अब बंजर पड़ी सैकड़ों एकड़ जमीन पर लहलहा रही है आदिवासियों की फसल

 फसल

भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। कहते हैं कि लगन व निष्ठा हो तो कोई भी मंजिल तय की जा सकती है। इसका उदाहरण है सागर जिले के वे आदिवासी, जिनके द्वारा दशकों से बंजर पड़ी जमीन को न केवल उपजाऊ बना दिया गया, बल्कि उस जमीन पर अब फसल तक उगाकर सभी को आश्चर्य चकित भी कर दिया है।
ऐसा एक दो एकड़ जमीन में न हीं किया गया बल्कि पांच सौ एकड़ जमीन पर किया गया है। इससे जहां जमीन उपजाऊ हुई तो वहीं आदिवासी किसानों के लिए भी आर्थिक उन्नति के द्वार भी खुल गए हैं। दरअसल सागर जिले के केसली विकासखंड के आदिवासी किसानों ने अपनी मेहनत की दम पर जब यह सफलता हासिल की तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उनकी सराहना करने से पीछे नहीं रह सके। चौहान ने उनकी सराहना करते हुए कहा कि उनकी मेहनत आत्मनिर्भर कृषि की ओर उठाया गया यह एक बेहतर कदम है। इस मामले में जिला प्रशासन का कहना है कि, बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाना बेहद कठिन था। इसकी वजह थी आदिवासियों के पास भूमि को उपजाऊ बनाने के साधन और आवश्यक राशि का सकंट  होना। उनकी लगन और दृढ़ इच्छाशक्ति देखते हुए उन्हें मुख्यमंत्री जय किसान योजना के तहत राशि दी गई, जिसकी मदद से जिले में पांच सौ एकड़ से भी अधिक बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाया गया। प्रशासन के मुताबिक इसमें अकेले केसली विकासखंड में ही 3 सौ एकड़ से अधिक बंजर भूमि को उपजाऊ बनाया गया है। अब इस भूमि पर फसल की सिंचाई के लिए खेत तालाब और कपिल धारा के तहत कुएं भी मंजूर किए गए हैं। इससे जुड़े आदिवासी किसानों का कहना है कि इसके लिए उन्हें प्रशासन की ओर से भूमि समतल करने के लिए प्लाऊ और ट्रैक्टर ट्रॉली के उपयोग की अनुमति भी  दी गई।
जिला प्रशासन कर रहा है निगरानी
कलेक्टर दीपक सिंह के निर्देश पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ इच्छित गढ़पाले एवं केसली जनपद सीईओ सुश्री पूजा जैन द्वारा इन क्षेत्रों की निरंतर निगरानी की जा रही है। इस जमीन पर फसल उगाने के लिए पट्टेधारियों को कृषि विभाग द्वारा बीज भी उपलब्ध कराए गए हैं।

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