
- कलेक्टर-एसपी के फर्जी अकाउंट से कर रहे खेल
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। जिन अधिकारियों के कंधों पर लोगों को ठगी से बचाने की जिम्मेदारी है, वे खुद साइबर ठगों के निशाने पर हैं। जालसाज आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के कभी सोशल मीडिया अकाउंट हैक करके, तो कभी व्हाट्सएप पर उनके नाम से ग्रुप बनाकर लोगों को फंसाने व ठगने का षड्यंत्र रच रहे हैं। अभी हाल ही में ठगों ने वाट्सऐप की डीपी में जबलपुर कलेक्टर की फोटो लगाई और उनके रिश्तेदार से 25 हजार रुपए ठग लिए। इसी तरह शहडोल, धार और शिवपुरी कलेक्टरों के नाम से भी ठगने के प्रयास जालसाजों ने किए हैं। मुरैना जिले के एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान का है। बीते सप्ताह फेसबुक पर उनका फर्जी अकाउंट बनाया गया, जो दो दिन पहले डिलीट कर दिया गया। दरअसल, आईएएस और आईपीएस जैसे अधिकारियों के नाम से आसानी से ठगी हो जाती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण कुछ समय पहले इंदौर से लेकर भोपाल क्षेत्र में सामने आया, जब पूर्व आईपीएस एमएस वर्मा के नाम से साइबर ठगों ने फर्जी फेसबुक अकाउंट बना लिया और फर्जी फेसबुक पर लिखा कि मेरा स्वास्थ्य खराब है अभी किसी से बात नहीं कर पाऊंगा, मुझे आर्थिक सहयोग की जरूरत है। इसके साथ एक बैंक खाता नंबर भी पोस्ट कर दिया, जो ठगों का था। इस खाते में कई थाना प्रभारियों से लेकर अन्य पुलिसकर्मियों ने बिना सोचे-समझे व सत्यापन के पैसे डाल दिए। वहीं, सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि मेरा फेसबुक पर केवल एक अकाउंट है, जिसे मैं खुद ऑपरेट करता हूं। बाकी के दो या तीन अकाउंट हैं, वह सभी फर्जी हैं। इन्हें बंद करवाकर फर्जी अकाउंट खोलने वालों का पता लगवाकर कार्रवाई करवाई जाएगी। ठगों ने शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी के नाम पर श्रीलंका के नंबर से व्हाट्सएप अकाउंट बनाया। कलेक्टर ने लिखा, अज्ञात हैकर ने मेरे नाम और फोटो के साथ फर्जी अकाउंट बना लिया है। इसमें मेरे नाम के साथ फोटो का भी इस्तेमाल किया है। बिजनेस अकाउंट पर +94785909474 नंबर से फर्जीवाड़े का प्रयास किया गया है। कलेक्टर ने लिखा है, कृपया मेरे नाम से बनाए गए फर्जी अकाउंट से सावधान रहें। यदि कोई संदेश मिलता है, तो रिपोर्ट करें और उसे ब्लॉक करें।
व्हाट्सएप में फोटो लगाकर मांगे पैसे
शहडोल कलेक्टर तरुण भटनागर के नाम से फर्जी नंबर से सोशल मीडिया में पैसे मांगने की बात सामने आई है। ऑनलाइन ठगों ने कलेक्टर के नाम से फर्जी नंबर से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पैसों की मांग की। इसे लेकर जिला प्रशासन ने आमजन को सतर्क रहने कहा है। साथ ही यह भी कहा गया है, कोई भी अपने बैंक खाते एवं पहचान से संबंधित जानकारी साझा न करें।
कलेक्टर के रिश्तेदार से ठग लिए 25 हजार
जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना के नाम से उनके रिश्तेदार से 25 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। साइबर ठग ने कलेक्टर की फोटो की डीपी लगाई और फिर कई रिश्तेदारों को मैसेज किए। उनके एक रिश्तेदार झांसे में आ गए और 25 हजार रुपए वाट्सऐप पर ट्रांसफर कर दिए। बाद में फोन कर बताया तो कलेक्टर सक्सेना हैरान रह गए। उन्होंने शिकायत साइबर सेल को भेजी है। साथ ही अलर्ट भी जारी किया है। इससे पहले भी कलेक्टर सक्सेना के नाम से फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाकर साइबर फ्रॉड की कोशिश की गई थी। उनके कुछ परिचितों को मैसेंजर पर मैसेज भेजकर रुपए मांगने की चैट सामने आ गई थी तो सक्सेना ने शिकायत साइबर सेल से कर आइडी ब्लॉक कराने को कहा था। उन्होंने लोगों को सतर्क भी किया था, लेकिन इस बार साइबर ठगों ने वाट्सएप पर कलेक्टर की फोटो लगाकर ठगी कर डाली। वहीं धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के नाम पर भी ठगी करने का किया गया। जानकारी के बाद प्रशासन की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है। साथ ही साइबर सेल को भी शिकायत की गई है।
हाइप्रोफाइल लोगों को निशाना बनाने की कोशिश
सोशल मीडिया मनोरंजन से लेकर सूचना के लिए एक बड़ा माध्यम है। लेकिन इसके खतरे भी बढ़ रहे हैं। लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें। हाल के दिनों में यह चौथा मामला है, जब हाइप्रोफाइल लोगों को निशाना बनाने की कोशिश की गई है। पहले लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के नाम से फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर ठगी की कोशिश की गई थी, फिर कलेक्टर सक्सेना को निशाने पर लिया गया। उनके साथ दोबारा ऐसा हुआ है। श्योपुर के एसपी डा. राय सिंह नरवरिया का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर तो साइबर ठगों ने पुराने फर्नीचर और घर के सामान के फोटो पोस्ट कर दिए और लिखा कि तबादला हो जाने के कारण यह फर्नीचर व सामान बेचना है। कई लोगों से कुछ पैसा भी साइबर ठगों ने ले लिए। इसकी जानकारी लगते ही आईपीएस अधिकारी डा. नरवरिया ने अकाउंट बंद करा दिया।