
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। इंदौर व भोपाल के बाद अब भारतीय जनता पार्टी के चुनावी चाणक्य कहे जाने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का जल्द ही जबलपुर दौरा होना तय है। इसके लिए पार्टी ने तैयारियां शुरु कर दी हैं। फिलहाल इस दौरे को लेकर तारीख तय नही है। माना जा रहा है कि यह दौरा 15 अगस्त के बाद कभी भी हो सकता है। इस दौरान वे इंदौर की तर्ज पर पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में भाग ले सकते हैं। दरअसल प्रदेश में तीन माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इन दिनों शाह प्रदेश में लगातार प्रवास कर रहे हैं। फिलहाल चुनाव से पहले पार्टी उनका प्रवास सभी पांचों अंचलों में करा लेना चाहती है, जिससे की सभी अंचलों में पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा हो सके।
माना जा रहा है कि जबलपुर दौरे के बाद अमित शाह विंध्य और बुंदेलखंड का भी दौरा कर सकते हैं। प्रदेश में भाजपा को चुनाव में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने पूरा जोर लगा रहा है। जिसकी कमान खुद केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने अपने पास रखी है। इसके अलावा संघ के प्रमुख लोगों का मार्गदर्शन भी पार्टी ले रही है। शाह के दौरे से जहां एक और गुटबाजी खत्म हुई हैं वहीं, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की पूछ- परख से नाराजगी की बात भी खत्म हो गई है, जो आगामी विधानसभा चुनाव के हिसाब से भाजपा के लिए काफी अच्छा माना जा रहा है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में बीजेपी ने इस बार 51 फीसदी मतों के साथ 200 सीटों का लक्ष्य रखा है। चुनाव से पहले बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद ही प्रदेश में चुनाव की कमान संभाल रखी है। अब चुनाव से संबंधित समितियों का गठन कर दिया गया है। शाह एक महीने में तीन बार मप्र आ चुके हैं। शाह के आने से जहां भाजपा कार्यकर्ता पूरी तरह से सक्रिय होने लगे हैं, वहां पार्टी के बड़े नेताओं में जारी गुटबाजी भी अब दिखना बंद हो चुकी है। दरअसल शाह साफ कर चुके हैं कि पार्टी के नेताओं को कार्यकर्ताओं की पूछ परख करनी होगी और हाल में तय किए गए लक्ष्य को हासिल करना होगा।
पार्टी की बड़ी बैठक
ग्वालियर और चंबल अंचल में भाजपा के पिछड़ने की खबरों के बाद अब पार्टी इस क्षेत्र में 15 अगस्त के बाद एक बड़ी बैठक का आयोजन करने जा रही है। यह बैठक विस्तारित समिति की होगी। इस बैठक में प्रदेश संगठन के सभी पदाधिकरियों के अलावा पार्टी के सभी जिला अध्यक्ष, मोर्चों के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रभारी के साथ ही कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि बैठक में पार्टी के वरिष्ठ 1200 लोगों के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हो सकते हैं।