
- उपचुनाव वाली चारों सीटों पर संगठनात्मक दृष्टि से बूथ मंडलम और सेक्टर कमेटियों के जल्द गठन किए जाने के दिए निर्देश
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश की जिन चार सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें विंध्य अंचल के सतना जिले के तहत आने वाली रैगांव सीट भी शामिल है। इस विधानसभा सीट पर जीत का परचम फहराने के लिए भाजपा के साथ कांग्रेस भी पूरी ताकत अभी से लगा रही है।
यही वजह है कि कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व सीएम कमलनाथ बीते रोज दिल्ली से लौटे तो इस सीट की चुनावी तैयारियों को लेकर दिन भर सक्रिय बने रहे। इस दौरान उनके द्वारा विंध्य अंचल के सभी बड़े नेताओं को बुलाकर सीट का पूरा न केवल फीडबैक लिया बल्कि आगे की रणनीति भी बनाई। इसके लिए प्रमुख नेताओं के अलावा इलाके के विधायकों के अलावा संगठन की और से बनाए गए प्रभारी नेताओं को भी बुलाया गया था।
इन सभी उम्मीदवारों के नामों को लेकर भी मंथन किया गया। इस सीट से अब तक कुल तीन नाम सामने आ रहे हैं। इनमें पूर्व विधायक ऊषा चौधरी,कल्पना वर्मा व गया बागरी शामिल हैं। माना जा रहा है कि इन्हीं तीन नामों में से किसी एक के नाम पर बतौर प्रत्याशी मुहर लगेगी। इनमें कल्पना वर्मा का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है वे बीते चुनाव में दूसरे नंबर पर रही थीं, जबकि बतौर बसपा प्रत्याशी पूर्व विधायक ऊषा चौधरी को तीसरा स्थान मिला था। यह सीट भाजपा के गढ़ के रुप में जानी जाती है। अगर बीते चार विधानसभा चुनावों के परिणामों को देखें तो इस सीट पर तीन बार भाजपा प्रत्याशी के रुप में जुगल किशोर बागरी को जीत मिली है जबकि एक बार 2013 में बसपा प्रत्याशी के रुप में ऊषा चौधरी विजयी रही थीं। यही वजह है कि इस बार उपचुनाव में कमलनाथ भाजपा के इस मजबूत गढ़ को ढहाने के लिए अभी से तैयारियों में लगे हुए हैं। माना जा रहा है कि पार्टी इस सीट पर जीत का जिम्मा इलाके के कद्दावर नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को दे सकती है। इसकी वजह है कमलनाथ और अजय सिंह के बीच बैठक के पहले एकांत में करीब चालीस मिनिट तक हुई गूफ्तगू।
फीडबैक के लिए बुलाई गई बैठक में कमलनाथ द्वारा सभी वरिष्ठ नेताओं से संगठन को मजबूत करने पर फोकस करने का आव्हान किया गया। उन्होंने कहा कि इसके लिए बूथ से लेकर सेक्टर, मंडलम का गठन ठीक से हो और उसमें शामिल सभी कार्यकर्ता लगातार सक्रिय रहें। इसी तरह से उपचुनाव की तैयारियों को लेकर हर दिन फीडबैक भी लें। उन्होंने इसके लिए दमोह उपचुनाव में मिली जीत का भी उदाहरण दिया। उनका कहना है कि मजबूत संगठन की वजह से ही दमोह उपचुनाव में पार्टी को जीत मिली है। इस बैठक में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, विधायक संजय शर्मा, लखन घनघोरिया, नीलांशु चतुर्वेदी व अजय टंडन, पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह, पूर्व महापौर राजाराम त्रिपाठी, सतना ग्रामीण जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा, पूर्व मंत्री सईद अहमद भी शामिल हुए।
गौरतलब है कि यह सीट भाजपा विधायक जुगल किशोर बागरी के निधन की वजह से ही रिक्त हुई है। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। इस सीट पर कुछ प्रभाव बसपा का भी माना जाता है।
प्रवास पर रैगांव जाएंगे नाथ
खास बात यह है कि भले ही अभी उपचुनाव की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन कांग्रेस ने अभी से चुनावी माहौल बनाने के लिए रैगांव सीट पर कमलनाथ का दो दिवसीय दौरा तय कर दिया है। इसके तहत कमलनाथ 18 या 19 सितंबर को रैगांव प्रवास पर रहेगें। वें इस दौरान कार्यकर्ताओं की बैठक तो लेंगे ही साथ ही एक जनसभा को संबोधित करेंगे। उनके दौरे के पहले अजय सिंह भी इलाके के तहत रैगांव सीट का दौरा करेगें। इस दौरे में वे रैगांव के अलावा कोठी और सिंहपुर में तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे।