अब 21 महिलाएं नहीं बनेंगी उपाध्यक्ष

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महिला कांग्रेस में प्रदेश उपाध्यक्षों की संख्या चार तक ही सीमित रहेगी, पूर्व में थीं 26
भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम । कांग्रेस में कोई भी संगठन हो उसकी कार्यकारिणी इतनी बड़ी होती है की संगठन के अध्यक्ष से लेकर उसके पदाधिकारियों तक को यह याद नहीं रहता है की उनकी टीम में कौन – कौन कार्यकर्ता किस पद पर है। ऐसे में प्रदेश महिला कांग्रेस भी अछूती नहीं रहती रही है, लेकिन अब तय किया गया है की प्रदेश महिला कांग्रेस की टीम में इस बार महज चार पद ही रहेंगे, जबकि बीती कार्यकारिणी में प्रदेश उपाध्यक्षों की संख्या 26 थी। इससे अब महिला कांग्रेस में प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्ति के मामले में यह परंपरा टूटती दिख रही है। शायद यह पहला मौका होगा जब महिला कांग्रेस में उपाध्यक्षों की संख्या पर ब्रेक लगाया गया है। गौरतलब है की चार माह पहले घोषित की गई महिला कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी में 53 प्रदेश महामंत्री, 58 सचिव और 32 सह सचिव के पदों पर नियुक्तियां की गई हैं। दरअसल फरवरी माह में महिला कांग्रेस की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया था। यही नहीं इसके साथ ही तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल को भी पद से हटा दिया था। इस बीच प्रदेश महिला कांग्रेस के चार उपाध्यक्षों को नहीं हटाया गया था, वे अब भी प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। यह प्रदेश उपाध्यक्ष हैं रश्मि भारद्वाज, कविता पांडेय, जमना मरावी और नूरी खान। महिला कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति होने तक करीब दो महीने इन्हीं चारों प्रदेश उपाध्यक्षों ने संगठन की गतिविधियों का संचालित की थीं। गौरतलब है कि फरवरी में प्रदेश महिला कांग्रेस कार्यकारिणी को विवादों के कारण भंग कर दिया गया था। इस का गठन तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल ने किया था। पहले प्रदेश महिला कांग्रेस की कमान इंदौर की अर्चना जायसवाल के पास थी, लंबी कवायद के बाद तत्कालीन अर्चना जायसवाल ने 30 जनवरी 2022 को कार्यकारिणी बनायी थी, लेकिन नियुक्तियों को लेकर इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में महिला कांग्रेस में असंतोष फैल गया और इस्तीफों की झड़ी लग गयी थी।
जल्द होगा मंडलम, सेक्टर स्तर तक गठन
महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल का कहना है कि हमारी कोशिश है कि पूरे प्रदेश में जल्द से जल्द जिला से लेकर मंडलम, सेक्टर स्तर तक कार्यकारिणी गठित हो जाए । जिलों में बनाई जा रही कार्यकारिणी का भोपाल से सत्यापन किया जा रहा है। जिन विधानसभा सीटों पर हम लगातार चार से पांच बार से चुनाव हार रहे हैं, वहां संगठन को मजबूत करने पर हमारा सबसे ज्यादा फोकस है। नए प्रदेश उपाध्यक्षों की नियुक्ति नहीं किए जाने की कोई खास वजह नहीं है। चूंकि हमारी चारों प्रदेश उपाध्यक्ष बढ़िया काम कर रही हैं, इसलिए इस पद पर और ज्यादा नियुक्तियां नहीं करने का निर्णय लिया गया है।
जिलों में भी सीमित संख्या में बनेंगे पदाधिकारी  
आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महिला कांग्रेस का पूरा फोकस संगठन को मजबूत करने पर है। महिला कांग्रेस के सभी जिलाध्यक्षों की नियुक्ति कर दी गई है। जिलाध्यक्षों से जिला कार्यकारिणी में न्यूनतम 15 पदाधिकारियों की नियुक्ति करने को कहा गया है। इसके अलावा 22 जिलों में ब्लॉक अध्यक्ष नियुक्त किए जा चुके हैं। कांग्रेस के ब्लॉक की संख्या 500 है। एक महिला कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है कि बचे हुए ब्लॉक में नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है, जो सितंबर तक पूरी कर ली जाएगी।

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