- ऑनलाइन वोटिंग के डेढ़ माह बाद भी नतीजों का इंतजार, दावेदारों में बेचैनी
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। चुनावों में पारदर्शिता को लेकर कांग्रेस सडक़ से लेकर संसद तक विरोध प्रदर्शन कर रही है। मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण मामले पर भी पार्टी हमलावर है। लेकिन खुद पार्टी में ही चुनाव का परिणाम नहीं आ पा रहा है। मध्यप्रदेश में युवा कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया को डेढ़ महीने बीत चुके हैं। लेकिन अब तक इसका परिणाम सामने नहीं आया है। कांग्रेस संगठन ने दावा किया कि उसने 16 लाख से अधिक सदस्य बनाए थे। उन्होंने एक साथ छह पदों के लिए ऑनलाइन वोटिंग की है। तब कांग्रेस के सूत्रों ने कहा था कि अक्टूबर के पहले हफ्ते में प्रदेश युवा प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो जाएगा। लेकिन अब कहा जा रहा है कि नवंबर में युकां अध्यक्ष की घोषणा होगी।
बता दें कि झाबुआ से विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया युवा कांग्रेस के अध्यक्ष थे। विधायक बनने से बाद उन्हें पद से हटा दिया गया। तब से संगठन ने मितेंद्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया। इसके लगभग एक वर्ष बाद चुनाव घोषित हुए और 20 जून से 19 जुलाई तक सदस्यता अभियान चला। इन सदस्यों ने एक साथ छह पदों के लिए वोटिंग की। कांग्रेस इस मतदान में पारदर्शिता चाहती थी। इसके लिए पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन रखी। अध्यक्ष पद के लिए 18 प्रत्याशियों ने दावेदारी की। प्रदेश महासचिव पद के लिए 182 दावेदार थे। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कुल 18 प्रत्याशी और प्रदेश महासचिव पद के लिए 182 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। सदस्यता अभियान के दौरान भरे गए फॉर्म की स्क्रूटनी कर ली गई है। शेष औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष पद पर प्रथम तीन उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाएगा, जो दिल्ली में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष होंगे। इसके बाद नए प्रदेश अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि युवा कांग्रेस ही एकमात्र युवाओं का राजनीतिक संगठन है, जहां चुनाव के लिए एक पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई गई है।
साढ़े पांच लाख फॉर्म रिजेक्ट
मप्र युवा कांग्रेस संगठन चुनाव को लेकर गत जून-जुलाई में चले सदस्यता और वोटिंग अभियान में करीब 15 लाख युवाओं ने युकां की सदस्यता लेकर अपने पसंदीदा प्रत्याशी के पक्ष में वोटिंग की थी। सदस्यता अभियान के दौरान ऑनलाइन जमा किए गए 15 लाख फॉर्म में से करीब 50 हजार ने सदस्यता शुल्क जमा नहीं किया था। इस कारण उनके फॉर्म स्क्रूटनी से पहले रिजेक्ट कर दिए गए थे। इसके बाद शेष बचे 14.50 लाख फॉर्म की स्क्रूटनी का काम पूरा कर लिया गया है। स्क्रूटनी में करीब 4.50 लाख फॉर्म स्वीकार कर लिए गए हैं। इनमें कोई गलती नहीं पाई गई। पांच लाख फॉर्म रिजेक्ट कर दिए गए हैं। इस तरह कुल 5.50 लाख फॉर्म रिजेक्ट किए गए। ऐसे ही करीब 5 लाख फॉर्म में छोटी-मोटी त्रुटियां पाई गई है। इनमें सुधार करने के लिए युवाओं को 10 दिन का समय दिया जाएगा। उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजकर उन्हें बता दिया जाएगा कि फॉर्म में क्या त्रुटि है। युवा इन त्रुटियों में ऑनलाइन सुधार कर सकेंगे। पार्टी ने युवा कांग्रेस अध्यक्ष की घोषणा सितंबर के अंत तक करने की तैयारी की थी, लेकिन पहले सदस्यता और फिर स्क्रूटनी के काम में देरी होने के कारण अब नवंबर में युवा कांग्रेस अध्यक्ष के नाम की घोषणा होने के आसार हैं।
अस तरह चली चुनावी प्रक्रिया
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने मप्र युवा कांग्रेस संगठन में बदलाव के लिए पारदर्शी प्रक्रिया अपनाते हुए गत 20 जून से ऑनलाइन सदस्यता और वोटिंग अभियान शुरू किया था। पार्टी ने इंडियन यूथ कांग्रेस (आईवायसी) नाम से एक ऐप तैयार किया था। इस एप के माध्यम से सदस्यता और वोटिंग की गई थी। एक महीने चले इस अभियान में 18 से 35 वर्ष की उम्र के युवाओं ने हिस्सा लिया था। चुनाव में एक सदस्य ने छह प्रत्याशियों के लिए मतदान किया था। इनमें प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, जिला अध्यक्ष, जिला महासचिव, ब्लॉक और विधानसभा अध्यक्ष के पद शामिल हैं। मप्र युवा कांग्रेस के सदस्यता अभियान के दौरान उज्जैन जिले में सबसे ज्यादा 74 हजार युवाओं ने युकां की सदस्यता ली। उज्जैन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का गृह जिला है। भोपाल जिले में 64 हजार युवाओं ने संगठन की सदस्यता ली। सदस्यता लेने वालों में भोपाल शहर के 53 हजार और भोपाल ग्रामीण के 11 हजार युवा शामिल थे। पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंडवाड़ा जिले में महज 3,287 युवाओं ने सदस्यता ली। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के गृह जिले धार से 55 हजार युवा युकां में शामिल हुए। युकां में सबसे कम 574 सदस्य हरदा जिले से बनें। बता दें कि युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने लोकसभा चुनाव के दौरान 9 अप्रैल, 2024 को अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके स्थान पर मितेंद्र सिंह यादव को युकां का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। अप्रैल में संगठन चुनाव की घोषणा के बाद से मितेंद्र सिंह युकां के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष है।
02/10/2025
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