नाथ हुए सक्रिय, संगठन पर पूरा फोकस

 कमलनाथ

भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। विदेश से इलाज कराने के बाद लौटे पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ अब उपचुनाव से फ्री होते ही पूरी तरह से सक्रिय नजर आने लगे हैं। उनका अब पूरा फोकस प्रदेश में संगठन की मजबूती पर लग गया है। इसके अलावा पार्टी के लिए बीते आम विधानसभा चुनाव में बेहद कमजोर साबित हुए विंध्य अंचल पर भी पार्टी अब पूरा ध्यान देने जा रही है। यही वजह है कि उपचुनाव में पार्टी को मिली हार की समीक्षा करने के साथ ही संगठन के पुर्नगठन पर पूरा ध्यान दे रहे हैं।
दरअसल प्रदेश में उनके अध्यक्ष बनने के बाद से लेकर अब तक हुए चुनावों से उन्हें पता लग गया है कि जहां पर भी संगठन मजबूत है, वहां पर पार्टी की जीत हुई है और जहां संगठन कमजोर है, वहां पर पार्टी के अनूकुल माहौल होने के बाद भी हार का सामना करना पड़ा है। नाथ का संगठन को मजबूत करने में सबसे अधिक फोकस संगठन की निचली इकाई के रुप में काम करने वाले मंडलम और सेक्टर पर है। यही वजह है कि बीते रोज बुलाई गई बैठक में वे खुद भी पूरे समय न केवल मौजूद रहे बल्कि उनके द्वारा जिलों के संगठन प्रभारियों के साथ इनके नए सिरे से गठन को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान उनके द्वारा जिलों में इनके गठन को लेकर जारी काम को लेकर पूरी कैफियत तक ली गई। फिलहाल बैठक में मंडलम-सेक्टर प्रभारी एनपी प्रजापति ने बताया कि उनके पास अब तक 110 विधानसभाओं की मंडलम-सेक्टर के गठन की सूची आई हैं। इस पर कमलनाथ ने इनके गठन को समय पर करने के साथ ही कहा है कि इस काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमारा मुकाबला भाजपा से नहीं, बल्कि भाजपा के संगठन से है। उन्होंने साफ किया कि मंडलम, सेक्टर और बूथ को मजबूत करना हमारी पहली प्राथमिकता है। अगर बूथ मजबूत होगा, तो सेक्टर और मंडलम भी स्वत: मजबूत होंगे। इसके साथ ही उन्होंने जिलों के प्रभारियों को प्रभार वाले जिलों में दो-दो दिन कैंप कर अपनी ही मौजूदगी में उनके गठन के निर्देश दिए हैं।
महंगाई के विरोध में निकलेंगी पद यात्राएं
कमलनाथ की मौजूदगी मे तय किया गया है कि अब प्रदेश भर में कांग्रेस महंगाई व खाद न मिलने के विरोध में पदयात्राएं निकालेगी। यह यात्राएं सभी जिलों में स्थानीय स्तर पर निकाली जाएंगीं। इसी तरह से अब प्रदेश में पार्टी के सदस्यता अभियान में तेजी लाने का भी तय किया गया है। सदस्यता अभियान में जिले स्तरपर लक्ष्य तय कर उससे प्रमुख रुप से महिलाओं और विशेषकर युवाओं को जोड़ने को भी कहा गया है। उल्लेखनीय है कि यह पूरी कवायद दो साल बाद प्रदेश में होने वाले आम विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर की जा रही है।
बांग्लादेश मुक्ति की अर्धशती मनाएगी कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की अध्यक्षता में गठित बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की 50वीं वर्षगांठ समिति और आजादी की 75वीं वर्षगांठ हीरक जयंती समारोह समिति की बैठक में तय किया गया कि 16 दिसंबर को बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के 50 वर्ष पूर्ण होने पर प्रदेश स्तरीय एक बृहद कार्यक्रम आयोजित किया जाए। इसके माध्यम से स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास पर केंद्रित गोष्ठियों का आयोजन करने के साथ ही तिरंगा यात्रा, प्रभात फेरियां, मशाल यात्रा, देश जोड़ो नफरत छोड़ो आदि कार्यक्रम आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया।
विंध्य में अजय सिंह के साथ जमा रहे नाथ जमावट के तीर  
बीते विधानसभा चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस को अप्रत्याशित रुप से विंध्य अंचल में करारी हार मिली थी, उससे सबक लेते हुए अब कमलनाथ ने इस अंचल पर भी विशेष नजर रखने का फैसला किया है। यही वजह है कि अब तय किया गया है कि पार्टी की जनता में पैठ बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। यही नहीं इस इलाके में पार्टी की पैठ बढ़ाने के लिए नाथ ने अजय सिंह के साथ मिलकर जमावट के तीर चलाने का फैसला किया है। अजय सिंह की मेहनत की वजह से ही कांग्रेस उपचुनाव में भाजपा की परंपरागत रैंगाव सीट जीतने में सफल रही है। यही वजह है कि नाथ इस महीने में दो बार विंध्य क्षेत्र का दौरा करने वाले हैं। इस दौरान वे आम सभाओं को भी संबोधित करेंगे। इन सभाओं का भी आयोजन ग्रामीण इलाकों में किया जाएगा। इसके तहत पहला आयोजन रीवा जिले के मनगंवा में 27 नवंबर को किया जाएगा। यह सम्मेलन पूर्व में छिंदवाड़ा में किए गए सम्मेलन की तर्ज पर किया जाएगा। इसके अलावा नाथ रैगांव में पार्टी को मिली जीत पर वहां की जनता का आभार जताने के लिए भी जा रहे हैं। इस दौरान भी एक सभा का आयोजन किया गया है। इन दोनों कार्यक्रमों में कमलनाथ के साथ ही पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी रहेंगे। गौरतलब है कि रैगांव उपचुनाव में मिली जीत के साथ ही कांग्रेस यहां पर अब लगातार सक्रिय रहने की रणनीति पर काम कर रही है। इसके चलते ही किसान सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।

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