
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। लगातार कम होते जनाधार और युवाओं की कांग्रेस में कम होती रुचि को देखते हुए मप्र कांग्रेस द्वारा प्रदेश में नया प्रयोग करने की तैयारी कर ली गई है। इसके तहत अब कमलनाथ के प्रयासों से मप्र में बाल कांग्रेस का गठन करने की तैयारी कर ली गई है। इसका औपचारिक गठन पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन यानी कि बाल दिवस पर किया जाएगा।
इसके तहत प्रदेश का एक अध्यक्ष तो होगा ही साथ ही हर अंचल का अलग से क्षेत्रीय प्रमुख भी बनाया जाएगा। जिसके तहत कुल सात क्षेत्रीय प्रमुख बनाने की तैयारी है। इनके नामों की अधिकृत घोषणा भी 14 नवंबर बाल दिवस को कर दी जाएगी। हालांकि इस संबंध में कांग्रेस का कहना है कि इसका गठन किशोरों और युवाओं को कांग्रेस की मूल विचारधारा से परिचय कराने के अलावा कांग्रेस के गौरवशाली इतिहास, उसके महान नेताओं और देश के विकास में कांग्रेस के योगदान की जानकारी देना है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि बाल कांग्रेस का क्या स्वरूप होगा, वह कैसे काम करेगी, क्या गतिविधियां आयोजित करेगी आदि के संबंध में पूरा खाका तैयार किया जा चुका है। कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ की पहल पर प्रदेश में शुरू की जा रही बाल कांग्रेस की अवधारणा को कांग्रेस देश के अन्य राज्यों में भी लागू कर सकती है। दरअसल मप्र देश का पहला राज्य है, जहां कांग्रेस कमेटी द्वारा बाल कांग्रेस का गठन किया जा रहा है। इसमें क्षेत्रीय स्तर पर जो प्रभारी होंगे वह सभी बाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट करेंगे। इसके अलावा हर जिले में एक जिला अध्यक्ष और जिले में मौजूद विधानसभाओं की संख्या के हिसाब से उपाध्यक्ष और उतने ही महामंत्रियों की नियुक्ति की जाएगी। इस तरह बाल कांग्रेस में 52 जिला अध्यक्ष और करीब 460 उपाध्यक्ष एवं महामंत्री बनाए जाएंगे।
10 सदस्यीय समिति करेगी मॉनिटरिंग
पार्टी सूत्रों की माने तो इसके लिए प्रदेश स्तर पर एक 10 सदस्यीय मॉनिटरिंग समिति बनाई जाएगी जो बाल कांग्रेस को जिला स्तर तक के लिए साप्ताहिक रूप से कार्यों का आवंटन कर उनको दिए गए कामों की समीक्षा करने का काम करेगी। इसके बाद रिपोर्ट बनाकर उसे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को देगी। बाल कांग्रेस की जिला टीम 11वीं, 12वीं और स्नातक स्तर के प्रमुख स्कूल और कॉलेजों के अलावा जिले के प्रमुख कोचिंग सेंटर, ट्यूशन सेंटर, स्पोर्ट्स एकेडमी आदि की सूची बनाएगी। जिला टीम हर चयनित स्कूल और कॉलेज की 11वीं से स्नातक तक की हर कक्षा के टॉपर, सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और सर्वश्रेष्ठ डिबेट करने वालों की सूची तैयार करने का भी काम करेगी। यह काम बाल कांग्रेस के गठन के एक महीने के भीतर करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके बाद अगले माह बाल कांग्रेस इन सभी सूचीबद्ध लोगों का हर जिले में सम्मान समारोह आयोजित करेगी।
सोशल मीडिया पर भी रहेगी सक्रिय
बाल कांग्रेस का हर जिले में अपना फेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल और इंस्टाग्राम अकाउंट होगा। इसके अलावा जिले के सभी पदाधिकारियों के अपने सोशल मीडिया हैंडल होंगे। जिले के हर पदाधिकारी को इस पर अपनी गतिविधि की जानकारी डालना अनिवार्य रहेगा। इसके साथ ही बाल कांग्रेस का पाठ्यक्रम दस सदस्यीय मॉनिटरिंग कमेटी द्वारा तैयार किया जाएगा। यह पाठ्यक्रम 11वीं व 12वीं से लेकर स्नातक तक के छात्रों की रुचि के अनुरूप होगा और यह उन्हें परोक्ष रूप से कांग्रेस पार्टी की विचारधारा, भारत की आजादी और राष्ट्र निर्माण में कांग्रेस द्वारा किए गए कार्यों से अवगत कराने का काम करेगा।