
- पास होने के लिए मिलेंगे तीन और मौके
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। एमपी बोर्ड की परीक्षाओं में अगर कोई फेल होता है तो उसे टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि उसे पास होने के लिए तीन और मौके मिल सकते हैं। इसलिए बोर्ड परीक्षाओं में फेल होने वाले छात्र इस बार भी सरकार की इस व्यवस्था का लाभ उठा सकते हैं।
राज्य ओपन बोर्ड के संचालक पीआर तिवारी का कहना है कि 10वीं और 12वीं की परीक्ष में असफल स्टूडेंट को बोर्ड मौका देता है। मंडल की परीक्षा के रिजल्ट के तुरंत बाद जून में इसका आयोजन हो रहा है। शेड्यूल जारी हो चुका है। इसमें भी पास न हुए तो स्टूडेंट को बोर्ड एक और मौका देगा।
स्कूल शिक्षा विभाग का कहना है कि बच्चे निराश न हों और उनका कीमती वक्त और पूरा साल खराब न हो, इसके लिए वे तीन और मौकों का फायदा उठा सकते हैं जानकारी के अनुसार एक मौका माध्यमिक शिक्षा मंडल देगा जबकि दो मौके राज्य ओपन बोर्ड के माध्यम से स्टूडेंट को लेना होंगे। यानि कुल चार अवसर मिलेंगे। बोर्ड परीक्षा का दूसरा मौका इस साल से शुरू करने जा रहा है, जबिक राज्य ओपन पहले से ही ऐसे स्टूडेंट के लिए परीक्षा आयोजित करवा रहा है। ऐसे में कहा जा सकता है कि एक स्टूडेंट को एक साल में पास होने के लिए चार मौके देने वाला मप्र देश का पहला राज्य होगा।
इस बार से प्रक्रिया में बदलाव
दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में माध्यमिक शिक्षा ने इस बार प्रक्रिया में बदलाव किया है। सप्लीमेंट्री खत्म कर मंडल दो परीक्षा का आयोजन करेगा। पहली परीक्षा में फेल होने पर दूसरा मौका रहेगा। पहली बार में स्टूडेंट अगर पास नहीं हो पाया तो उसे दूसरा मौका मिलेगा। इसमें श्रेणी में सुधार करने वाले भी शामिल हो सकेंगे। मंडल ने इसकी गाइड लाइन जारी कर दी है। मंडल की जानकारी के मुताबिक पूरक परीक्षा खत्म कर दी गई है। मंडल फरवरी मार्च में परीक्षा कराएगा। दूसरी परीक्षा जुलाई-अगस्त में लेगा। दोनों के बीच छह माह का अंतर होगा। पहली परीक्षा में फेल होने वाले दूसरी परीक्षा में हिस्सा ले सकेंगे। दूसरी परीक्षा में वे स्टूडेंट भी शामिल हो सकेंगे जिन्हें लगता कि उनके किसी सब्जेक्ट में अंक कम आए हो। जानकारी के अनुसार, राज्य ओपन बोर्ड जून में परीक्षा करागा। इसमें वे स्टूडेंट हिस्सा ले सकते हैं जो माध्यमिक शिक्षा मंडल की पहली परीक्षा में फेल हो गए हैं। इस साल का शेड्यूल जारी हो गया है। बोर्ड दिसम्बर में दूसरी परीक्षा कराएगा। माशिमं की मुख्य परीक्षा मार्च के महीने में आयोजित की जाएगी। वहीं दूसरी परीक्षा संभवत: जुलाई- अगस्त के महीने में आयोजित की जाएगी। इसे द्वितीय अवसर परीक्षा के रूप में जाना जा सकता है, जो पारंपरिक पूरक परीक्षा की जगह लेगी।