
ओंकारेश्वर में आदिशंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा ले रही आकार
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। ओंकारेश्वर में ओंकार पर्वत पर आदिगुरु शंकराचार्य की 108 फीट की प्रतिमा आकार ले रही है। यहां युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। कारण विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों इसका अनावरण कराया जा सके। फिलहाल, मूर्ति का आधा हिस्सा ही तैयार हो पाया है, जबकि कलेक्टर का दावा है कि जल्द काम पूरा हो जाएगा। आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति पांच किलोमीटर दूर से ही दिखेगी। यहां 150 से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे थे। बड़ी-बड़ी अत्याधुनिक मशीनों से काम किया जा रहा था। चार क्रेन भी लगी थीं। निर्माणस्थल पर प्रतिमा के पार्ट्स अलग- अलग रखे थे। जैसे- हाथ, पैर, सिर आदि। मॉनिटरिंग टीम अपने काम में जुटी थी। सबसे बड़ी बात ये है कि मुख्यमंत्री खुद इसे मॉनिटर कर रहे हैं।
स्ट्रक्चर समेत अभी कई काम अधूरे हैं
अभी तक करीब 60 फीट का स्ट्रक्चर और प्रतिमा असेम्बलिंग का आधा काम हुआ है। कुछ कर्मचारी जमीन पर स्ट्रक्चर के काम में लगे हैं, तो कुछ प्रतिमा का काम कर रहे हैं। 20 फीट का कमल भी तैयार है। हाथ, कमंडल, रुद्राक्ष माला आदि को धरातल पर जोड़ा जा रहा है। एक-एक पाट्र्स को क्रेन से ऊपर लिया जा रहा है। 60 फीट के पैडस्टल पर 108 फीट की प्रतिमा लगेगी। प्रतिमा का कमर तक का हिस्सा ही बन पाया है। इस स्थान के बाकी बचे हिस्से का काम दिसंबर 2024 तक पूरा होगा।
वर्तमान में दो पहुंच मार्ग, दोनों ही दुर्गम
वर्तमान में अभय घाट से प्रतिमा स्थल पर पहुंचने के दो रास्ते हैं। पहला झूला पुल से होते हुए नदी पार करके मंदिर के पास पहुंचते हैं। यहां से सीढिय़ों के सहारे पहाड़ पर चढक़र नर्मदा परिक्रमा पथ होते हुए पैदल ही प्रतिमा स्थल पर पहुंचा जा सकता है। ये रास्ता काफी दुर्गम भी है। दूसरा- नाव के सहारे नदी पार करके ओंकार पर्वत पर पहुंचा जा सकता है। यहां से पैदल प्रतिमा स्थल तक जा सकते हैं।
प्रतिमा स्थल पर पहुंचने के रास्ते को होना है निर्माण
नर्मदा नदी के अभय घाट से प्रतिमा स्थल तक पहुंचने के लिए गाडिय़ों का रास्ता नहीं है। ऐसे में पीएम के काफिले के लिए अस्थाई रास्ता बनाया जा रहा है। ओंकारेश्वर बस स्टैंड से नर्मदा नदी के अभय घाट और से प्रतिमा स्थल तक पहुंचने का रास्ता तीन किलोमीटर का है। यह रास्ता तीन हिस्सों में बटा है। पहला- बस स्टैंड से अभय घाट तक डेढ़ किलो मीटर की सडक़ सीमेंट कॉन्क्रीट की बननी है। दूसरा- अभय घाट से प्रतिमा स्थल पर पहुंचने के लिए नर्मदा नदी पर 500 मीटर का रपटा बनाया है। तीसरा पीएम के काफिले के लिए पेवर ब्लॉक का अस्थाई रास्ता बनाया जा रहा है।