
बड़ी राजनीतिक व प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। त्रिस्तरीय पंचायत व नगरीय निकाय चुनाव के परिणामों को लेकर भले ही भारतीय जनता पार्टी बड़े -बड़े दावे करे , लेकिन वास्तविकता में इन परिणामों ने उसके लिए खतरे की घंटी बजा दी है। अंदर ही अंदर भाजपा के बड़े नेता भी इन परिणामों को इसी तरह का ही मानकर चल रहे हैं। यही वजह है की पार्टी अब अपनी रह गई खामियों की तलाश कर उन्हें दूर करने के प्रयासों के लिए रणनीति बनाने जा रही है। संगठन कल आने वाले दूसरे चरण के निकाय चुनाव परिणामों की प्रतीक्षा कर रही है। यह पूरी कवायद अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर की जा रही है। इसकी वजह से प्रदेश में सरकार से लेकर प्रशासनिक स्तर तक में बड़े बदलावों की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। यही वजह है की अब विधानसभा के मानसून सत्र को डेढ़ महीने आगे बढ़ाया जा रहा है। संभावना है कि विधानसभा का वषार्कालीन सत्र अब 13 सितम्बर से शुरू हो सकता है। यह बात अलग है की इसके पीछे की जो वजह बताई जा रही है उसके मुताबिक तीन अगस्त तक चुनावी प्रकिया पूरी होगी, इसके बाद पन्द्रह अगस्त आ जाएगा। 22 से 28 अगस्त तक विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम संसदीय सम्मेलन में शामिल होने विदेश दौरे पर रहेंगे। इसकी वजह से विधानसभा सत्र पन्द्रह अगस्त से पहले व सितम्बर के पहले सप्ताह में बुलाया जा सकता है। गौरतलब है की विधानसभा का वर्षाकालीन सत्र 23 जुलाई से 29 जुलाई तक होना था। इसके लिए अधिसूचना तक जारी की जा चुकी थी। एक बार विधानसभा सत्र की अधिसूचना जारी होने के बाद उसमें किए जाने वाले बदलाव की वजह को कहीं न कहीं बड़ी राजनीतिक व प्रशासनिक सर्जरी का संकेत माना जा रहा है।
जिलों के आला अफसरों पर गाज गिरना तय
कहा जा रहा है की जिन जिलों में भाजपा के महापौर प्रत्याशी चुनाव हारे हैं, वहां के कलेक्टर और एसपी पर तबादलों की गाज गिरना तय है। लगभग यही हाल हारी हुई नगर पालिकाओं में भी रहने वाला है। इसके साथ ही उन प्रमुख सचिवों का भी बदलना तय माना जा रहा है जिनसे मंत्री बेहद नाराज चल रहे हैं। ऐस अफसरों की संख्या एक दर्जन तक बताई जा रही है। मुख्यमंत्री सचिवालय में भी एक और प्रमुख सचिव की पदस्थापना संभावित है। अगले माह की 14 तारीख को लोकसभा का शीतकालीन सत्र समाप्त होगा। इसके बाद मध्यप्रदेश में बड़ी राजनीतिक सर्जरी की जा सकती है। त्रिस्तरीय पंचायत व नगरीय निकाय चुनाव में ग्वालियर, विन्ध्य व महाकौशल के आए चुनाव परिणामों को पार्टी हाईकमान ने बेहद गंभीरता से लिया है। इसी वजह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंनद विन्ध्य, ग्वालियर, चंबल व महाकौशल क्षेत्र के विधायकों व पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुलाने जा रहे हैं। यह बैठक कल के बाद कभी भी बुलाई जा सकती है। इस बैठक में पार्टी के चुनाव परिणामों में मिली हार की वजहों पर चिंतन मनन किया जाएगा । भाजपा की सबसे बड़ी चिंता विन्ध्य की सिंगरौली पर आप पार्टी की सफलता बन गई है। दरअसल विन्ध्य में वैचारिक विविधता है, इसी कारण नई राजनीति का उदय भी यहीं से होता रहता है। भाजपा पूरा जोर इस बात पर लगाएगी कि मध्यप्रदेश में आप पार्टी को और आगे बढ़न से पहले ही पूरी तरह से कैसे रोका जाए।