन बढ़ता जा रहा है, लेकिन पर्याप्त गोदाम नहीं होने के कारण इन्हें ओपन कैप में रखा जाता है। जिससे हर साल हजारों टन अनाज खराब हो जाता है। इसलिए अब ओपन कैप में अनाज न रखने का निर्णय लिया गया है। इसलिए अब ओपन कैप के स्थान पर बीओटी सिस्टम से कवर्ड गोदाम बनाए जाएंगे।
प्रदेश में एक अप्रैल 2022 से समर्थन मूल्य पर खरीदा जाने वाला गेहूं, चना अब खुले में नहीं रखा जा सकेगा।  जानकारी के अनुसार, हाईकोर्ट के आदेश के बाद अब उपज के भंडारण के लिए ओपन कैप व्यवस्था को प्रदेश में बंद किया जा रहा है। इसकी वजह यह है कि कैप में लंबे समय तक खाद्यान्न का सुरक्षित भण्डारण नहीं कराया जा सकता है। इसके बाद अब प्रदेश में कैप के स्थान पर बीओटी सिस्टम से अब कवर्ड गोदाम बनाए जाएंगे।
1 अप्रैल से कैप पर भंडारण प्रतिबंधित: उच्च न्यायालय द्वारा कैप के स्थान पर कवर्ड गोदामों में सुरक्षित भंडारण के आदेश दिए गए थे। ओपन कैप में रखे जाने वाले खाद्यान्न के व्यापक पैमाने पर खराब होने के लगातार मामले सामने आने पर इस संबंध में याचिका उच्च न्यायालय में दायर की गई थी जिस पर उच्च न्यायालय ने कैप के स्थान पर कवर्ड गोदामों में सुरक्षित भंडारण के निर्देश दिए।  भारतीय खाद्य निगम भी 1 अप्रैल 2022 से कैप पर भंडारण प्रतिबंधित करने जा रहा है। इसके बाद राज्य शासन ने  निर्णय लिया है कि जिन 15 जिलों में कैप के जरिये उपज का भंडारण किया जा रहा था वहां अब कवर्ड गोदाम बनाए जाएंगे। इसके लिए कलेक्टरों को पत्र लिखकर राजस्व विभाग की जमीन खाद्य विभाग के नाम दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं।

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