अब कांग्रेस में भी सीमित होंगे पदाधिकारी

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  • पदाधिकारियों के नामों की सूची भेजी गई दिल्ली …

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। लंबे समय से कांग्रेस संगठन में प्रदेश स्तर पर पदाधिकारियों की भरमार बनी हुई थी, जिससे पद की गरिमा गिरने के साथ ही संगठन के भरोसे पर खरा नहीं उतरने वाले चेहरे भी उपकृत हो रहे थे। इनमें लगभग अधिकांश चेहरे ऐसे थे, जो किसी न किसी बड़े नेता के चहेते थे।
नेताओं की ही कृपा से यह पद उन्हें हासिल हुए थे, जिसकी वजह से वे संगठन की जगह अपने नेताओं के लिए ही सक्रिय बने रहते थे। यही वजह है कि अब तय किया गया है ,कि प्रदेश स्तर पर पदाधिकारियों की संख्या को बेहद सीमित किया जाए। यही नहीं इसमें उन्हीं चेहरों को शामिल किया जाए , जो न केवल ऊर्जावान हैं, बल्कि संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। अब प्रदेश में लंबे समय तक कोई चुनाव नहीं हैं, लिहाजा नई कार्यकारिणी में कार्यवाहक अध्यक्ष भी नहीं बनाए जाने का तय कर लिया गया है। दरअसल पूर्व में चार कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए गए थे। इसके पीछे पार्टी हाईकमान की मंशा चुनाव की दृष्टि से राजनैतिक व जातिगत समीकरणों को साधने की थी। यही वजह थी कि पिछली प्रदेश कार्यकारिणी में करीब 3 हजार पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई थी।
पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नई कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष, महासचिव और सचिव सहित 75 से अधिक नाम नहीं होंगे। इसके अलावा इस बार कोई भी कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष नहीं होगा। कहा तो यह भी जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी द्वारा प्रदेश कार्यकारिणी के नामों की सूची पार्टी हाईकमान को भेजी जा चुकी है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह की सहमति से जल्द ही प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी जाएगी। नई कार्यकारिणी में जीतू पटवारी के विश्वास पात्र और युवा चेहरे ज्यादा दिखाई देंगे। प्रदेश उपाध्यक्षों को अधिकार संपन्न बनाने के साथ ही उन्हें ज्यादा दायित्व सौंपे जाएंगे।
बड़े नेता ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं की सुनेंगे समस्याएं
दरअसल, संगठन को मजबूत करने के लिए कांग्रेस ने मेगा प्लान बनाया है। 15 जून से कांग्रेस का मंथन कार्यक्रम शुरू किया जाएगा, जिसमें सभी बड़े नेता ब्लॉक स्तर तक दौरे कर कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनेंगे और उसके बाद आगे का रोड मैप तैयार करेंगे। यह अभियान 2 महीने तक चलेगा। ब्लॉक स्तर के बाद इसी तरह का अभियान जिला स्तर पर अभियान चलेगा। यही वजह है कि पार्टी 15 जून से पहले प्रदेश कार्यकारिणी के गठन के प्रयास में जुटी है। हालांकि पार्टी की कोशिश है कि 15 जून से पहले जिला और ब्लॉक स्तर पर भी नियुक्तियां कर दी जाएं, लेकिन अभी इसके आसार नजर नहीं आ रहे हैं। गौरतलब है कि गत दिसंबर में जीतू पटवारी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस की कार्यकारिणी भंग कर दी गई थी। चूंकि लोकसभा चुनाव सिर पर थे, इसलिए नई कार्यकारिणी का गठन नहीं किया जा सका था। पूर्व में जिस नेता के पास जिस पद का दायित्व था, उसे वही जिम्मेदारी दे दी गई थी।
नए रूप में दिखेगा पीसीसी
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय जल्द ही नए लुक में नजर आएगा। इसके रेनोवेशन का काम तेजी से चल रहा है। पूरे भवन की अंदर और बाहर से पुताई की जा रही है। पहले और दूसरे माले पर पुराने कक्षों को तोडक़र नए कक्ष बनाए जा रहे है। पदाधिकारियों की नई बैठक व्यवस्था की जा रही है। अब एक कक्ष में एक ही पदाधिकारी बैठेगा। पुराने फर्नीचर के स्थान पर नया फर्नीचर लाया जा रहा है। भूतल पर बने राजीव गांधी सभागार को भी रेनोवेट कर हाईटेक बनाया जा रहा है। कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है कि 15 जून तक पीसीसी कार्यालय के रेनोवेशन का कार्य पूरा हो जाएगा।

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