हनीट्रैप की याद दिला नाथ ने दी उमंग को ऑक्सीजन

 कमलनाथ

भोपाल/राजीव चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। अपनी पार्टी के विधायकों के साथ बैठक करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के उमंग सिंघार मामले में बेहद तीखे तेवर नजर आए। उन्होंने साफ शब्दों में जिस तरह से हनीट्रैप की पेन ड्राइव अपने पास होने की बात कही है, उससे कई सफेदपोश सत्ता पक्ष के नेताओं की पेशानी पर बल पड़ने लगा है। नाथ के इस बयान से पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक को ऑक्सीजन मिल गई है।
गौरतलब है कि चार दिन पहले ही शाहपुरा पुलिस ने सिंघार के बंगले में उनकी मंगेतर अंबाला निवासी सोनिया ने खुदकुशी कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का प्रकरण दर्ज किया है। इस मामले को लेकर बीते रोज कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक का एजेंडा घोषित तौर पर कुछ और था, लेकिन पूरे समय चर्चा का केन्द्र बिन्दु सिंघार ही रहे हैं। बैठक के बाद जिस तरह से कमलनाथ ने आक्रामक हनीट्रैप मामले का उल्लेख करते हुए सत्ता पक्ष को धमकी दी है उससे यह तो तय हो गया है कि इस मामले में अगर पुलिस से सिंघार को राहत नहीं मिलती है, तो मामला तूल पकड़ सकता है। कमलनाथ ने साफ शब्दों में कहा है कि सिंघार मामले में सरकार कोई भी ओछी राजनीति न करे अन्यथा ठीक नहीं होगा। उनका कहना है कि वे हमेशा सदाचार की राजनीति के पक्षधर रहे हैं। यह सरकार के लिए सीधी धमकी है। अब देखना तो यह है कि इसका असर क्या होता है। फिलहाल इस मामले में नाथ की धमकी के बाद अब सभी की निगाहें कांग्रेस के अगले कदमों पर टिकी हुई हैं।
उधर कमलनाथ की धमकी का असर पुलिस पर दिखना शुरू हो गया है। अब पुलिस सिंघार मामले में एक बार फिर से मृतका सोनिया के बेटे आर्यन और सोनिया की मां के बयान दर्ज करने की तैयारी कर चुकी है। फिलहाल इस मामले में पांच दिन बाद भी पुलिस द्वारा न्यायालय में 164 के तहत बयान दर्ज नहीं कराए हैं।
उधर जो विधायक राजधानी में मौजूद थे , वे प्रत्यक्ष रुप से उसके अलावा कुछ विधायक वर्चुअली रुप से  बैठक में शामिल हुए। इस दौरान विधायकों ने एक स्वर में कहा कि उमंग के खिलाफ कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से की जा रही है। उमंग को जानबूझ कर कानूनी चक्रव्यूह में फंसाने की सरकार की यह चाल है। ऐसा तब है, जब मृतका की मां और बेटे उमंग की कोई गलती नहीं बता रहे हैं। इस मामले में पुलिस के पास भी कोई ठोस सबूत नहीं है, इसके बाद भी पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। नाथ ने कहा कि अगर वे ऐसा करते हैं, तो हमारे पास भी बहुत कुछ है। हनीट्रैप जैसे कई मामले भी हैं, उजागर करेंगे। बैठक में यह तय किया गया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस मुद्दे पर मुलाकात कर पक्ष रखा जाए। इसके बाद नाथ ने मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा है। इस मामले में मुलाकात के लिए आज का समय तय किया गया है। मुख्यमंत्री से होने वाली मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता इस मुद्दे पर अगली रणनीति तैयार करेंगे। इस मामले में जिस तरह से कांग्रेस विधायक एकजुट नजर आ रहे हैं उससे यह तो तय हो गया है कि इस मामले में कांग्रेस पूरी तरह से उमंग के साथ है।
क्या है हनीट्रैप मामला
इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह की 3 करोड़ रुपए मांगने की शिकायत के बाद भोपाल और इंदौर पुलिस ने कार्रवाई कर ब्लैकमेलिंग करने वाली पांच महिलाओं को गिरफ्तार किया था। यह महिलाएं आला अफसरों, नेताओं और रहीसों के वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करती थीं। इस हाईप्रोफाइल मामले में एक पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व राज्यपाल, पूर्व सांसद, भाजपा और कांग्रेस से जुड़े नेता और नौकरशाहों के नाम चर्चा में रह चुके हैं।
इस मामले से संबंधित कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर पूर्व में जमकर वायरल हो चुके हैं। यह बात अलग है कि इस मामले में शुरूआत से ही पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही है। यही वजह है कि आला अफसरों से लेकर सफेदपोश नेताओं पर कार्रवाई करना तो दूर उनसे पूछताछ तक नहीं की गई। इस मामले का खुलासा होने के बाद उस समय सियासी और प्रशासनिक गलियारों में जमकर हलचल मचा दी थी। इस मामले का खुलासा जब हुआ था तब प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ही थी।
सत्तारुढ़ दल के कई नेताओं की कमजोर नस
नाथ द्वारा जिस तरह से हनीट्रैप मामले में बयान दिया गया है उससे एक बार फिर प्रदेश का राजनैतिक पारा गरमाने लगा है। इसकी वजह है हनीट्रैप को भाजपा के बहुत से नेताओं की कमजोर नस माना जाता है। नाथ की इस चेतावनी को राज्य की सियासत के लिए काफी अहम माना  जा रहा है। हालांकि बाद में नाथ ने इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि  बहुत सारे लोग कहते हैं कि हनीट्रैप की सीडी उनके पास है, मैंने तो उसी बात को दोहराया है।
मृतका के बेटे और मां के दोबारा दर्ज होंगे बयान
पूर्व वनमंत्री उमंग सिंघार के खिलाफ शाहपुरा थाने में दर्ज आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में पुलिस गवाहों के दोबारा बयान दर्ज करेगी। अभी पुलिस ने पूर्व मंत्री की महिला मित्र सोनिया भारद्वाज (39) की खुदकुशी करने पर मर्ग बयान दर्ज किए थे। सिंघार के खिलाफ मामले में पुलिस को गवाहों यानी सोनिया के बेटे आर्यन, सिंघार के नौकर गणेश के विस्तृत बयान दर्ज करने हैं। फिलहाल सोनिया का बेटा आर्यन अंबाला चला गया है। इसी तरह से सिंघार का नौकर गणेश भी यहां का घर छोड़कर इंदौर चला गया है। इस मामले में सभी को नोटिस देकर बयान के लिए बुलाया जाएगा।
दिग्विजय का समर्थन
खास बात यह है कि इस मामले में भी पार्टी में कट्टर विरोधी माने जाने वाले दिग्विजय सिंह का भी साथ सिंघार को मिल गया है। सिंह के ऐसे कई उदाहरण हैं , जिसमें वे अपने कट्टर विरोधी पार्टी नेताओं का संकट के समय साथ देते रहे हैं। उनके द्वारा जिन नेताओं का साथ देने के उदाहरण हैं, उनमें जमुना देवी और अरुण यादव के नाम शामिल हैं।

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