
- नीति संवाद से दुनिया के मंच पर उभरा डिजिटल विजन
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश ने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और वैश्विक साझेदारी के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। अब तक गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक ही गूगल क्लाउड जैसी तकनीकी कंपनियों और अंतर्राष्ट्रीय निवेश के लिए प्रमुख माने जाते थे, अब मध्यप्रदेश भी इस सूची में शामिल होकर देश के डिजिटल भविष्य का प्रमुख केंद्र बन गया है। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान द्वारा ट्रांसफार्मेटिव चेंज, सस्टेनेबल, आउटकम विषय पर नीति संवाद आयोजित किया गया। ट्रांसफोर्मेटिव चेंज, सस्टेनेबल आउटकम के इस आयोजन ने साबित किया कि मप्र केवल नीतियां बनाने वाला राज्य नहीं है, बल्कि उन्हें वैश्विक संस्थानों और टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ मिलकर धरातल पर लागू करने की दिशा में भी अग्रसर है।
वल्र्ड बैंक के ग्लोबल लीड परमेश शाह और गूगल क्लाउड के स्ट्रैटेजी हेड सिद्धार्थ प्रकाश ने नीति संवाद में कहा कि गूगल क्लाउड और वल्र्ड बैंक के साथ जुडकऱ मध्य प्रदेश नई पहचान बत्ताएगा। प्रदेश का विजन और प्रतिबद्धता उसे पूरे देश के लिए एक लाइटहाउस स्टेट बना सकती है। वल्र्ड बैंक के शाह ने बताया कि एशिया और अफ्रीका में ओपन डिजिटल व्यवस्था ने किसानों और युवाओं को नए अवसर दिए हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि मध्य प्रदेश की संस्थाएं और दृष्टि मध्य प्रदेश को भारत का पहला माडल स्टेट बना सकती हैं। उन्होंने राज्य में ओपन नेटवर्क लैब स्थापित करने का सुझाव भी दिया, जिससे सभी विभागों का डाटा एकत्रित कर नागरिकों को सटीक और बेहतर सेवाएं मिल सकें।
उज्जैन में स्टार्टअप समिट
प्रदेश में स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए युवा उद्यमियों का उज्जैन में समागम होगा। प्रदेश सरकार उज्जैन में स्टार्टअप समिट व युवा उद्यमी सम्मेलन की योजना बना रही है। इसमें स्टार्टअप पालिसी की खूबियां बताई जाएंगी। इसके अलावा मुरैना में कृषक सम्मेलन भी किया जाएगा। कृषि आधारित उद्योग को प्राथमिकता में रखकर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। स्टार्टअप समिट का आयोजन मध्य प्रदेश को वैश्विक स्तर पर अग्रणी स्टार्टअप हब के रूप में स्थापित करना, नवाचार और रोजगार प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया जाएगा। मप्र में पांच हजार से अधिक स्टार्टअप है। इनमें 47 प्रतिशत महिला स्टार्टअप, 73 इंक्यूबेटर्स हैं। इससे 50 हजार से अधिक रोजगार सृजित होंगे। समिट में प्रयास होगा कि अधिमान्यता प्राप्त स्टार्टअप की संख्या बढ़ाकर 10 हजार करना, 100 करोड़ के सीट कैपिटल फंड की स्थापना 1.10 लाख रोजगार सृजन और 500 से अधिक स्टार्टअप मार्केट में स्थापित किए जा सकें। इस माह के अंत तक या अक्टूबर में यह दोनों ही आयोजन करने की तैयारी है।
सीहोर में कृषि उद्योग समागम
मंदसौर और नरसिंहपुर के बाद नवंबर में सीहोर में कृषि उद्योग समागम-2025 (एग्रीकल्चर इंडस्ट्रीज कान्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। यह आधीजन वृहद स्तर पर कई विभागों की सहभागिता से किया जाएगा। इसमें देशभर के कृषि क्षेत्र में निवेशकों और उद्योगपतियों को आमंत्रित किया जाएगा। कृषि उद्योग समागम के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य शासन द्वारा समिति गठित की गई है।