
- संपत्ति विवाद: 40000 करोड़ की प्रॉपर्टी पर 15 साल से मुकदमे
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
ग्वालियर के चर्चित सिंधिया पूर्व राजघराने में बुआओं (वसुंधरा राजे, यशोधरा राजे और उषा राजे) और भतीजे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच करीब 40000 करोड़ रुपए की संपत्ति के लिए पिछले डेढ़ दशक से चल रहे संपत्ति विवाद के समाधान की उम्मीद जगी है। ग्वालियर हाईकोर्ट की एकल पीठ ने ज्योतिरादित्य और उनकी तीनों बुआओं को आपसी सहमति से विवाद सुलझाने का आदेश दिया है। अदालत ने इसके लिए 90 दिन का समय दिया है।
तो याचिका फिर बहाल होगी: दरअसल 2010 से बुआ-भतीजे में चल रहे अदालती विवाद में गत मंगलवार को हुई सुनवाई में तीनों बुआओं के अधिवक्ताओं ने सहमति से विवाद खत्म करने की अर्जी लगाई और सिविल रिवीजन वापस ले ली हाईकोर्ट ने कहा कि दोनों पक्षों को समझौते के लिए पर्याप्त समय व कानूनी सुविधा दी है। दोनों पक्षों को तीन माह यानी 10 दिनों में समझौते की औपचारिक कार्यवाही पूरी करनी होगी। तय समय में समझौता नहीं हुआ तो याचिका फिर से बहाल कर दी जाएगी।
2010 से लंबित केस
गौरतलब है कि वर्ष 2010 में उषा राजे, वसुंधरा राजे और यशोधरा राजे ने भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ वाद पत्र दायर किया था। उनका कहना था कि पिता की संपत्ति में बेटियों का भी बराबर का अधिकार है, उन्हें हिस्सा दिया जाए। इस पर ज्योतिरादित्य ने भी दावा पेश किया था। दोनों मामले जिला न्यायालय में लंबित रहे। बाद में पुराने मामले के त्वरित निराकरण के निर्देश के चलते यह मामला हाईकोर्ट पहुंचा और 2017 से सिविल रिवीजन लंबित थी।
दावे में 28 पक्षकार
संपत्ति विवाद के दावे में कुल 28 पक्षकार बनाए गए हैं। इनमें सिंधिया परिवार के 13 ट्रस्ट शामिल हैं, क्योंकि इन ट्रस्टों के नाम करोड़ों की संपत्तियां दर्ज हैं। इनमें सिंधिया पोट्रीज एंड सर्विसेस, कृष्णाराम एंड बलदेव इन्वेस्टमेंट कंपनी और जयविलास ट्रस्ट प्रमुख हैं। इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, माधवी राजे सिंधिया, प्रियदर्शनी राजे सिंधिया और चित्रांगदा राजे को भी पक्षकार बनाया गया है।
40 हजार करोड़ की प्रॉपर्टी में कई पैलेस
- सिंधिया परिवार के पास सबसे बड़ी संपत्ति 12.40 लाख वर्गफीट में बना जयविलास पैलेस है, जिसकी कीमत 10000 करोड़ है। इसमें 400 कमरे हैं। 1874 में बने इस पैलेस की उस समय लागत 10 लाख रुपए थी।
- आजादी के समय सिंधिया परिवार के पास 100 से अधिक कंपनियों में शेयर थे। ग्वालियर में जय विलास पैलेस परिसर, शिवपुरी में माधव विलास पैलेस, हैप्पी विलास और जॉर्ज कैसल जैसी संपत्तियां हैं। उज्जैन में कालियादेह पैलेस भी है।
- दिल्ली में ग्वालियर हाउस, राजपुर रोड पर एक प्लॉट और सिंधिया विला है। पुणे में पद्म विलास पैलेस, वाराणसी में सिंधिया घाट और गोवा में विठोबा मंदिर आदि संपत्तियां हैं।
