
- संगठन द्वारा अलगे माह तक नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी जाएगी…
भोपाल/राजीव चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के प्रदेश अध्यक्ष के रिक्त चल रहे पद के लिए एक दर्जन छात्र नेता दावेदार बन कर उभरे हैं। इन सभी दावेदारों का दिल्ली में साक्षात्कार लिया जा चुका है। दरअसल प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष के विधायक चुने जाने के बाद से ही यह पद रिक्त चल रहा है। इन दावेदारों में भोपाल एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष आशुतोष चौकसे भी शामिल हैं। हालांकि यह पद ग्वालियर -चंबल अंचल के खाते में जाना तय माना जा रहा है। इसकी वजह है अब तक जिस तरह से पार्टी की रणनीति है उसके हिसाब से ही हाल ही में महिला कांग्रेस का पद मालवा निमाड़ को सौंपा जा चुका है। फिलहाल संगठन के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा नए प्रदेशाध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। इसी प्रक्रिया के तहत हाल ही में अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे करीब एक दर्जन उम्मीदवारों को दिल्ली बुलाकर उनके साक्षात्कार लिए जा चुके हैं। इस दौरान उनसे दो सवाल प्रमुख रुप से पूछे गए हैं, जिसमें प्रदेशाध्यक्ष बनने पर वे क्या करेंगे और नहीं बने तब क्या करेंगे? दावेदारों द्वारा इस दौरान अपनी पूरी कार्ययोजना का विवरण दिया गया है। दूसरे सवाल के उत्तर में दावेदारों ने कहा है कि वे नहीं बनने पर सभी ने संगठन के प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे और जो प्रदेशाध्यक्ष बनेगा उसके कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे। दरअसल यह साक्षात्कार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में लिए गए हैं। इन सभी का साक्षात्कार करीब छह घंटे तक चला। साक्षात्कार लेने वालों में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन और संगठन के राष्ट्रीय महासचिव व मध्यप्रदेश एनएसयूआई के प्रभारी नीतिश गौड शामिल थे। इस पद के लिए प्रदेश के सभी अंचलों से एनएसयूआई नेताओं को बुलाया गया था। इनमें भोपाल से जिला अध्यक्ष आशुतोष चौकसे शामिल थे। जिन दावेदारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था, उनमें जबलपुर के करण समतेश्वर और ग्वालियर के सचिन द्विवेदी को छोड़कर साक्षात्कार के लिए बुलाए गए तकरीबन सभी उम्मीदवार मौजूदा समय मे अपने-अपने जिलों में अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं। करण समतेश्वर और सचिन द्विवेदी संगठन में राष्ट्रीय समन्वयक के पद पर पदस्थ हैं
एनएसयूआई का अध्यक्ष पद एक उम्मीदवार को ही मिलना है , ऐसे में संगठन की योजना सभी को नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव से पहले मैदानी स्तर पर सक्रिय करने की है। इसी तरह से कांग्रेस अभी से पूरा फोकस दो साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव पर कर रही है। पार्टी सूत्रों की माने तो मप्र प्रदेश अध्यक्ष का चयन इसी माह के अंत तक कर लिया जाएगा। माना जा रहा है कि इसके साथ ही संगठन द्वारा अलगे माह तक नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी जाएगी।
एनएसयूआई में 8 साल से नहीं बदला अध्यक्ष
मप्र एनएसयूआई में आठ साल से अध्यक्ष नहीं बदला गया है। इस पद पर इन आठ सालों से ही विपिन बानखेड़े काबिज हैं। उन्हें 8 साल पहले एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हुआ था। वे हाल ही में हुए उपचुनाव में विधायक निर्वाचित हो चुके हैं। खास बात यह है कि वे एनएसयूआई में लागू 33 साल की आयु सीमा को पार कर चुके हैं। आयु सीमा बंधन के हिसाब से अब वह एनएसयूआई के सदस्य नहीं रह सकते हैं। यह बात अलग है कि विधायक बनने के बाद उनके द्वारा राष्ट्रीय संगठन को बताया जा चुका है कि वे विधायक पद की जिम्मेदारी की वजह से अब संगठन को ज्यादा समय नहीं दे पा रहे हैं, इस वजह से अब संगठन की कमान किसी नए चेहरे को दे दी जाए।
इन युवा नेताओं के लिए गए साक्षात्कार
आशुतोष चौकसे, भोपाल
कोबिद ठाकुर मंडला
सचिन द्विवेदी, ग्वालियर
शिवराज सिंह यादव, ग्वालियर
आकाश शर्मा, मुरैना
प्रितेश शर्मा, उज्जैन
अमित पटेल, इंदौर
यशवीर सिंह गोयल, देवास
मंजुल त्रिपाठी, रीवा
दिव्यांशु मिश्रा, कटनी
करण समतेश्वर, जबलपुर
विजय रजक, जबलपुर